“जब तक भारत में जनसंख्या वृद्धि अवरुद्ध नहीं की जाती, तब तक आर्थिक विकास को उसके सही रूप में नहीं देखा जा सकता।” इस कथन का परीक्षण कीजिये। [64वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा 2018]
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भारत में जनसंख्या वृद्धि और आर्थिक विकास:
भारत में जनसंख्या वृद्धि का नियंत्रण न होने पर आर्थिक विकास को सही रूप में देखने के विचार पर विचार करते हुए यह स्पष्ट होता है कि जनसंख्या वृद्धि और आर्थिक विकास के बीच एक गहरा संबंध है। इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए हमें जनसंख्या वृद्धि के प्रभावों का अध्ययन करना होगा और यह भी देखना होगा कि किस प्रकार यह विकास के प्रयासों को प्रभावित करता है।
1. जनसंख्या वृद्धि के प्रभाव
आर्थिक संसाधनों पर दबाव
रोजगार की कमी और गरीबी
संरचनात्मक असमानताएँ
2. आर्थिक विकास में जनसंख्या वृद्धि की चुनौती
संरचनात्मक सुधारों की आवश्यकता
पर्यावरणीय प्रभाव
3. आर्थिक विकास के अन्य पहलु
जनसंख्या नियंत्रण से विकास को गति मिल सकती है
अच्छी नीति और रणनीतियों से विकास संभव
4. निष्कर्ष
इस प्रकार यह स्पष्ट है कि जब तक भारत में जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण नहीं पाया जाता, तब तक आर्थिक विकास के प्रयासों में पूर्ण सफलता प्राप्त करना मुश्किल होगा। हालांकि, यह भी सच है कि अगर सही नीतियाँ और उपाय लागू किए जाएं, तो यह चुनौती अवसर में बदल सकती है। जनसंख्या नियंत्रण, शिक्षा, स्वास्थ्य, और तकनीकी सुधारों के माध्यम से आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
भारत के संदर्भ में अगर जनसंख्या नियंत्रण और समग्र विकास नीतियों को ठीक से लागू किया जाए, तो यह भारत को अगले स्तर तक ले जा सकता है।