भू-संचलन के कारण निर्मित झीलों का संक्षिप्त विवरण देते हुए, झीलों के आर्थिक और पारिस्थितिक महत्व पर चर्चा कीजिए। (उत्तर 250 शब्दों में दें)
महासागरीय लवणता एक महत्वपूर्ण भौतिक गुण है जो पानी में विभिन्न धातु, जैव तत्व और अन्य योगिक पदार्थों के साथ मिलकर विषाणुकों को नियंत्रित करता है। इसके स्तर को निरंतर नियंत्रित रखना जरूरी है क्योंकि यह पानी के जीवों के लिए महत्वपूर्ण है। महासागरीय लवणता को निर्धारित करने वाले कारकों में मुख्य रूप सेRead more
महासागरीय लवणता एक महत्वपूर्ण भौतिक गुण है जो पानी में विभिन्न धातु, जैव तत्व और अन्य योगिक पदार्थों के साथ मिलकर विषाणुकों को नियंत्रित करता है। इसके स्तर को निरंतर नियंत्रित रखना जरूरी है क्योंकि यह पानी के जीवों के लिए महत्वपूर्ण है।
महासागरीय लवणता को निर्धारित करने वाले कारकों में मुख्य रूप से जल, पानी का तापमान, पानी में उपस्थित अन्य योगिक पदार्थ और जीवों की गतिविधियों का प्रभाव शामिल होता है।
विश्व भर में महासागरीय लवणता का स्थानिक वितरण महासागरों के जल के स्रोत, जलमार्ग, हवाई जहाजों द्वारा हुए परिवहन, और पानी की गतिविधियों पर निर्भर करता है।
जिस प्रकार से जल संकट, जल उपचार, और जल संवर्धन के मामले विविधता दिखाते हैं, उसी तरह से महासागरीय लवणता के वितरण में भी स्थानीय सांस्कृतिक, आर्थिक और जैविक प्रक्रियाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
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भू-संचलन के कारण निर्मित झीलें: भू-संचलन की गतिविधियों जैसे भूस्खलन, पर्वतारोहण, और तटीय प्रक्रियाओं के परिणामस्वरूप झीलों का निर्माण होता है। ये झीलें विभिन्न प्रकार की होती हैं, जिनमें प्रमुख हैं: भूस्खलन झीलें: जब भू-संचलन के दौरान एक बड़ी मिट्टी की ढाल नदी या नाले के मार्ग को अवरुद्ध कर देती है,Read more
भू-संचलन के कारण निर्मित झीलें: भू-संचलन की गतिविधियों जैसे भूस्खलन, पर्वतारोहण, और तटीय प्रक्रियाओं के परिणामस्वरूप झीलों का निर्माण होता है। ये झीलें विभिन्न प्रकार की होती हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
आर्थिक और पारिस्थितिक महत्व:
चुनौतियाँ:
इन झीलों का संरक्षण और प्रबंधन, इनकी पारिस्थितिक और आर्थिक महत्वपूर्णताओं को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
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