नागरिक अधिकार पत्र क्या है? नागरिकों के कल्याण में इसकी क्या भूमिका है ? (200 Words) [UPPSC 2023]
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नागरिक अधिकार पत्र: परिभाषा और भूमिका
1. नागरिक अधिकार पत्र (Citizen’s Charter): नागरिक अधिकार पत्र एक संस्थागत दस्तावेज है जो सार्वजनिक सेवाओं के प्रस्ताव और मानकों को स्पष्ट करता है। इसमें सरकारी या निजी संस्थानों द्वारा प्रदाताओं को सेवा की गुणवत्ता, समय सीमा, और उत्तरदायित्व के मानक शामिल होते हैं। इसका उद्देश्य पारदर्शिता, जवाबदेही, और ग्राहक सेवा को बढ़ावा देना है।
2. कल्याण में भूमिका:
3. उदाहरण: भारत में सार्वजनिक सेवा गारंटी कानून और म्यूनिसिपल चाटर्स जैसे दस्तावेज़ नागरिकों को सेवा के मानक और शिकायत निवारण प्रक्रिया को स्पष्ट करते हैं।
निष्कर्ष: नागरिक अधिकार पत्र सेवा की गुणवत्ता, पारदर्शिता, और जवाबदेही को बढ़ावा देते हुए नागरिकों के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह सरकारी और निजी संस्थानों की सर्विस डिलीवरी को बेहतर बनाने में सहायक होता है।