रक्षा क्षेत्रक में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफ० डी० आइ०) को अब उदारीकृत करने की तैयारी है। भारत की रक्षा और अर्थव्यवस्था पर अल्पकाल और दीर्घकाल में इसके क्या प्रभाव अपेक्षित हैं? (200 words) [UPSC 2014]
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परिचय: रक्षा क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) को उदारीकृत करने का निर्णय भारत की रक्षा क्षमताओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार ने रक्षा निर्माण में FDI की सीमा को स्वचालित मार्ग से 74% तक और कुछ मामलों में सरकारी अनुमोदन के माध्यम से 100% तक बढ़ा दिया है। इस नीति परिवRead more
परिचय: रक्षा क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) को उदारीकृत करने का निर्णय भारत की रक्षा क्षमताओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार ने रक्षा निर्माण में FDI की सीमा को स्वचालित मार्ग से 74% तक और कुछ मामलों में सरकारी अनुमोदन के माध्यम से 100% तक बढ़ा दिया है। इस नीति परिवर्तन से भारत की रक्षा और अर्थव्यवस्था पर अल्पकाल और दीर्घकाल में महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
अल्पकालिक प्रभाव:
दीर्घकालिक प्रभाव:
निष्कर्ष: रक्षा क्षेत्र में FDI की उदारीकरण से भारत की रक्षा क्षमताओं और आर्थिक विकास पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। अल्पकाल में, यह निर्माण और रोजगार सृजन को बढ़ावा देगा, जबकि दीर्घकाल में, यह आत्मनिर्भरता, नवाचार, और रणनीतिक स्वायत्तता में योगदान देगा। इन लाभों को अधिकतम करने के लिए, भारत को मजबूत नियामक ढांचे और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की सुविधा सुनिश्चित करनी चाहिए।
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