भारत के विशेष संदर्भ में सीमांत (फ्रंटियर) और सीमा (बाउंडरी) का अंतर स्पष्ट कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
उत्तर प्रदेश के प्रमुख भौतिक प्रदेश उत्तर प्रदेश को मुख्यतः गंगा मैदान, भाबर, तराई, विंध्याचल पठार, और बुंदेलखंड क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है। भाबर क्षेत्र: स्थान: शिवालिक पहाड़ियों के तल पर स्थित। विशेषताएँ: इसमें कंकड़ और बजरी की मिट्टी होती है, जो सतही जलवर्धन की भूमिका निभाती है। भाबर कRead more
उत्तर प्रदेश के प्रमुख भौतिक प्रदेश
उत्तर प्रदेश को मुख्यतः गंगा मैदान, भाबर, तराई, विंध्याचल पठार, और बुंदेलखंड क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है।
भाबर क्षेत्र:
- स्थान: शिवालिक पहाड़ियों के तल पर स्थित।
- विशेषताएँ: इसमें कंकड़ और बजरी की मिट्टी होती है, जो सतही जलवर्धन की भूमिका निभाती है। भाबर क्षेत्र में जल की कमी और भूमि का अपर्याप्त उपयोग होता है।
तराई क्षेत्र:
- स्थान: भाबर क्षेत्र के दक्षिण में स्थित।
- विशेषताएँ: अत्यंत उपजाऊ और नमीयुक्त क्षेत्र, यहाँ की मिट्टी समृद्ध है और इसमें सघन वन तथा दलदली क्षेत्र होते हैं। इस क्षेत्र में नदी द्वारा निरंतर जलस्रोत और कृषि संभावनाएँ होती हैं।
निष्कर्ष: भाबर और तराई क्षेत्रों की भौगोलिक विशेषताएँ उत्तर प्रदेश के समग्र भौगोलिक परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती हैं, जिसमें भूमि उपयोग, कृषि, और जलवर्धन की संभावनाएँ शामिल हैं।
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भारत में सीमांत और सीमा का अंतर सीमांत (फ्रंटियर) सीमांत वह क्षेत्र होता है जो किसी देश की सीमा से जुड़ा हुआ होता है और आमतौर पर इसे राजनयिक या आर्थिक रूप से पूरी तरह से परिभाषित नहीं किया जाता। यह राजनीतिक प्रभावों और सुरक्षा चिंताओं के संदर्भ में अस्थिर या सीमांत क्षेत्र हो सकता है। भारत में जम्मूRead more
भारत में सीमांत और सीमा का अंतर
सीमांत (फ्रंटियर)
सीमांत वह क्षेत्र होता है जो किसी देश की सीमा से जुड़ा हुआ होता है और आमतौर पर इसे राजनयिक या आर्थिक रूप से पूरी तरह से परिभाषित नहीं किया जाता। यह राजनीतिक प्रभावों और सुरक्षा चिंताओं के संदर्भ में अस्थिर या सीमांत क्षेत्र हो सकता है। भारत में जम्मू और कश्मीर और लद्दाख जैसे क्षेत्र सीमांत क्षेत्रों के उदाहरण हैं, जहां भौगोलिक और सुरक्षात्मक मुद्दे प्रमुख हैं।
सीमा (बाउंडरी)
सीमा वह स्पष्ट रूप से परिभाषित रेखा है जो दो देशों के बीच स्थिर और मान्यता प्राप्त विभाजन को दर्शाती है। यह अंतर्राष्ट्रीय संधियों और मानचित्रों के माध्यम से निर्धारित की जाती है। भारत की चीन के साथ लम्बी सीमा और पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा इसका उदाहरण हैं, जो सीमा समझौतों के आधार पर निश्चित हैं।
हाल के उदाहरण