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पृथ्वी संसाधन प्रबन्धन के लिए सुदूर संवेदन के अनुप्रयोगों के नाम बताइये।
पृथ्वी संसाधन प्रबंधन में सुदूर संवेदन के अनुप्रयोग प्रमुख अनुप्रयोग भूमि उपयोग प्रबंधन सुदूर संवेदन तकनीक का उपयोग भूमि उपयोग के प्रभावी प्रबंधन के लिए किया जाता है। जल संसाधन प्रबंधन जल निकायों की स्थिति और गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जा सकता है। वनस्पति और कृषि निगरानी फसलों की वृद्धि और स्वास्थ्यRead more
पृथ्वी संसाधन प्रबंधन में सुदूर संवेदन के अनुप्रयोग
प्रमुख अनुप्रयोग
इन अनुप्रयोगों से पृथ्वी संसाधनों का बेहतर प्रबंधन संभव होता है।
See lessखत्तरों और आपदाओं के बीच अन्तर करें।
खत्तरों और आपदाओं के बीच अंतर खत्तरे परिभाषा: खतरें ऐसे संभावित खतरे हैं जो मानव जीवन या संपत्ति को नुकसान पहुँचा सकते हैं। उदाहरण: भूकंप, बाढ़, या महामारी जैसे खतरे। आपदाएँ परिभाषा: आपदाएँ वे घटनाएँ हैं जो खतरों के परिणामस्वरूप होती हैं और बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाती हैं। उदाहरण: जब भूकंप आने परRead more
खत्तरों और आपदाओं के बीच अंतर
खत्तरे
खतरें ऐसे संभावित खतरे हैं जो मानव जीवन या संपत्ति को नुकसान पहुँचा सकते हैं।
भूकंप, बाढ़, या महामारी जैसे खतरे।
आपदाएँ
आपदाएँ वे घटनाएँ हैं जो खतरों के परिणामस्वरूप होती हैं और बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाती हैं।
जब भूकंप आने पर इमारतें गिरती हैं और जनहानि होती है।
सारांश
खतरें संभावित जोखिम हैं, जबकि आपदाएँ वास्तविक घटनाएँ हैं जो नुकसान का कारण बनती हैं।
See lessआर्सेनिक क्या है और पानी में आर्सेनिक के विभिन्न स्रोत क्या है?
आर्सेनिक क्या है? आर्सेनिक एक विषैला तत्व है, जो प्रकृति में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है। यह रंगहीन, बिना गंध और स्वाद वाला होता है। पानी में आर्सेनिक के स्रोत प्राकृतिक स्रोत: भूगर्भीय प्रक्रियाएँ, जैसे कि चट्टानों और खनिजों से रिसाव। मानवजनित स्रोत: औद्योगिक गतिविधियाँ, जैसे कि धातु के खनन और कीRead more
आर्सेनिक क्या है?
आर्सेनिक एक विषैला तत्व है, जो प्रकृति में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है। यह रंगहीन, बिना गंध और स्वाद वाला होता है।
पानी में आर्सेनिक के स्रोत
आर्सेनिक का उच्च स्तर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
See lessकिस योजना के तहत जनजातीय भामलों के मंत्रालय ने मध्यप्रदेश के विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूहों को लाभ दिया है और इन समूहों की पहचान के लिए क्या मापदण्ड हैं?
योजना का नाम पीएम जनमन योजना यह योजना मध्यप्रदेश के विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूहों को लाभ पहुंचाने के लिए शुरू की गई है। पहचान के मापदण्ड आर्थिक स्थिति: गरीब और संसाधनों की कमी वाले समूह। शिक्षा स्तर: शिक्षित होने का स्तर और स्कूल जाने की दर। स्वास्थ्य सुविधाएँ: चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता और सRead more
योजना का नाम
पीएम जनमन योजना
यह योजना मध्यप्रदेश के विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूहों को लाभ पहुंचाने के लिए शुरू की गई है।
पहचान के मापदण्ड
इस योजना के तहत इन समूहों का समुचित विकास और उनके अधिकारों का संरक्षण सुनिश्चित किया जा रहा है।
See lessमध्यप्रदेश की 'हीरा खनन परियोजना' पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
मध्यप्रदेश की 'हीरा खनन परियोजना' परियोजना का विवरण स्थान: पन्ना, मध्यप्रदेश। उद्देश्य: हीरे का खनन और उत्पादकता बढ़ाना। प्रमुख विशेषताएँ उत्पादन: हीरे की उच्च गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध। आर्थिक महत्त्व: स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान और रोजगार के अवसर। पर्यावरणीय पहलू सतत विकास: खनन प्रक्रिया में परRead more
मध्यप्रदेश की ‘हीरा खनन परियोजना’
परियोजना का विवरण
प्रमुख विशेषताएँ
पर्यावरणीय पहलू
इस परियोजना से मध्यप्रदेश की खनिज संसाधनों में महत्वपूर्ण वृद्धि हो रही है।
See lessहम भारत के खनिजों का संरक्षण कैसे कर सकते हैं ?
