परीक्षण कीजिए कि औपनिवेशिक भारत में पारम्परिक कारीगरी उद्योग के पतन ने किस प्रकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को अपंग बना दिया । (250 words) [UPSC 2017]
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औपनिवेशिक भारत में पारंपरिक कारीगरी उद्योगों के पतन ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गहराई से प्रभावित किया और विभिन्न स्तरों पर उसके अस्तित्व को कमजोर कर दिया। आर्थिक प्रभाव: रोजगार की हानि: पारंपरिक कारीगरी उद्योग, जैसे कि वस्त्र बुनाई, मिट्टी के बर्तन और धातु कार्य, ग्रामीण अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हRead more
औपनिवेशिक भारत में पारंपरिक कारीगरी उद्योगों के पतन ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गहराई से प्रभावित किया और विभिन्न स्तरों पर उसके अस्तित्व को कमजोर कर दिया।
आर्थिक प्रभाव:
सामाजिक प्रभाव:
अतः, औपनिवेशिक भारत में पारंपरिक कारीगरी उद्योगों के पतन ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को कमजोर किया, जिसके परिणामस्वरूप बेरोजगारी, गरीबी, और सांस्कृतिक क्षति हुई।
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