Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
संविधान के मूल ढाँचे से आप क्या समझते हैं? मूल ढाँचे के न्यूनतम किन्हीं पाँच अवयवों को सूचीबद्ध कीजिए।
संविधान के मूल ढाँचे से तात्पर्य है उन मौलिक सिद्धांतों और ढाँचे से जो संवैधानिक प्रणाली की पहचान और अखंडता को बनाए रखते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि कुछ मूलभूत मूल्य ऐसे हैं जिन्हें संशोधन के द्वारा परिवर्तित या नष्ट नहीं किया जा सकता। मूल ढाँचे के न्यूनतम अवयवों में शामिल हैं: संविधान की सर्वोच्चतRead more
संविधान के मूल ढाँचे से तात्पर्य है उन मौलिक सिद्धांतों और ढाँचे से जो संवैधानिक प्रणाली की पहचान और अखंडता को बनाए रखते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि कुछ मूलभूत मूल्य ऐसे हैं जिन्हें संशोधन के द्वारा परिवर्तित या नष्ट नहीं किया जा सकता। मूल ढाँचे के न्यूनतम अवयवों में शामिल हैं:
ये अवयव लोकतंत्र की रक्षा और सुशासन को सुनिश्चित करते हैं।
See lessविश्व व्यापार संगठन की स्थापना क्यों हुई है? इसकी स्थापना में निहित प्रक्रिया को संक्षेप में लिखिये। [उत्तर सीमाः 125 शब्द ] [UKPSC 2012]
विश्व व्यापार संगठन (WTO) की स्थापना वैश्विक व्यापार को सुव्यवस्थित करने, टैरिफ और व्यापार बाधाओं को कम करने, और वाणिज्यिक विवादों को हल करने के उद्देश्य से की गई। इसका उद्देश्य मुक्त और निष्पक्ष व्यापार सुनिश्चित करना है, ताकि विकासशील देशों को भी वैश्विक व्यापार से लाभ हो सके। स्थापना प्रक्रिया WTRead more
विश्व व्यापार संगठन (WTO) की स्थापना वैश्विक व्यापार को सुव्यवस्थित करने, टैरिफ और व्यापार बाधाओं को कम करने, और वाणिज्यिक विवादों को हल करने के उद्देश्य से की गई। इसका उद्देश्य मुक्त और निष्पक्ष व्यापार सुनिश्चित करना है, ताकि विकासशील देशों को भी वैश्विक व्यापार से लाभ हो सके।
स्थापना प्रक्रिया
WTO की स्थापना की प्रक्रिया 1948 में शुरू हुई जब जनरल एग्रीमेंट ऑन टैरिफ्स एंड ट्रेड (GATT) लागू हुआ। उरुग्वे दौर (1986-1994) के वार्ता सत्रों के बाद, 1 जनवरी 1995 को WTO का गठन हुआ। हाल के उदाहरण में, WTO ने COVID-19 के दौरान वैक्सीन आपूर्ति से जुड़े व्यापार विवादों को हल करने में अहम भूमिका निभाई।
निष्कर्ष: WTO की स्थापना वैश्विक व्यापार को स्थिर और निष्पक्ष बनाने के लिए की गई थी, जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सुधार हो सके।
See lessउत्तराखण्ड राज्य में जल विद्युत उत्पादन से जुड़े विवाद क्या हैं? [उत्तर सीमाः 125 शब्द ] [UKPSC 2012]
उत्तराखण्ड राज्य में जल विद्युत उत्पादन से जुड़े विवाद उत्तराखंड में जल विद्युत उत्पादन के कई विवाद हैं, जो पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभावों से जुड़े हैं। पर्यावरणीय विवाद: बड़ी जल विद्युत परियोजनाओं के कारण नदियों का प्राकृतिक प्रवाह बाधित होता है, जिससे पर्यावरणीय असंतुलन और जैव विविधता को नुकसान होRead more
उत्तराखण्ड राज्य में जल विद्युत उत्पादन से जुड़े विवाद
उत्तराखंड में जल विद्युत उत्पादन के कई विवाद हैं, जो पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभावों से जुड़े हैं।
पर्यावरणीय विवाद: बड़ी जल विद्युत परियोजनाओं के कारण नदियों का प्राकृतिक प्रवाह बाधित होता है, जिससे पर्यावरणीय असंतुलन और जैव विविधता को नुकसान होता है। 2021 में चमोली आपदा के बाद जल विद्युत परियोजनाओं पर सवाल उठे, क्योंकि ये परियोजनाएं भूस्खलन और ग्लेशियर टूटने की घटनाओं को बढ़ावा देती हैं।
सामाजिक विवाद: स्थानीय समुदायों को जमीन के अधिग्रहण और पुनर्वास से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हाल के उदाहरण में, 2023 में चारधाम परियोजना के तहत बांध निर्माण का विरोध हुआ, क्योंकि इससे स्थानीय लोगों की आजीविका और संस्कृति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था।
