कौटिल्य के ‘अर्थशास्त्र’ का सम्बन्ध मौर्य काल से अवश्य रहा, परन्तु उसका विषय क्या था ? [उत्तर सीमा: 125 शब्द] [UKPSC 2023]
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कौटिल्य का ‘अर्थशास्त्र’ मौर्य काल के संदर्भ में राजनीतिक और आर्थिक सिद्धांतों का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इसका मुख्य विषय राज्य प्रबंधन, प्रशासन, और अर्थव्यवस्था से संबंधित है।
‘अर्थशास्त्र’ में कौटिल्य ने शासन के विभिन्न पहलुओं, जैसे कानून, कराधान, युद्ध, और शांति नीति का विश्लेषण किया है। यह ग्रंथ बताता है कि कैसे एक राजा को अपनी प्रजा और राज्य की समृद्धि के लिए कुशलता से शासन करना चाहिए।
इसके अलावा, इसमें कूटनीति, सैन्य रणनीतियाँ, और आर्थिक विकास की तकनीकें भी शामिल हैं। कौटिल्य ने राजनीतिक शक्ति को सुरक्षित रखने और विकसित करने के लिए व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रदान किया, जिससे यह ग्रंथ भारतीय राजनीति और अर्थशास्त्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन गया।