यह पूर्वानुमान लगाया गया है कि 2040 की ग्रीष्म ऋतु तक आर्कटिक हिम-मुक्त हो सकता है। महासागरों पर इसके संभावित प्रभावों का उल्लेख कीजिए। साथ ही, चर्चा कीजिए कि भारत इस स्थिति में किस प्रकार प्रभावित होगा। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
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2040 तक आर्कटिक हिम-मुक्त होने के संभावित परिणामों में महासागरों पर भी गहरा प्रभाव हो सकता है। जब आर्कटिक के हिम घटने लगेंगे, तो समुद्र स्तर में वृद्धि होगी और महासागरों के जलवायु परिवर्तन में वृद्धि देखने की संभावना है। इससे जलवायु तंत्र और समुद्री जीवन पर असर पड़ सकता है।
भारत इस स्थिति में भी प्रभावित हो सकता है। जलवायु परिवर्तन के कारण भारत में मौसम परिवर्तन, बाढ़, सूखा, और चक्रवाती तूफानों में वृद्धि हो सकती है। समुद्र स्तर की वृद्धि से भारत के तटीय क्षेत्रों पर भूमिगत विपदाएं भी बढ़ सकती हैं। इसलिए, सावधानी बरतने और पर्यावरण संरक्षण के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
2040 तक आर्कटिक हिम-मुक्त होने के संभावित परिणामों में महासागरों पर भी गहरा प्रभाव हो सकता है। जब आर्कटिक के हिम घटने लगेंगे, तो समुद्र स्तर में वृद्धि होगी और महासागरों के जलवायु परिवर्तन में वृद्धि देखने की संभावना है। इससे जलवायु तंत्र और समुद्री जीवन पर असर पड़ सकता है।
भारत इस स्थिति में भी प्रभावित हो सकता है। जलवायु परिवर्तन के कारण भारत में मौसम परिवर्तन, बाढ़, सूखा, और चक्रवाती तूफानों में वृद्धि हो सकती है। समुद्र स्तर की वृद्धि से भारत के तटीय क्षेत्रों पर भूमिगत विपदाएं भी बढ़ सकती हैं। इसलिए, सावधानी बरतने और पर्यावरण संरक्षण के लिए कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।