निष्कर्ष: पर्यावरणीय क्षति और पुनर्वास संबंधी चिंताओं के कारण जल विद्युत परियोजनाएं विवादों में हैं।
See less'सिडकुल' क्या है? इसने राज्य में किस प्रकार रोजगार अवसरों को सृजित किया है? [उत्तर सीमाः 125 शब्द ] [UKPSC 2012]
सिडकुल (State Industrial Development Corporation of Uttarakhand Limited) उत्तराखंड सरकार का उपक्रम है, जिसे राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य औद्योगिक ढांचे का निर्माण और निवेश को आकर्षित करना है। रोजगार सृजन सिडकुल ने उत्तराखंड में हरिद्वार, पंतनगर, सRead more
सिडकुल (State Industrial Development Corporation of Uttarakhand Limited) उत्तराखंड सरकार का उपक्रम है, जिसे राज्य में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य औद्योगिक ढांचे का निर्माण और निवेश को आकर्षित करना है।
रोजगार सृजन
सिडकुल ने उत्तराखंड में हरिद्वार, पंतनगर, सिडकुल-रानीपोखरी जैसे औद्योगिक क्षेत्रों का विकास किया है, जिससे बड़े पैमाने पर निवेश और औद्योगिक इकाइयों की स्थापना हुई। हाल के उदाहरण में, 2023 में सिडकुल ने नए औद्योगिक क्लस्टर स्थापित किए, जिससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को रोजगार मिला। मल्टीनेशनल कंपनियों की स्थापना ने स्थानीय लोगों के लिए भी कौशल विकास के नए अवसर पैदा किए हैं।
निष्कर्ष: सिडकुल ने राज्य में औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देकर रोजगार के कई अवसर सृजित किए हैं।
See less'ग्रीन बोनस' क्या है? उत्तराखण्ड का इस पर दावा कितना मजबूत है? [उत्तर सीमाः 125 शब्द ] [UKPSC 2012]
ग्रीन बोनस एक वित्तीय सहायता है, जो उन राज्यों को दी जाती है जो पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। यह उन राज्यों के लिए मुआवजा होता है, जहां वन क्षेत्र और पर्यावरणीय सेवाएं ज्यादा हैं, लेकिन औद्योगिक विकास की संभावनाएं कम होती हैं। उत्तराखंड का दावा उत्तराखंड का इस पर दावा काफी मजबूत हRead more
ग्रीन बोनस एक वित्तीय सहायता है, जो उन राज्यों को दी जाती है जो पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। यह उन राज्यों के लिए मुआवजा होता है, जहां वन क्षेत्र और पर्यावरणीय सेवाएं ज्यादा हैं, लेकिन औद्योगिक विकास की संभावनाएं कम होती हैं।
उत्तराखंड का दावा
उत्तराखंड का इस पर दावा काफी मजबूत है क्योंकि राज्य का लगभग 71% हिस्सा वन क्षेत्र में है। यहां के जंगल जल संरक्षण, कार्बन सिंक, और जैव विविधता को बनाए रखने में मदद करते हैं। हाल के उदाहरण में, 2023 में उत्तराखंड ने राष्ट्रीय स्तर पर ग्रीन बोनस की मांग को फिर से जोरदार तरीके से उठाया, ताकि राज्य को इसके पर्यावरणीय योगदान के लिए आर्थिक मुआवजा मिल सके।
निष्कर्ष: उत्तराखंड का दावा पर्यावरणीय संरक्षण में उसके योगदान के आधार पर मजबूत है।
See lessसूक्ष्म वित्त के क्षेत्र में नाबार्ड की भूमिका का परीक्षण कीजिए। [उत्तर सीमाः 50 शब्द] [UKPSC 2012]
सूक्ष्म वित्त के क्षेत्र में नाबार्ड की भूमिका नाबार्ड ने स्वयं सहायता समूह (SHG)-बैंक लिंकेज कार्यक्रम के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सूक्ष्म वित्त को बढ़ावा दिया है। इसका उद्देश्य महिलाओं और गरीब किसानों को सशक्त करना है। हाल के उदाहरण में, 2023 में नाबार्ड ने डिजिटल वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने कRead more
सूक्ष्म वित्त के क्षेत्र में नाबार्ड की भूमिका
