हड़प्पा सभ्यता काल में शहरी नियोजन पर टिप्पणी लिखिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
प्राचीन हड़प्पा सभ्यता, जिसने लगभग 2500 ईसा पूर्व से 1900 ईसा पूर्व तक प्रचलित थी, एक उत्कृष्ट शहरी सभ्यता थी जिसका अस्तित्व स्थापत्य कला में प्रकट होता है। नगर योजना: हड़प्पा के नगरों की योजना बहुत उत्कृष्ट थी, जो नियमित गलियों, घरों और सार्वजनिक स्थलों सहित सुसज्जित थी। सार्वजनिक स्थल: हड़प्पा मेंRead more
प्राचीन हड़प्पा सभ्यता, जिसने लगभग 2500 ईसा पूर्व से 1900 ईसा पूर्व तक प्रचलित थी, एक उत्कृष्ट शहरी सभ्यता थी जिसका अस्तित्व स्थापत्य कला में प्रकट होता है।
- नगर योजना: हड़प्पा के नगरों की योजना बहुत उत्कृष्ट थी, जो नियमित गलियों, घरों और सार्वजनिक स्थलों सहित सुसज्जित थी।
- सार्वजनिक स्थल: हड़प्पा में बड़े सार्वजनिक स्थल जैसे बाजार, सभागार, बारामदे, जलस्थल आदि थे, जो एक व्यवस्थित और विकसित समाज का प्रतिनिधित्व करते थे।
- स्थापत्य कला: हड़प्पा के घरों की विशेषता उनके ईंटों और स्थलयांन की व्यवस्था में थी, जिसमें सजावट और सुविधाएं शामिल थीं।
- सजीवता की प्रमाणिकता: हड़प्पा सभ्यता के मिट्टी के साथी, खिलौने, संगीत और खेलों के उदाहरण भी मिलते हैं, जो उनकी जीवनशैली का प्रमाण हैं।
इस प्रकार, हड़प्पा सभ्यता ने एक विकसित और आधुनिक शहरी सभ्यता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया जिसमें स्थापत्य कला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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हड़प्पा सभ्यता काल में शहरी नियोजन हड़प्पा सभ्यता (लगभग 3300-1300 ईसा पूर्व) में शहरी नियोजन अत्यंत उन्नत था। मुख्य विशेषताएँ: ग्रिड योजना: हड़प्पा और मोहनजो-दारो जैसे शहरों का नियोजन एक ग्रिड पैटर्न पर आधारित था, जिसमें सड़कों की सुसंगठित चौक-चौराहे और नियमित खंड थे। नाली प्रणाली: एक व्यापक और प्रभRead more
हड़प्पा सभ्यता काल में शहरी नियोजन
हड़प्पा सभ्यता (लगभग 3300-1300 ईसा पूर्व) में शहरी नियोजन अत्यंत उन्नत था। मुख्य विशेषताएँ:
निष्कर्ष: हड़प्पा सभ्यता का शहरी नियोजन प्रभावशाली था, जिसमें उच्च मानक के वास्तुशिल्प और स्वच्छता प्रणालियाँ शामिल थीं, जो सभ्यता की उन्नति को दर्शाती हैं।
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