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वर्तमान उभरती सुरक्षा चुनौतियों में नाभिकीय हथियार भारत की सुरक्षा प्रबंधन में किस प्रकार लाभदायक हो सकता है? इसको समझाइये। (200 Words) [UPPSC 2020]
वर्तमान उभरती सुरक्षा चुनौतियों में नाभिकीय हथियारों की भूमिका 1. निरोधात्मक सुरक्षा: नाभिकीय हथियार निरोधात्मक क्षमता प्रदान करते हैं, जो किसी भी संभावित आक्रमण को रोकने में मदद करती है। भारत की निवारण नीति के तहत, नाभिकीय हथियार देश की सार्वभौमिकता और संप्रभुता की रक्षा में एक महत्वपूर्ण उपकरण बनRead more
वर्तमान उभरती सुरक्षा चुनौतियों में नाभिकीय हथियारों की भूमिका
1. निरोधात्मक सुरक्षा: नाभिकीय हथियार निरोधात्मक क्षमता प्रदान करते हैं, जो किसी भी संभावित आक्रमण को रोकने में मदद करती है। भारत की निवारण नीति के तहत, नाभिकीय हथियार देश की सार्वभौमिकता और संप्रभुता की रक्षा में एक महत्वपूर्ण उपकरण बन गए हैं।
2. सुरक्षा संतुलन: नाभिकीय हथियार सार्वभौम शक्ति संतुलन बनाए रखते हैं, विशेषकर जब पड़ोसी देशों के पास भी नाभिकीय हथियार हों। भारत-पाकिस्तान और भारत-चीन के संदर्भ में, इन हथियारों ने सामरिक संतुलन को बनाए रखने में मदद की है।
3. संघर्ष में स्थिरता: नाभिकीय हथियारों की उपस्थिति युद्ध के जोखिम को कम करती है, क्योंकि नाभिकीय युद्ध की संभावना अत्यधिक विनाशकारी होती है। इससे संघर्ष की संभावना कम होती है और आंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ता है।
4. रोकथाम क्षमता: नाभिकीय हथियार शक्तिशाली निवारक के रूप में कार्य करते हैं, जिससे संसाधन संलयन और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा गारंटी में मदद मिलती है।
निष्कर्ष: नाभिकीय हथियार भारत की सुरक्षा प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे निरोधात्मक सुरक्षा, सुरक्षा संतुलन, संघर्ष में स्थिरता, और रोकथाम क्षमता के माध्यम से उभरती सुरक्षा चुनौतियों का प्रभावी तरीके से सामना करने में सहायक हैं।
See lessभारत में नक्सलवाद का सामना करने के लिये सरकार द्वारा उठाये गये कदमों को समझाइये। (200 Words) [UPPSC 2020]
भारत में नक्सलवाद का सामना करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम 1. सुरक्षा उपाय: सैन्य और पैरामिलिटरी बलों का उपयोग: सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सीआरपीएफ और सेंटरल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईएसएफ) जैसे बलों की तैनाती की है। विशेष बल और अभियानों: सिआरपीएफ की स्पेशल टास्क फोर्स और सर्च और क्लीयरRead more
भारत में नक्सलवाद का सामना करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम
1. सुरक्षा उपाय:
2. विकासात्मक पहल:
3. सामुदायिक प्रयास:
4. कानूनी और प्रशासनिक सुधार:
निष्कर्ष: भारत सरकार ने नक्सलवाद का सामना करने के लिए सुरक्षा, विकासात्मक पहल, सामुदायिक प्रयास, और कानूनी सुधार के एक बहुआयामी दृष्टिकोण को अपनाया है। इन उपायों से नक्सलवाद की चुनौती को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।
See lessविज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार नीति-2020 की व्याख्या कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2020]
विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार नीति-2020 की व्याख्या विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार नीति-2020 (STI Policy 2020) भारत सरकार द्वारा बनाई गई एक महत्वपूर्ण रणनीतिक दस्तावेज़ है, जिसका उद्देश्य देश में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार (STI) के क्षेत्र में प्रगति और विकास को बढ़ावा देना है। मुख्य उद्देशRead more
विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार नीति-2020 की व्याख्या
विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार नीति-2020 (STI Policy 2020) भारत सरकार द्वारा बनाई गई एक महत्वपूर्ण रणनीतिक दस्तावेज़ है, जिसका उद्देश्य देश में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार (STI) के क्षेत्र में प्रगति और विकास को बढ़ावा देना है।
निष्कर्ष: STI Policy 2020 भारत में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में समग्र और सुसंगठित विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में उन्नत बनाने के लिए तत्पर है।
See less'मनी लॉन्ड्रिंग' एवं 'मानव तस्करी' की गैर-परंपरागत सुरक्षा चुनौतियों के रूप में समीक्षा कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी: गैर-परंपरागत सुरक्षा चुनौतियाँ मनी लॉन्ड्रिंग: आर्थिक प्रभाव: यह अवैध धन को वैधता प्रदान करता है, जिससे काले धन की अर्थव्यवस्था में घुसपैठ होती है। इससे आर्थिक अस्थिरता और वित्तीय प्रणाली में भ्रष्टाचार बढ़ता है। जटिलता: यह वित्तीय प्रणाली का दुरुपयोग करके जटिल लेन-देनRead more
मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी: गैर-परंपरागत सुरक्षा चुनौतियाँ
निष्कर्ष: मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी गैर-परंपरागत सुरक्षा चुनौतियाँ हैं जो आर्थिक, सामाजिक, और मानवाधिकार के दृष्टिकोण से गंभीर समस्याएँ उत्पन्न करती हैं। इनसे निपटने के लिए प्रभावी कानूनी और सुरक्षात्मक उपायों की आवश्यकता है।
See less'नाकों आतंकवाद' भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिये खतरा है। इसकी विवेचना कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
नक्सलवाद और भारत की आंतरिक सुरक्षा नक्सलवाद भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है: सुरक्षा चुनौती: नक्सलवादी समूहों द्वारा हिंसात्मक गतिविधियों, जैसे कि लैंडमाइंस और आत्मघाती हमले, से सुरक्षा बलों और नागरिकों की जान जोखिम में पड़ती है। उदाहरण: छत्तीसगढ़ और झारखंड में नक्सलवादी हमलों से कई मRead more
नक्सलवाद और भारत की आंतरिक सुरक्षा
नक्सलवाद भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है:
निष्कर्ष: नक्सलवाद भारत की आंतरिक सुरक्षा को प्रभावित करता है, जिसमें सुरक्षा चुनौतियाँ, सामाजिक अशांति और विकास में रुकावट शामिल हैं। इसे रोकने के लिए समन्वित सुरक्षा उपायों और विकासात्मक प्रयासों की आवश्यकता है।
See lessउत्तर प्रदेश को प्रमुख भौतिक प्रदेशों में विभाजित करते हुए इसके भॉबर और तराई क्षेत्रों की भौगोलिक विशेषताओं का वर्णन कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
उत्तर प्रदेश के प्रमुख भौतिक प्रदेश उत्तर प्रदेश को मुख्यतः गंगा मैदान, भाबर, तराई, विंध्याचल पठार, और बुंदेलखंड क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है। भाबर क्षेत्र: स्थान: शिवालिक पहाड़ियों के तल पर स्थित। विशेषताएँ: इसमें कंकड़ और बजरी की मिट्टी होती है, जो सतही जलवर्धन की भूमिका निभाती है। भाबर कRead more
उत्तर प्रदेश के प्रमुख भौतिक प्रदेश
उत्तर प्रदेश को मुख्यतः गंगा मैदान, भाबर, तराई, विंध्याचल पठार, और बुंदेलखंड क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है।
भाबर क्षेत्र:
तराई क्षेत्र:
निष्कर्ष: भाबर और तराई क्षेत्रों की भौगोलिक विशेषताएँ उत्तर प्रदेश के समग्र भौगोलिक परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करती हैं, जिसमें भूमि उपयोग, कृषि, और जलवर्धन की संभावनाएँ शामिल हैं।
See lessसमालोचनात्मक परीक्षण कीजिये कि क्या 'भारत में गरीबी का मुख्य कारण बढ़ती हुई जनसंख्या है या जनसंख्या वृद्धि का मुख्य कारण गरीबी है'। (125 Words) [UPPSC 2020]
