उत्तर लेखन के लिए रोडमैप
1. परिचय
- पोषण सुरक्षा की परिभाषा एवं महत्व।
- भारत में पोषण सुरक्षा की वर्तमान स्थिति का संक्षिप्त उल्लेख।
2. पोषण असुरक्षा में योगदान देने वाले प्रमुख मुद्दे
- बाल कुपोषण और एनीमिया: NFHS-5 के आंकड़े।
- कुपोषण का दोहरा बोझ: मोटापा और गैर-संक्रामक रोगों की वृद्धि।
- लैंगिक और सामाजिक असमानताएँ: महिलाओं और कमजोर समूहों की स्थिति।
- जलवायु परिवर्तन: फसल उत्पादन पर प्रभाव।
- कमज़ोर कार्यान्वयन: पोषण कार्यक्रमों में लीकेज और कार्यान्वयन की समस्याएँ।
- आर्थिक असमानता: बढ़ती खाद्य कीमतें और उनकी पहुँच।
3. समग्र पोषण कल्याण सुनिश्चित करने के लिए बहुआयामी रणनीति
- स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों का सुदृढ़ीकरण: पोषण सेवाओं का विस्तार।
- स्थानीय खाद्य प्रणालियों का सुधार: मध्याह्न भोजन योजना में सुधार।
- फोर्टिफिकेशन कार्यक्रम: अनिवार्य फोर्टिफिकेशन को बढ़ावा देना।
- शहरी खाद्य वातावरण को स्वस्थ बनाना: अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों पर कराधान।
- सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का विस्तार: पोषण पर्याप्तता पर ध्यान केंद्रित करना।
- पोषण साक्षरता अभियान: जागरूकता बढ़ाना।
4. आगे की राह
- पोषण सुरक्षा की आवश्यकता और सामुदायिक दृष्टिकोण का महत्व।
- SDGs के साथ संरेखण की आवश्यकता।
भारत की पोषण असुरक्षा के कारण
1. गरीबी और आय का असमान वितरण
2. स्वास्थ्य सेवाओं की कमी
3. शिक्षा और जागरूकता का अभाव
बहुआयामी रणनीति का सुझाव
1. आर्थिक सशक्तिकरण
2. स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
3. जागरूकता अभियान