प्रश्न का उत्तर अधिकतम 200 शब्दों में दीजिए। यह प्रश्न 11 अंक का है। [MPPSC 2022]
भारत के नाभिकीय ऊर्जा कार्यक्रम पर प्रकाश डालिए।
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भारत का नाभिकीय ऊर्जा कार्यक्रम देश की ऊर्जा सुरक्षा और विकास के लिए महत्वपूर्ण है। 1940 के दशक में इसकी शुरुआत हुई थी, जब भारत ने नाभिकीय विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान करना शुरू किया। भारतीय नाभिकीय ऊर्जा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी नाभिकीय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाना और ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करना है।
भारत सरकार ने 1960 के दशक में पहले नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र की स्थापना की। आज, भारत में कई नाभिकीय बिजली संयंत्र कार्यरत हैं, जो देश की कुल ऊर्जा उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। नाभिकीय ऊर्जा पर्यावरण के लिए अपेक्षाकृत कम हानिकारक है और यह CO2 उत्सर्जन को कम करने में सहायक है।
भारत ने नाभिकीय प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए अनुसंधान और विकास पर जोर दिया है। इसके अलावा, भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाभिकीय सहयोग को बढ़ावा दिया है, जैसे कि अमेरिका और फ्रांस के साथ समझौते।
हालांकि, नाभिकीय ऊर्जा के साथ सुरक्षा और अपशिष्ट प्रबंधन जैसे मुद्दे भी हैं, जिन्हें संबोधित करना आवश्यक है। सही नीतियों और प्रौद्योगिकियों के माध्यम से भारत अपने नाभिकीय ऊर्जा कार्यक्रम को और मजबूत कर सकता है।