प्रश्न का उत्तर अधिकतम 200 शब्दों में दीजिए। यह प्रश्न 11 अंक का है। [MPPSC 2021] भारत के सन्दर्भ में पर्यावरणीय शिक्षा एवं जागरुकता कार्यक्रमों का विवरण दें।
महासागरीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा कैसे प्राप्त होती है? महासागरीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा लहरों, ज्वार और समुद्री धाराओं से प्राप्त की जाती है, जो टरबाइनों को घुमा कर उत्पादन करती हैं। महासागरीय ऊर्जा के प्रकार लहर ऊर्जा: समुद्र की लहरों के उतार-चढ़ाव से टरबाइन घूमते हैं, जिससे विद्युत उत्पन्न होती हैRead more
महासागरीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा कैसे प्राप्त होती है?
महासागरीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा लहरों, ज्वार और समुद्री धाराओं से प्राप्त की जाती है, जो टरबाइनों को घुमा कर उत्पादन करती हैं।
महासागरीय ऊर्जा के प्रकार
- लहर ऊर्जा: समुद्र की लहरों के उतार-चढ़ाव से टरबाइन घूमते हैं, जिससे विद्युत उत्पन्न होती है।
- ज्वार ऊर्जा: समुद्र के ज्वार-भाटे से उत्पन्न शक्ति का उपयोग विद्युत ऊर्जा बनाने के लिए किया जाता है।
- धारा ऊर्जा: समुद्री धाराओं की गति से विद्युत ऊर्जा उत्पन्न होती है।
उदाहरण
- लहर ऊर्जा संयंत्र: जैसे, समुद्र की लहरों से टरबाइन घुमा कर विद्युत उत्पन्न करना।
सारांश: महासागरीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा लहरों, ज्वार और समुद्री धाराओं के माध्यम से उत्पन्न की जाती है, जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित है।
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भारत के संदर्भ में पर्यावरणीय शिक्षा एवं जागरुकता कार्यक्रम भारत में पर्यावरणीय शिक्षा और जागरुकता कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। यह कार्यक्रम विभिन्न स्तरों पर चलाए जाते हैं, जैसे कि स्कूल, कॉलेज और सामुदायिक संस्थानों में। 1. शैक्षणिक संस्थRead more
भारत के संदर्भ में पर्यावरणीय शिक्षा एवं जागरुकता कार्यक्रम
भारत में पर्यावरणीय शिक्षा और जागरुकता कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। यह कार्यक्रम विभिन्न स्तरों पर चलाए जाते हैं, जैसे कि स्कूल, कॉलेज और सामुदायिक संस्थानों में।
1. शैक्षणिक संस्थानों में पर्यावरण शिक्षा
2. विशेष अभियान और कार्यक्रम
3. सामुदायिक प्रयास
4. सरकारी और गैर-सरकारी संगठन
निष्कर्ष
भारत में पर्यावरणीय शिक्षा और जागरुकता कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाना है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से हम अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित कर सकते हैं।
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