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भारत में उद्योगों का 'उपयोग आधारित वर्गीकरण' कैसे होता है? [उत्तर सीमाः 20 शब्द] [UKPSC 2012]
भारत में उद्योगों का उपयोग आधारित वर्गीकरण भारत में उद्योगों का उपयोग आधारित वर्गीकरण मुख्यतः निम्नलिखित श्रेणियों में किया जाता है: वस्त्र उद्योग: वस्त्र और परिधान का उत्पादन, जैसे कपड़े, साड़ियाँ। भोजन उद्योग: खाद्य पदार्थों का उत्पादन, जैसे डेयरी, अनाज प्रसंस्करण। इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग: इलेक्ट्रॉRead more
भारत में उद्योगों का उपयोग आधारित वर्गीकरण
भारत में उद्योगों का उपयोग आधारित वर्गीकरण मुख्यतः निम्नलिखित श्रेणियों में किया जाता है:
हाल के उदाहरणों में, ‘मेक इन इंडिया’ पहल ने स्थानीय उत्पादन को प्रोत्साहित किया है, विशेष रूप से वस्त्र और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्रों में।
See lessभारत निर्माण के छः घटक क्या है? [उत्तर सीमाः 20 शब्द] [UKPSC 2012]
भारत निर्माण के छः घटक भारत निर्माण के छः प्रमुख घटक निम्नलिखित हैं: ग्रामीण विकास: ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विकास। कृषि विकास: कृषि उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि। शहरी विकास: शहरी क्षेत्रों में अवसंरचना का विकास। सामाजिक सेवाएँ: स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक कल्याण में सुधार। महिRead more
भारत निर्माण के छः घटक
भारत निर्माण के छः प्रमुख घटक निम्नलिखित हैं:
हाल के उदाहरणों में, प्रधानमंत्री आवास योजना और कृषि सुधार कानून ग्रामीण और कृषि विकास के लिए उठाए गए कदम हैं।
See lessतृतीय पंचवर्षीय योजना के समापन और चतुर्थ पंचवर्षीय योजना के प्रारंभ में तीन वर्षों के अंतराल के कारणों की गणना कीजिये। [उत्तर सीमाः 20 शब्द] [UKPSC 2012]
तृतीय और चतुर्थ पंचवर्षीय योजना के बीच का अंतराल तृतीय पंचवर्षीय योजना के समापन और चतुर्थ पंचवर्षीय योजना के प्रारंभ में तीन वर्षों के अंतराल के प्रमुख कारण हैं: आर्थिक मंदी: तृतीय योजना के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी आई, जिससे संसाधनों का समुचित उपयोग नहीं हो पाया। योजना की समीक्षा: नई योजना कRead more
तृतीय और चतुर्थ पंचवर्षीय योजना के बीच का अंतराल
तृतीय पंचवर्षीय योजना के समापन और चतुर्थ पंचवर्षीय योजना के प्रारंभ में तीन वर्षों के अंतराल के प्रमुख कारण हैं:
हालांकि, 1969 में चतुर्थ पंचवर्षीय योजना की शुरुआत हुई, जिससे अर्थव्यवस्था को पुनः संजीवनी मिली।
See lessसाख नियंत्रण की परिमाणात्मक विधि से आपका क्या आशय है? [उत्तर सीमाः 20 शब्द] [UKPSC 2012]
साख नियंत्रण की परिमाणात्मक विधि साख नियंत्रण की परिमाणात्मक विधि का आशय केंद्रीय बैंक द्वारा अर्थव्यवस्था में मुद्रा की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न औजारों का उपयोग करना है। इसमें मुद्रा आपूर्ति, ब्याज दरें, और अनिवार्य आरक्षित अनुपात (CRR) का समावेश होता है। उदाहरण के लिए, आरबीआई ब्याजRead more
साख नियंत्रण की परिमाणात्मक विधि
साख नियंत्रण की परिमाणात्मक विधि का आशय केंद्रीय बैंक द्वारा अर्थव्यवस्था में मुद्रा की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न औजारों का उपयोग करना है। इसमें मुद्रा आपूर्ति, ब्याज दरें, और अनिवार्य आरक्षित अनुपात (CRR) का समावेश होता है। उदाहरण के लिए, आरबीआई ब्याज दरों को घटाकर या बढ़ाकर बाजार में तरलता को नियंत्रित करता है।
See lessभारत के निर्यात क्षेत्र की किन्हीं तीन प्रमुख चुनौतियों को बताइये। [उत्तर सीमाः 20 शब्द] [UKPSC 2012]
