क्या आप स्वीकारते हैं कि जन संस्थाएँ जनता के अधिकारों के संरक्षण में सफल है ? (125 Words) [UPPSC 2022]
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जन संस्थाएँ और जनता के अधिकारों का संरक्षण
सफलता के उदाहरण: जन संस्थाएँ आमतौर पर जनता के अधिकारों के संरक्षण में सफल रही हैं। सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम ने नागरिकों को सार्वजनिक अधिकारियों से जानकारी प्राप्त करने का अधिकार प्रदान किया, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही में वृद्धि हुई है। सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद 377 पर निर्णय देकर समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर किया, जो व्यक्तिगत अधिकारों की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
चुनौतियाँ और सीमाएँ: हालांकि, चुनौतियाँ भी हैं। पुलिस उत्पीड़न और न्यायिक प्रणाली में देरी कभी-कभी संस्थानों की प्रभावशीलता को प्रभावित करती हैं। हाल के अंधराठा कांड में पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल और न्यायिक देरी समस्याएँ हैं जो अधिकारों के संरक्षण में बाधा डालती हैं।
निष्कर्ष: जन संस्थाएँ अधिकारों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, लेकिन निरंतर सुधार और निगरानी आवश्यक है ताकि इन संस्थाओं की प्रभावशीलता सुनिश्चित की जा सके।