प्रश्न का उत्तर अधिकतम 200 शब्दों में दीजिए। यह प्रश्न 11 अंक का है। [MPPSC 2023]
मध्य प्रदेश में काली मिट्टी के क्षेत्र बताते हुए उसकी विशेषतायें बताइये।
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
मध्य प्रदेश में काली मिट्टी के क्षेत्र और उसकी विशेषताएँ
काली मिट्टी, जिसे रगुर मिट्टी भी कहा जाता है, मध्य प्रदेश के कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह मिट्टी अपने गुणात्मक विशेषताओं के कारण कृषि उत्पादन के लिए अत्यंत उपयुक्त मानी जाती है। यहाँ मध्य प्रदेश में काली मिट्टी के प्रमुख क्षेत्रों और उनकी विशेषताओं का वर्णन किया गया है:
1. काली मिट्टी के प्रमुख क्षेत्र:
a. मालवा पठार:
b. नर्मदा बेसिन:
c. चंबल बेसिन:
d. बघेलखंड क्षेत्र:
2. काली मिट्टी की विशेषताएँ:
a. उच्च उर्वरता:
b. नमी संधारण क्षमता:
c. मिट्टी की चिपचिपाहट और फैलाव:
d. उच्च पीएच स्तर:
e. विशेष फसलों के लिए उपयुक्तता:
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश में काली मिट्टी के प्रमुख क्षेत्र—मालवा पठार, नर्मदा बेसिन, चंबल बेसिन, और बघेलखंड क्षेत्र—कृषि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन क्षेत्रों की काली मिट्टी की विशेषताएँ, जैसे उच्च उर्वरता, नमी संधारण क्षमता, और विशेष फसलों के लिए उपयुक्तता, इसे राज्य की कृषि के लिए महत्वपूर्ण बनाती हैं। हाल के वर्षों में मिट्टी प्रबंधन और फसल तकनीकों में सुधार ने कृषि उत्पादकता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।