हम भारत के खनिजों का संरक्षण कैसे कर सकते हैं? संरक्षण के उपाय सतत खनन तकनीक आधुनिक तकनीकों का उपयोग करें, जिससे खनिजों का कम उपयोग हो। पुनर्चक्रण धातुओं और अन्य खनिजों का पुनर्चक्रण करें, जैसे एल्यूमिनियम और स्टील। शिक्षा और जागरूकता लोगों को खनिजों के संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करें। उदाहRead more
हम भारत के खनिजों का संरक्षण कैसे कर सकते हैं?
संरक्षण के उपाय
उदाहरण
इन उपायों से हम अपने खनिज संसाधनों का संरक्षण कर सकते हैं।
See lessलूनी नदी का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
लूनी नदी का संक्षिप्त विवरण स्थान लूनी नदी भारत के राजस्थान राज्य में बहती है। विशेषताएँ लंबाई: लगभग 500 किलोमीटर। स्रोत: अरावली पहाड़ों से निकलती है। मुख्य दिशा: पश्चिम की ओर बहती है, अंत में कच्छ के रण में समाहित होती है। महत्त्व जल स्रोत: क्षेत्र के कृषि के लिए महत्वपूर्ण। पर्यावरण: नदी का जल स्तRead more
लूनी नदी का संक्षिप्त विवरण
स्थान
विशेषताएँ
महत्त्व
लूनी नदी एक महत्वपूर्ण जलधारा है, जो राजस्थान के पारिस्थितिकी और कृषि को प्रभावित करती है।
See lessज्वालामुखी कैसे बनता है?
ज्वालामुखी कैसे बनता है? परिभाषा ज्वालामुखी एक प्राकृतिक स्थान है, जहाँ से गर्म लावा और गैसें पृथ्वी की सतह पर निकलती हैं। निर्माण प्रक्रिया टेक्टोनिक प्लेटों का आंदोलन पृथ्वी की सतह पर प्लेटें टकराती या अलग होती हैं। माग्मा का निर्माण जमीन के अंदर गर्म magma बनता है और ऊपर की ओर बढ़ता है। उत्सर्जनRead more
ज्वालामुखी कैसे बनता है?
परिभाषा
ज्वालामुखी एक प्राकृतिक स्थान है, जहाँ से गर्म लावा और गैसें पृथ्वी की सतह पर निकलती हैं।
निर्माण प्रक्रिया
उदाहरण
इस प्रकार, ज्वालामुखी का निर्माण भूगर्भीय प्रक्रियाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
See lessसुदूर संवेदन से क्या अभिप्राय है ?
सुदूर संवेदन से क्या अभिप्राय है? सुदूर संवेदन पृथ्वी की सतह की जानकारी एकत्र करने की तकनीक है, जो उपग्रहों या विमानों से की जाती है। मुख्य जानकारी: डेटा संग्रहण: चित्र और माप एकत्र किए जाते हैं। उपयोग: कृषि, वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण मॉनिटरिंग में मददगार। सारांश सुदूर संवेदन से प्राकृतिक संसाधनोंRead more
सुदूर संवेदन से क्या अभिप्राय है?
सुदूर संवेदन पृथ्वी की सतह की जानकारी एकत्र करने की तकनीक है, जो उपग्रहों या विमानों से की जाती है।
मुख्य जानकारी:
सारांश
सुदूर संवेदन से प्राकृतिक संसाधनों की प्रबंधन और पर्यावरण की स्थिति का अध्ययन करना संभव होता है।
See lessप्रायद्वीपीय भारत में 1950 के बाद आए दो बड़े भूकम्पों के नाम, राज्य, स्थान और वर्ष सहित लिखिए।
प्रायद्वीपीय भारत में बड़े भूकम्प दो बड़े भूकम्प: 1. लातूर भूकम्प राज्य: महाराष्ट्र स्थान: लातूर वर्ष: 1993 2. भुज भूकम्प राज्य: गुजरात स्थान: भुज वर्ष: 2001 सारांश ये भूकम्प विनाशकारी थे और इनका व्यापक प्रभाव पड़ा, जिससे तैयारी की आवश्यकता का एहसास हुआ।
प्रायद्वीपीय भारत में बड़े भूकम्प
दो बड़े भूकम्प:
1. लातूर भूकम्प
2. भुज भूकम्प
सारांश
ये भूकम्प विनाशकारी थे और इनका व्यापक प्रभाव पड़ा, जिससे तैयारी की आवश्यकता का एहसास हुआ।
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