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रोजगार सृजन और निर्यात क्षमता पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत की आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र की भूमिका और इसके सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों का विश्लेषण करें। भारत में एमएसएमई की स्थिरता और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं? (200 शब्द)
एमएसएमई क्षेत्र की भूमिका और चुनौतियाँ आर्थिक वृद्धि में योगदान सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस क्षेत्र में 6.30 करोड़ से अधिक उद्यम हैं, जो 24.14 करोड़ रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में, एमएसएमई ने 5.70 करोडRead more
एमएसएमई क्षेत्र की भूमिका और चुनौतियाँ
आर्थिक वृद्धि में योगदान
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस क्षेत्र में 6.30 करोड़ से अधिक उद्यम हैं, जो 24.14 करोड़ रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में, एमएसएमई ने 5.70 करोड़ उद्यम पंजीकरण का योगदान दिया है, जो आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देता है .
निर्यात क्षमता
भारत के एमएसएमई क्षेत्र ने पिछले 10 वर्षों में खादी और ग्रामीण उद्योगों की बिक्री में 4 गुना वृद्धि की है, जो 33,135.90 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,55,673.13 करोड़ रुपये हो गई है (Source: PIB). इस वृद्धि ने न केवल रोजगार सृजन को बढ़ाया है, बल्कि भारत की निर्यात क्षमता को भी मजबूत किया है।
प्रमुख चुनौतियाँ
हालांकि, एमएसएमई क्षेत्र कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, जैसे कि:
उपाय
एमएसएमई की स्थिरता और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
इस प्रकार, एमएसएमई क्षेत्र की स्थिरता और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है।
See lessधैर्यवान नेता ऐसे व्यक्ति होते हैं जिन्हें सभी पहचानते हैं, और ये वे लोग होते हैं जिनकी ओर लोग संकट के समय आशा और मार्गदर्शन के लिए मुड़ते हैं। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए
धैर्यवान नेता वे होते हैं, जिनकी पहचान संकट के समय की जाती है। ऐसे नेता न केवल अपनी स्थिरता से दूसरों को प्रेरित करते हैं, बल्कि वे संकट के समय में मार्गदर्शन भी प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, महात्मा गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने धैर्य और अहिंसा के सिद्धांतों के माध्यम से लाखोंRead more
धैर्यवान नेता वे होते हैं, जिनकी पहचान संकट के समय की जाती है। ऐसे नेता न केवल अपनी स्थिरता से दूसरों को प्रेरित करते हैं, बल्कि वे संकट के समय में मार्गदर्शन भी प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, महात्मा गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने धैर्य और अहिंसा के सिद्धांतों के माध्यम से लाखों लोगों को एकत्र किया। उनका नेतृत्व एक प्रेरणा बना, जिसने देशवासियों को संघर्ष के लिए तैयार किया।
दूसरा उदाहरण नेल्सन मंडेला का है, जिन्होंने रंगभेद के खिलाफ लड़ाई में धैर्य का परिचय दिया। 27 साल की जेल यात्रा के बाद, उन्होंने अपने देश को एकजुट करने का कार्य किया। उनके धैर्य और दृढ़ता ने दक्षिण अफ्रीका के लोगों को एक नयी दिशा दी।
इसके अलावा, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, जिन्हें “जनता का राष्ट्रपति” कहा जाता है, ने अपनी सरलता और धैर्य से युवाओं को प्रेरित किया। उन्होंने हमेशा शिक्षा और विज्ञान की शक्ति पर जोर दिया, जिससे उन्होंने युवाओं में आत्मविश्वास जगाया।
धैर्यवान नेता संकट के समय में लोगों को आशा और मार्गदर्शन देते हैं, जिससे समाज में स्थिरता और प्रगति की भावना बनी रहती है।
See lessभारत में तीव्र शहरीकरण के संदर्भ में, शहरी क्षेत्रों में पूंजी निवेश की बढ़ती आवश्यकता को पूरा करने हेतु म्युनिसिपल बॉण्ड्स के उपयोग पर चर्चा कीजिए। (250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
भारत में शहरीकरण का परिदृश्य भारत में शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है, जिससे शहरी क्षेत्रों में पूंजी निवेश की आवश्यकता भी बढ़ रही है। वर्तमान में, शहरी जनसंख्या 282 मिलियन से बढ़कर 590 मिलियन होने की उम्मीद है। म्युनिसिपल बॉण्ड्स की भूमिका आवश्यक पूंजी: शहरी बुनियादी ढांचे के लिए $870 बिलियन से अधिक कीRead more
भारत में शहरीकरण का परिदृश्य
भारत में शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है, जिससे शहरी क्षेत्रों में पूंजी निवेश की आवश्यकता भी बढ़ रही है। वर्तमान में, शहरी जनसंख्या 282 मिलियन से बढ़कर 590 मिलियन होने की उम्मीद है।
म्युनिसिपल बॉण्ड्स की भूमिका
चुनौतियाँ
निष्कर्ष
म्युनिसिपल बॉण्ड्स के माध्यम से भारत के शहरीकरण की चुनौतियों का समाधान किया जा सकता है, जिससे शहरों का समुचित विकास संभव हो सके।
See lessभारत के स्वास्थ्य सेवा प्रशासन में वैश्विक नेतृत्व के उभरने में योगदान देने वाले प्रमुख कारकों पर चर्चा कीजिये। इसके सामने आने वाली चुनौतियों का विश्लेषण करें और विश्व मंच पर इसकी भूमिका को मजबूत करने के उपाय सुझाएँ। (200 शब्द)
भारत के स्वास्थ्य सेवा प्रशासन में नेतृत्व के प्रमुख कारक आयुष्मान भारत योजना: 2018 में शुरू की गई इस योजना ने 36 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान की। यह गरीब परिवारों के लिए मुफ्त इलाज संभव बनाती है, जिससे स्वास्थ्य खर्च में 21% की कमी आई है। टीकाकरण कार्यक्रम: भारत ने कोविड-19 टीRead more
भारत के स्वास्थ्य सेवा प्रशासन में नेतृत्व के प्रमुख कारक
चुनौतियाँ
सुधार के उपाय
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पूर्वाग्रह एवं भेदभाव में क्या अन्तर है?