भारत के निर्यात क्षेत्र की प्रमुख चुनौतियाँ अवसंरचना की कमी: भारत में आवश्यक अवसंरचना की कमी, जैसे कि सड़क, बंदरगाह और परिवहन सुविधाओं का अभाव, निर्यात को प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए, कच्चे माल के समय पर उपलब्ध न होने के कारण कई उद्योग प्रभावित होते हैं। वैश्विक प्रतिस्पर्धा: भारत को चीन और वियतRead more
भारत के निर्यात क्षेत्र की प्रमुख चुनौतियाँ
'नीति' आयोग क्या है? [उत्तर सीमाः 20 शब्द] [UKPSC 2012]
नीति आयोग: परिभाषा: नीति आयोग भारत की योजना बनाने वाली संस्था है, जिसका गठन 1 जनवरी 2015 को राष्ट्रीय स्तर पर विकास के लिए किया गया। उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य राज्यों और केंद्र सरकार के बीच समन्वय स्थापित करना और विकासात्मक योजनाओं का मार्गदर्शन करना है। उदाहरण: अटल नवाचार मिशन के तहत स्टार्टअप्Read more
नीति आयोग:
परिभाषा: नीति आयोग भारत की योजना बनाने वाली संस्था है, जिसका गठन 1 जनवरी 2015 को राष्ट्रीय स्तर पर विकास के लिए किया गया।
उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य राज्यों और केंद्र सरकार के बीच समन्वय स्थापित करना और विकासात्मक योजनाओं का मार्गदर्शन करना है।
उदाहरण: अटल नवाचार मिशन के तहत स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना और सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में काम करना नीति आयोग के प्रमुख कार्यों में शामिल है।
See less'चौदहवें वित्त आयोग' के अध्यक्ष के बारे में विवेचना कीजिये। [उत्तर सीमाः 20 शब्द] [UKPSC 2012]
चौदहवें वित्त आयोग के अध्यक्ष: राजीव महर्षि: उन्होंने चौदहवें वित्त आयोग की अध्यक्षता की। यह आयोग 2015 से 2020 के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच वित्तीय आवंटन का निर्धारण करता है। विशेषताएँ: उन्होंने राजकोषीय समृद्धि को बढ़ाने और राज्यों को वित्तीय स्वायत्तता देने पर जोर दिया। आयोग ने राजस्व संगRead more
चौदहवें वित्त आयोग के अध्यक्ष:
राजीव महर्षि: उन्होंने चौदहवें वित्त आयोग की अध्यक्षता की। यह आयोग 2015 से 2020 के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच वित्तीय आवंटन का निर्धारण करता है।
विशेषताएँ:
उदाहरण: उनके कार्यकाल के दौरान राज्यों को 42% के आवंटन में वृद्धि की गई, जो कि पिछले आयोगों की तुलना में अधिक था।
See lessकेंद्र सरकार के दो आय के स्रोत लिखिये। [उत्तर सीमाः 20 शब्द] [UKPSC 2012]
केंद्र सरकार के आय के स्रोत: कराधान: आयकर और वस्तु एवं सेवा कर (GST) से सरकार को महत्वपूर्ण राजस्व प्राप्त होता है। अन्य शुल्क: सरकारी सेवाओं, संपत्तियों और लाइसेंसों से प्राप्त शुल्क भी आय का स्रोत है। उदाहरण: GST से 2023-24 में ₹1.5 लाख करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ।
केंद्र सरकार के आय के स्रोत:
उदाहरण: GST से 2023-24 में ₹1.5 लाख करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ।
See lessचालू खाते के घाटे से आप क्या समझते हैं? [उत्तर सीमाः 20 शब्द] [UKPSC 2012]
चालू खाते का घाटा तब होता है जब किसी देश के आयात, सेवाओं, और स्थानांतरणों का कुल मूल्य उसके निर्यात से अधिक होता है। यह असंतुलित व्यापार को दर्शाता है।
चालू खाते का घाटा तब होता है जब किसी देश के आयात, सेवाओं, और स्थानांतरणों का कुल मूल्य उसके निर्यात से अधिक होता है।
See lessयह असंतुलित व्यापार को दर्शाता है।
अंतर्राष्ट्रीय तरलता से आपका क्या अभिप्राय है? [उत्तर सीमाः 20 शब्द] [UKPSC 2012]
अंतर्राष्ट्रीय तरलता का तात्पर्य वैश्विक स्तर पर विभिन्न देशों के बीच लेन-देन के लिए आवश्यक विदेशी मुद्रा और संपत्तियों की उपलब्धता से है। यह आर्थिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।
अंतर्राष्ट्रीय तरलता का तात्पर्य वैश्विक स्तर पर विभिन्न देशों के बीच लेन-देन के लिए आवश्यक विदेशी मुद्रा और संपत्तियों की उपलब्धता से है।
See lessयह आर्थिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।