सरकारी एवं निजी संस्थाओं में नैतिक सरोकरों को परिभाषित कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2018]
साझा नैतिक मूल्यों की आवश्यकता और प्रभाव कथन यह बताता है कि साझा किए गए और वाइडली एंटरैंच्ड नैतिक मूल्यों के बिना, क़ानून, लोकतंत्रीय सरकार, और बाज़ार अर्थव्यवस्था ठीक से कार्य नहीं कर सकतीं। इन मानकों का अभाव इन प्रणालियों की प्रभावशीलता को प्रभावित करता है। क़ानून: क़ानूनी प्रणाली सार्वजनिक विश्वाRead more
साझा नैतिक मूल्यों की आवश्यकता और प्रभाव
कथन यह बताता है कि साझा किए गए और वाइडली एंटरैंच्ड नैतिक मूल्यों के बिना, क़ानून, लोकतंत्रीय सरकार, और बाज़ार अर्थव्यवस्था ठीक से कार्य नहीं कर सकतीं। इन मानकों का अभाव इन प्रणालियों की प्रभावशीलता को प्रभावित करता है।
क़ानून: क़ानूनी प्रणाली सार्वजनिक विश्वास और नैतिक अनुपालन पर निर्भर करती है। हाल ही में सत्याम कंप्यूटर घोटाले ने दिखाया कि नैतिक मूल्यों की कमी से क़ानूनी ढांचे की प्रभावशीलता प्रभावित होती है और सार्वजनिक विश्वास में कमी आती है।
लोकतंत्र: लोकतंत्र सार्वजनिक भागीदारी और लोकतांत्रिक मानदंडों का सम्मान चाहता है। अमेरिका में कैपिटल हिल दंगे ने दर्शाया कि साझा लोकतांत्रिक मूल्यों की कमी से लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की स्थिरता खतरे में पड़ सकती है।
बाज़ार अर्थव्यवस्था: बाज़ार अर्थव्यवस्था विश्वास और ईमानदारी पर निर्भर करती है। फॉल्क्सवैगन उत्सर्जन घोटाला ने यह स्पष्ट किया कि नैतिकता की कमी से उपभोक्ता विश्वास और वित्तीय स्थिति पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं।
इस प्रकार, साझा नैतिक मूल्य क़ानून, लोकतंत्र, और बाज़ार अर्थव्यवस्था की सही और प्रभावी कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक हैं।
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सरकारी एवं निजी संस्थाओं में नैतिक सरोकरों की परिभाषा परिचय: सरकारी और निजी संस्थाओं में नैतिक सरोकरें वे मुद्दे हैं जो निष्पक्षता, पारदर्शिता, और ईमानदारी से संबंधित हैं और इनका प्रभाव संस्थाओं की विश्वसनीयता और कार्यक्षमता पर पड़ता है। **1. सरकारी संस्थाएँ: भ्रष्टाचार: रिश्वत और संगठित पक्षपात जनतRead more
सरकारी एवं निजी संस्थाओं में नैतिक सरोकरों की परिभाषा
परिचय: सरकारी और निजी संस्थाओं में नैतिक सरोकरें वे मुद्दे हैं जो निष्पक्षता, पारदर्शिता, और ईमानदारी से संबंधित हैं और इनका प्रभाव संस्थाओं की विश्वसनीयता और कार्यक्षमता पर पड़ता है।
**1. सरकारी संस्थाएँ:
**2. निजी संस्थाएँ:
निष्कर्ष: सरकारी और निजी दोनों संस्थाओं में नैतिक सरोकरें पारदर्शिता, जवाबदेही, और ईमानदारी से संबंधित हैं, जो विश्वास और प्रभावशीलता बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।
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