व्यापक राष्ट्रीय शक्ति (सी.एन.पी.) के तीन मुख्य घटकों जैसे मानवीय पूँजी, मृदु शक्ति (संस्कृति और नीतियां) तथा सामाजिक सद्भाव की अभिवृद्धि में नीति शास्त्र और मूल्यों की भूमिका का विवेचन कीजिए । (150 words) [UPSC 2020]
सामाजिक प्रभाव और समझाना-बुझाना स्वच्छ भारत अभियान की सफलता में योगदान 1. प्रभावशाली व्यक्तियों का योगदान: व्याख्या: सामाजिक प्रभावशाली व्यक्तियों और सेलिब्रिटी की भागीदारी स्वच्छता अभियानों की लोकप्रियता बढ़ा सकती है और सार्वजनिक भागीदारी को प्रोत्साहित कर सकती है। उदाहरण: शाहरुख़़़़़़़़़़़ खान औरRead more
सामाजिक प्रभाव और समझाना-बुझाना स्वच्छ भारत अभियान की सफलता में योगदान
1. प्रभावशाली व्यक्तियों का योगदान:
- व्याख्या: सामाजिक प्रभावशाली व्यक्तियों और सेलिब्रिटी की भागीदारी स्वच्छता अभियानों की लोकप्रियता बढ़ा सकती है और सार्वजनिक भागीदारी को प्रोत्साहित कर सकती है।
- उदाहरण: शाहरुख़़़़़़़़़़़ खान और अमिताभ बच्चन जैसे सेलिब्रिटीज़ ने स्वच्छता के संदेश को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
2. स्थानीय नेताओं और आदर्श व्यक्तियों का प्रेरणादायक उदाहरण:
- व्याख्या: स्थानीय नेता और आदर्श व्यक्ति स्वच्छता प्रथाओं को अपनाकर और प्रचारित करके समुदाय को प्रेरित कर सकते हैं।
- उदाहरण: स्वच्छ भारत चैंपियंस जैसे कार्यक्रमों में गाँव के प्रमुखों को सम्मानित किया जाता है, जो स्थानीय स्तर पर स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाते हैं।
3. व्यवहारिक बदलाव की दिशा में प्रेरणात्मक पहल:
- व्याख्या: समझाना-बुझाना तकनीकों का उपयोग लोगों को स्वच्छता की आदतें अपनाने के लिए प्रेरित कर सकता है।
- उदाहरण: सार्वजनिक सेवा विज्ञापन और स्वच्छता अभियानों ने प्रभावशाली संदेशों के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के लाभ के बारे में बताया।
4. सामाजिक मानदंड और समूह दबाव:
- व्याख्या: स्वच्छता को सामाजिक मानदंड के रूप में स्थापित करके और समूह दबाव का उपयोग करके लोगों को स्वच्छता प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।
- उदाहरण: स्कूल आधारित स्वच्छता कार्यक्रम छात्रों को स्वच्छता अभियानों में शामिल कर समाज में स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देते हैं।
निष्कर्ष: सामाजिक प्रभाव और समझाना-बुझाना स्वच्छ भारत अभियान की सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने और उन्हें सक्रिय रूप से भागीदारी करने के लिए प्रेरित करते हैं।
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व्यापक राष्ट्रीय शक्ति में नीति शास्त्र और मूल्यों की भूमिका 1. मानवीय पूँजी: नीति शास्त्र और मूल्यों का मानवीय पूँजी पर महत्वपूर्ण प्रभाव होता है। नैतिक नेतृत्व और मूल्य आधारित शिक्षा के माध्यम से जिम्मेदारी, ईमानदारी, और व्यावसायिकता को बढ़ावा मिलता है। जैसे कि आईआईएम (IIMs) में नैतिक शिक्षा को शाRead more
व्यापक राष्ट्रीय शक्ति में नीति शास्त्र और मूल्यों की भूमिका
1. मानवीय पूँजी: नीति शास्त्र और मूल्यों का मानवीय पूँजी पर महत्वपूर्ण प्रभाव होता है। नैतिक नेतृत्व और मूल्य आधारित शिक्षा के माध्यम से जिम्मेदारी, ईमानदारी, और व्यावसायिकता को बढ़ावा मिलता है। जैसे कि आईआईएम (IIMs) में नैतिक शिक्षा को शामिल किया गया है, जो कुशल और नैतिक नेताओं को तैयार करता है, जिससे समग्र समाज की प्रगति और उत्पादकता बढ़ती है।
2. मृदु शक्ति (संस्कृति और नीतियां): नीति शास्त्र और मूल्यों मृदु शक्ति को सशक्त बनाते हैं। संस्कृतिक कूटनीति जैसे भारत में योग और आयुर्वेद का प्रचार, नैतिक मूल्यों और सांस्कृतिक समृद्धि पर आधारित होता है, जो अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और वैश्विक छवि को मजबूत करता है। इसी तरह, नैतिक विदेश नीति से देशों के बीच विश्वास और सम्मान बढ़ता है।
3. सामाजिक सद्भाव: नीति शास्त्र और मूल्यों सामाजिक सद्भाव को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। समानता, न्याय, और समावेशिता के नैतिक सिद्धांत सामाजिक न्याय को सुनिश्चित करते हैं और संघर्षों को कम करते हैं। जैसे कि विभिन्न राज्यों में समावेशी नीतियों और संवाद के माध्यम से सामुदायिक तनाव को सफलतापूर्वक सुलझाया गया है, जो राष्ट्रीय स्थिरता और प्रगति के लिए आवश्यक है।
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