भारत में गरीबी और जनसंख्या वृद्धि: समालोचनात्मक परीक्षण जनसंख्या वृद्धि का कारण गरीबी: कुलीनता: गरीबी के कारण परिवार नियोजन और शिक्षा की कमी होती है, जिससे जन्म दर उच्च रहती है। उदाहरण: ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण लोग बड़े परिवार को आर्थिक सुरक्षा का साधन मानते हैRead more
भारत में गरीबी और जनसंख्या वृद्धि: समालोचनात्मक परीक्षण
जनसंख्या वृद्धि का कारण गरीबी:
गरीबी का कारण जनसंख्या वृद्धि:
निष्कर्ष: भारत में गरीबी और जनसंख्या वृद्धि परस्पर संबंधित हैं। गरीबी जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देती है, और तेजी से बढ़ती जनसंख्या गरीबी की समस्या को गहरा करती है। दोनों कारकों के बीच की जटिल कड़ी को समझना और सुधारात्मक नीतियाँ लागू करना आवश्यक है।
See lessसमकालीन भारत में प्रमुख महिला संगठनों के योगदानों का अलोचनात्मक परीक्षण कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
समकालीन भारत में प्रमुख महिला संगठनों के योगदान अधिकार और न्याय: राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) और ब्रेकथ्रू जैसे संगठनों ने महिला अधिकारों के संरक्षण और संवर्धन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, कानूनी सुधारों और न्याय की दिशा में प्रयास किए हैं। शिक्षा और कौशल विकास: सेवा (SEWA) और प्रथम जैसे संगठनोंRead more
समकालीन भारत में प्रमुख महिला संगठनों के योगदान
अलोचनात्मक परीक्षण: जबकि ये संगठनों ने महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, उनकी पहुंच और प्रभाव सीमित हो सकते हैं। क्षेत्रीय भिन्नताओं और संसाधनों की कमी उनके काम में बाधाएँ उत्पन्न कर सकती हैं।
निष्कर्ष: प्रमुख महिला संगठनों ने महिलाओं के अधिकार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, लेकिन इनकी प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास और सुधार की आवश्यकता है।
See lessभारत को एक समिश्रित सांस्कृतिक समाज होने के लाभों का वर्णन कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
भारत के समिश्रित सांस्कृतिक समाज के लाभ सांस्कृतिक समृद्धि: विविधता में एकता के सिद्धांत पर आधारित भारत की समिश्रित संस्कृति ने एक समृद्ध और रंगीन सांस्कृतिक धरोहर को जन्म दिया, जिसमें विभिन्न परंपराएँ, त्योहार और भाषाएँ शामिल हैं। सामाजिक सामंजस्य: विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के बीच सह-अस्तित्व औRead more
भारत के समिश्रित सांस्कृतिक समाज के लाभ
निष्कर्ष: भारत का समिश्रित सांस्कृतिक समाज उसकी सामाजिक, आर्थिक और वैश्विक ताकत को बढ़ाता है, और एकता तथा विविधता के बीच सामंजस्य बनाए रखता है।
See lessइटली में फाँसीवाद के नेता मुसोलिनी की विदेश नीति पर समीक्षात्मक टिप्पणी लिखिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
मुसोलिनी की विदेश नीति पर समीक्षात्मक टिप्पणी मुसोलिनी की विदेश नीति, फासीवादी सिद्धांतों से प्रेरित, आक्रमकता और साम्राज्यवाद पर आधारित थी। विस्तारवाद: मुसोलिनी ने इथियोपिया (1935) और अल्बानिया (1939) पर आक्रमण कर इटली के साम्राज्यवादी लक्ष्यों को पूरा करने की कोशिश की। रोम-बर्लिन धुरी: उसने नाजी जRead more
मुसोलिनी की विदेश नीति पर समीक्षात्मक टिप्पणी
मुसोलिनी की विदेश नीति, फासीवादी सिद्धांतों से प्रेरित, आक्रमकता और साम्राज्यवाद पर आधारित थी।
निष्कर्ष: मुसोलिनी की विदेश नीति ने इटली को अंतरराष्ट्रीय विवाद और युद्ध की ओर धकेल दिया, जिससे उसकी विदेश नीति की विफलता स्पष्ट हो गई।
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