महामारी के दौरान श्रम प्रवास के परिप्रेक्ष्य में अपनी अर्थव्यवस्था को गति देने के उद्देश्य से बहुराष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित करने में उत्तर प्रदेश के प्रयासों का परीक्षण कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
परिचय: 'विपरीत प्रवास' उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जिसमें लोग, विशेष रूप से श्रमिक, शहरी क्षेत्रों से वापस अपने ग्रामीण क्षेत्रों में लौटते हैं। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान, लाखों प्रवासी श्रमिक, विशेषकर उत्तर प्रदेश से, शहरों में रोजगार खोने और संसाधनों की कमी के कारण अपने गांव लौटने को मजबूर हुRead more
परिचय:
‘विपरीत प्रवास’ उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जिसमें लोग, विशेष रूप से श्रमिक, शहरी क्षेत्रों से वापस अपने ग्रामीण क्षेत्रों में लौटते हैं। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान, लाखों प्रवासी श्रमिक, विशेषकर उत्तर प्रदेश से, शहरों में रोजगार खोने और संसाधनों की कमी के कारण अपने गांव लौटने को मजबूर हुए।
उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव:
- बेरोज़गारी में वृद्धि: ग्रामीण क्षेत्रों में अचानक श्रमिकों की भारी संख्या लौटने से स्थानीय रोजगार बाजार पर दबाव बढ़ गया। कृषि क्षेत्र ने कुछ श्रमिकों को समायोजित किया, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से बेरोज़गारी बढ़ी।
- मनरेगा की मांग में वृद्धि: श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के लिए सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MNREGA) के तहत काम की मांग को तेजी से बढ़ाया। 2020-21 में इसके तहत काम पाने वालों की संख्या में भारी वृद्धि हुई।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर दबाव: सीमित संसाधनों और रोजगार के कारण ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर खाद्य, आश्रय और स्वास्थ्य सेवाओं का बोझ बढ़ गया, जिससे स्थानीय बुनियादी ढांचे पर तनाव पड़ा।
सामाजिक व्यवस्था पर प्रभाव:
- स्वास्थ्य और स्वच्छता चुनौतियाँ: प्रवासी श्रमिकों की बड़ी संख्या में वापसी से ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली पर दबाव बढ़ा और कोविड-19 के प्रसार का जोखिम भी बढ़ा।
- सामाजिक संरचना में बदलाव: शहरों में काम कर चुके कई प्रवासी श्रमिक अब अपने गांवों में उद्यमिता की ओर प्रवृत्त हुए, जिससे छोटे व्यवसायों की शुरुआत हुई।
निष्कर्ष:
कोविड-19 के दौरान विपरीत प्रवास ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक संरचना पर गहरा प्रभाव डाला, जिससे बेहतर ग्रामीण बुनियादी ढांचे और रोजगार के अवसरों की आवश्यकता उजागर हुई।
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परिचय: महामारी के दौरान श्रमिकों के बड़े पैमाने पर प्रवास ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया, जिससे राज्य को अपने औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के लिए नए उपाय अपनाने पड़े। राज्य ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों (MNCs) को आकर्षित करने के लिए कई प्रयास किए। उत्तर प्रदेश के प्रयास: लॉकडाउन के बादRead more
परिचय:
महामारी के दौरान श्रमिकों के बड़े पैमाने पर प्रवास ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया, जिससे राज्य को अपने औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के लिए नए उपाय अपनाने पड़े। राज्य ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों (MNCs) को आकर्षित करने के लिए कई प्रयास किए।
उत्तर प्रदेश के प्रयास:
निष्कर्ष:
उत्तर प्रदेश ने औद्योगिक बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करके और MNCs के लिए अनुकूल वातावरण बनाकर अपनी अर्थव्यवस्था को गति देने का सफल प्रयास किया है।
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