पूर्वाग्रह और भेदभाव में अंतर पूर्वाग्रह: यह किसी व्यक्ति या समूह के प्रति पूर्वनिर्धारित नकारात्मक विचार होते हैं, जो बिना किसी वास्तविक अनुभव या आधार के होते हैं। उदाहरण: किसी विशेष जाति के लोगों के बारे में नकारात्मक सोच रखना। भेदभाव: यह पूर्वाग्रह के आधार पर किसी व्यक्ति या समूह के साथ भेदभावपूरRead more
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अनुनयी संचार से आप क्या समझते हैं ?
अनुनयी संचार (Persuasive Communication) अनुनयी संचार वह प्रक्रिया है, जिसमें किसी व्यक्ति या समूह को किसी विचार, दृष्टिकोण या क्रिया को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। यह संचार तर्क, भावना या विश्वसनीयता का उपयोग कर किया जाता है। उदाहरण के लिए, एक शिक्षक छात्रों को अच्छे अंक लाने के लिए प्रेरितRead more
अनुनयी संचार (Persuasive Communication)
अनुनयी संचार वह प्रक्रिया है, जिसमें किसी व्यक्ति या समूह को किसी विचार, दृष्टिकोण या क्रिया को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। यह संचार तर्क, भावना या विश्वसनीयता का उपयोग कर किया जाता है। उदाहरण के लिए, एक शिक्षक छात्रों को अच्छे अंक लाने के लिए प्रेरित करता है।
See lessमनोवृत्ति के दो महत्त्वपूर्ण कार्य लिखिए ।
मनोवृत्ति के दो महत्त्वपूर्ण कार्य अनुकूलन कार्य: मनोवृत्तियाँ व्यक्ति को अपने पर्यावरण में अनुकूल बनाने में मदद करती हैं। उदाहरण स्वरूप, सकारात्मक मनोवृत्ति वाले व्यक्ति में नई परिस्थितियों के साथ सामंजस्य स्थापित करने की क्षमता होती है। रक्षात्मक कार्य: मनोवृत्तियाँ व्यक्ति को मानसिक तनाव से बचानेRead more
मनोवृत्ति के दो महत्त्वपूर्ण कार्य
मनोवृत्ति को परिभाषित कीजिए ।
मनोवृत्ति की परिभाषा मनोवृत्ति एक व्यक्ति की सोच, भावना और व्यवहार का मिश्रण है, जो किसी वस्तु, व्यक्ति या स्थिति के प्रति उसकी प्रतिक्रिया को दर्शाता है। यह सकारात्मक या नकारात्मक हो सकती है। उदाहरण: यदि किसी व्यक्ति की मनोवृत्ति सकारात्मक हो, तो वह चुनौतियों को अवसर के रूप में देखता है।
मनोवृत्ति की परिभाषा
मनोवृत्ति एक व्यक्ति की सोच, भावना और व्यवहार का मिश्रण है, जो किसी वस्तु, व्यक्ति या स्थिति के प्रति उसकी प्रतिक्रिया को दर्शाता है। यह सकारात्मक या नकारात्मक हो सकती है।
भारत में गरीबी रेखा से सम्बन्धित विभिन्न मत क्या हैं? क्या यूनिवर्सल बेसिक इन्कम (सार्वभौमिक बुनियादी आय) की अवधारणा उपयुक्त है?
भारत में गरीबी रेखा और यूनिवर्सल बेसिक इन्कम: विभिन्न मत और उपयुक्तता 1. गरीबी रेखा पर विभिन्न दृष्टिकोण: भारत में गरीबी रेखा का निर्धारण कई मानदंडों पर आधारित है, जैसे आय, स्वास्थ्य, और जीवन स्तर। सुरेश तेंदुलकर समिति के अनुसार, गरीबी रेखा निर्धारण के लिए न्यूनतम आय को 7,620 रुपये सालाना (2011-12)Read more
भारत में गरीबी रेखा और यूनिवर्सल बेसिक इन्कम: विभिन्न मत और उपयुक्तता
1. गरीबी रेखा पर विभिन्न दृष्टिकोण:
भारत में गरीबी रेखा का निर्धारण कई मानदंडों पर आधारित है, जैसे आय, स्वास्थ्य, और जीवन स्तर।
2. यूनिवर्सल बेसिक इन्कम (UBI) की अवधारणा:
UBI एक ऐसी प्रणाली है जिसमें सरकार प्रत्येक नागरिक को नियमित, बिना शर्त नकद भुगतान करती है। यह गरीबी को कम करने और आर्थिक समानता को बढ़ाने का उद्देश्य रखता है।
निष्कर्ष:
यूबीआई एक सशक्त विचार हो सकता है, लेकिन भारत जैसे देश में इसके कार्यान्वयन के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और समुचित ढांचे की आवश्यकता है। कोविड-19 जैसे संकटों के दौरान, यह अवधारणा और भी प्रासंगिक हो सकती है, लेकिन इसकी आर्थिक लागत और प्रभावों पर गहन विचार की आवश्यकता है।
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