महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम ग्रामीण गरीबों की गरीबी कम करने का अधिकार देता है, टिप्पणी करें। (200 Words) [UPPSC 2021]
गरीबी और भूख के मूल कारण 1. असमानता और बेरोजगारी: आय और संसाधनों के असमान वितरण के कारण गरीब समुदायों की स्थिति बदतर होती है। बेरोजगारी से आय का अभाव और खाद्य असुरक्षा बढ़ती है। 2. शिक्षा और कौशल की कमी: अशिक्षा और कौशल की कमी के कारण लोग अच्छी नौकरियां प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं, जिससे गरीबीRead more
गरीबी और भूख के मूल कारण
1. असमानता और बेरोजगारी:
आय और संसाधनों के असमान वितरण के कारण गरीब समुदायों की स्थिति बदतर होती है। बेरोजगारी से आय का अभाव और खाद्य असुरक्षा बढ़ती है।
2. शिक्षा और कौशल की कमी:
अशिक्षा और कौशल की कमी के कारण लोग अच्छी नौकरियां प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं, जिससे गरीबी और भूख बढ़ती है।
3. कृषि में कमी:
कृषि में सुधार न होने से खाद्य उत्पादन में कमी होती है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भूख और गरीबी बढ़ती है।
सरकारी नीतियां
1. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY):
इस योजना के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जाता है। इसे 2023 तक बढ़ाया गया है।
2. मनरेगा:
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाकर गरीबी को कम किया जा रहा है।
3. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि:
इस योजना के तहत किसानों को आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे उनकी आय बढ़ती है और भूख की समस्या को कम किया जा सके।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA): ग्रामीण गरीबों की गरीबी कम करने में भूमिका 1. उद्देश्य और ढांचा (Objective and Framework): कानूनी उद्देश्य: 2005 में लागू किया गया MGNREGA, ग्रामीण घरों को साल में कम से कम 100 दिनों की मज़दूरी रोजगार की गारंटी देता है, ताकि आर्थिक सुरRead more
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA): ग्रामीण गरीबों की गरीबी कम करने में भूमिका
1. उद्देश्य और ढांचा (Objective and Framework):
2. ग्रामीण गरीबों को सशक्तिकरण (Empowerment of Rural Poor):
3. चुनौतियाँ और आलोचनाएँ (Challenges and Criticisms):
निष्कर्ष: MGNREGA ग्रामीण गरीबी को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, रोजगार प्रदान करता है और स्थानीय विकास को बढ़ावा देता है। हालांकि, कार्यान्वयन समस्याओं और कवरेज विस्तार को संबोधित करना इसकी प्रभावशीलता को अधिकतम करने के लिए आवश्यक है।
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