भारत के औपचारिक क्षेत्र में रोजगार पर वैश्वीकरण के प्रभाव की समीक्षा करें। (125 Words) [UPPSC 2021]
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वैश्वीकरण ने भारत के औपचारिक क्षेत्र में रोजगार पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। सकारात्मक प्रभावों में विदेशी निवेश (FDI) में वृद्धि, नई उद्योगों का विकास, और उच्च-तकनीकी नौकरियों का सृजन शामिल हैं। विशेषकर सूचना प्रौद्योगिकी (IT) और बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं।
हालांकि, वैश्वीकरण के नकारात्मक प्रभाव भी हैं। परंपरागत उद्योगों में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से कुछ क्षेत्रों में नौकरियों में कमी आई है। इसके अतिरिक्त, ठेका और अस्थायी काम की प्रवृत्ति बढ़ी है, जिससे नौकरी की सुरक्षा और लाभों पर असर पड़ा है।
इस प्रकार, जबकि वैश्वीकरण ने औपचारिक क्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म दिया है, साथ ही यह चुनौतियों को भी लेकर आया है, जिनसे निपटने के लिए उचित नीतिगत उपायों की आवश्यकता है।