नाबार्ड ने स्वयं सहायता समूह (SHG)-बैंक लिंकेज कार्यक्रम के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सूक्ष्म वित्त को बढ़ावा दिया है। इसका उद्देश्य महिलाओं और गरीब किसानों को सशक्त करना है। हाल के उदाहरण में, 2023 में नाबार्ड ने डिजिटल वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।
See lessभारतीय अर्थव्यवस्था में औद्योगिक रुग्णता के कारणों की व्याख्या कीजिये। [उत्तर सीमाः 50 शब्द] [UKPSC 2012]
भारतीय अर्थव्यवस्था में औद्योगिक रुग्णता के कारण औद्योगिक रुग्णता के प्रमुख कारण हैं: पुरानी तकनीक, वित्तीय कुप्रबंधन, और बाजार प्रतिस्पर्धा में कमी। हाल के उदाहरणों में, COVID-19 महामारी के बाद माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSMEs) में वित्तीय संकट गहराया, जिससे कई उद्योग बंद होने की कगारRead more
भारतीय अर्थव्यवस्था में औद्योगिक रुग्णता के कारण
औद्योगिक रुग्णता के प्रमुख कारण हैं: पुरानी तकनीक, वित्तीय कुप्रबंधन, और बाजार प्रतिस्पर्धा में कमी। हाल के उदाहरणों में, COVID-19 महामारी के बाद माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSMEs) में वित्तीय संकट गहराया, जिससे कई उद्योग बंद होने की कगार पर पहुंच गए।
See lessराज्य की मैदानी कृषि में मंडी समितियों की क्या भूमिका है? [उत्तर सीमाः 50 शब्द] [UKPSC 2012]
राज्य की मैदानी कृषि में मंडी समितियों की भूमिका मंडी समितियां किसानों को उचित मूल्य दिलाने, बिचौलियों की भूमिका कम करने, और कृषि उत्पादों के व्यापार को संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हाल के उदाहरण जैसे उत्तर प्रदेश में ई-नाम (e-NAM) के माध्यम से डिजिटल मंडी का विस्तार, किसानों की पहुRead more
राज्य की मैदानी कृषि में मंडी समितियों की भूमिका
मंडी समितियां किसानों को उचित मूल्य दिलाने, बिचौलियों की भूमिका कम करने, और कृषि उत्पादों के व्यापार को संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हाल के उदाहरण जैसे उत्तर प्रदेश में ई-नाम (e-NAM) के माध्यम से डिजिटल मंडी का विस्तार, किसानों की पहुंच और मुनाफा बढ़ाने में सहायक रहा है।
See lessग्रामीण उत्तराखंड के लुप्तप्राय रोजगार और उद्योगों का विवरण दीजिये। [उत्तर सीमाः 50 शब्द] [UKPSC 2012]
ग्रामीण उत्तराखंड के लुप्तप्राय रोजगार और उद्योग ग्रामीण उत्तराखंड में कृषि, हस्तशिल्प, और पारंपरिक कुटीर उद्योग जैसे रोजगार लुप्तप्राय हैं। हाल के उदाहरणों में, पर्यटन उद्योग में गिरावट और पलायन के कारण स्थानीय उत्पादों जैसे ऊनी वस्त्र और जैविक उत्पादों के उद्योग प्रभावित हुए हैं।
ग्रामीण उत्तराखंड के लुप्तप्राय रोजगार और उद्योग
ग्रामीण उत्तराखंड में कृषि, हस्तशिल्प, और पारंपरिक कुटीर उद्योग जैसे रोजगार लुप्तप्राय हैं। हाल के उदाहरणों में, पर्यटन उद्योग में गिरावट और पलायन के कारण स्थानीय उत्पादों जैसे ऊनी वस्त्र और जैविक उत्पादों के उद्योग प्रभावित हुए हैं।
See lessरुपये की पूर्ण परिवर्तनीयता से आप क्या समझते हैं? [उत्तर सीमाः 50 शब्द] [UKPSC 2012]
रुपये की पूर्ण परिवर्तनीयता का अर्थ है कि भारतीय मुद्रा को विदेशी मुद्राओं में स्वतंत्र रूप से परिवर्तित किया जा सके, बिना किसी सरकारी या केंद्रीय बैंक की अनुमति के। इससे व्यापार, निवेश और पूंजी के प्रवाह में सहूलियत होती है। हाल के उदाहरणों में, भारत धीरे-धीरे पूंजी खाते में रूपये की परिवर्तनीयता कRead more
रुपये की पूर्ण परिवर्तनीयता का अर्थ है कि भारतीय मुद्रा को विदेशी मुद्राओं में स्वतंत्र रूप से परिवर्तित किया जा सके, बिना किसी सरकारी या केंद्रीय बैंक की अनुमति के। इससे व्यापार, निवेश और पूंजी के प्रवाह में सहूलियत होती है। हाल के उदाहरणों में, भारत धीरे-धीरे पूंजी खाते में रूपये की परिवर्तनीयता की दिशा में कदम बढ़ा रहा है, लेकिन पूरी तरह से इसे लागू करना अभी बाकी है।
See less