सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) क्या है? भारत में इसे शुरू करने के नीतिगत निहितार्थों पर चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
भारतीय MSME क्षेत्र एक महत्वपूर्ण अवधारणा है जो देश के समावेशी विकास में अहम भूमिका निभा सकती है। हालांकि, इस क्षेत्र का सामना कई मुद्दों से होता है। वित्तीय संकट, अदबाजी, प्रौद्योगिकी में पिछड़ावा, बाजार में प्रवेश में अवरोध, तकनीकी नवाचारों के अभाव, और उचित वित्तीय संसाधनों की कमी इस क्षेत्र के साRead more
भारतीय MSME क्षेत्र एक महत्वपूर्ण अवधारणा है जो देश के समावेशी विकास में अहम भूमिका निभा सकती है। हालांकि, इस क्षेत्र का सामना कई मुद्दों से होता है। वित्तीय संकट, अदबाजी, प्रौद्योगिकी में पिछड़ावा, बाजार में प्रवेश में अवरोध, तकनीकी नवाचारों के अभाव, और उचित वित्तीय संसाधनों की कमी इस क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों में से कुछ है। इन मुद्दों का समाधान करने के लिए सरकार को प्रोत्साहन देना, वित्तीय संसाधनों को सुलझाना, तकनीकी नवाचारों का उपयोग करना, और व्यापारिक अदालतों का संवाहन करना आवश्यक है। इसके साथ ही, एक सुचारू नीतिगत मार्गदर्शन और सामाजिक सहयोग भी इस क्षेत्र को समृद्धि की ओर ले जा सकते हैं।
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सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) एक नई वित्तीय प्रौद्योगिकी है जिसमें सेंट्रल बैंक द्वारा जारी की गई एक आधिकारिक वाल्यू वाली डिजिटल मुद्रा होती है। यह विभिन्न देशों द्वारा विचारों में है क्योंकि इसके अनुमानित लाभ और चुनौतियों का अध्ययन किया जा रहा है। भारत में CBDC को शुरू करने के नीतिगत निहितार्थRead more
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) एक नई वित्तीय प्रौद्योगिकी है जिसमें सेंट्रल बैंक द्वारा जारी की गई एक आधिकारिक वाल्यू वाली डिजिटल मुद्रा होती है। यह विभिन्न देशों द्वारा विचारों में है क्योंकि इसके अनुमानित लाभ और चुनौतियों का अध्ययन किया जा रहा है।
भारत में CBDC को शुरू करने के नीतिगत निहितार्थ वित्तीय समावेशन, भुगतान प्रणालियों का सुधार, अनियमितता कम करना, वित्तीय समावेशन में वृद्धि, और भारतीय रुपये के अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ावा देना शामिल है। इसके अलावा, CBDC नकदी के उपयोग को कम करने में मददगार हो सकता है, डिजिटल भुगतान की सुविधा प्रदान कर सकता है, और फिनटेक सेक्टर को बढ़ावा दे सकता है।
इन सभी कारणों से, CBDC भारतीय अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है जो नकदी का उपयोग करने के विकास को गति दे सकता है और डिजिटल अर्थव्यवस्था की दिशा में प्रेरित कर सकता है।
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