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पवनों के मुख्य प्रकार बताइये तथा उनकी उत्पत्ति पर प्रकाश डालिये ।
पवनों के मुख्य प्रकार पवनों को उनके स्रोत और गति के आधार पर विभिन्न प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है। प्रमुख पवन प्रकार निम्नलिखित हैं: स्थायी पवन (Permanent Winds): उदाहरण: ट्रेड विंड और पश्चिमी वायुमंडलीय पवन। ये पवन हर समय एक दिशा में बहते हैं और विश्व के विभिन्न भागों में जलवायु को प्रभावितRead more
पवनों के मुख्य प्रकार
पवनों को उनके स्रोत और गति के आधार पर विभिन्न प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है। प्रमुख पवन प्रकार निम्नलिखित हैं:
पवनों की उत्पत्ति
पवनों की उत्पत्ति मुख्यतः तापमान में भिन्नता और वायुदाब में अंतर से होती है:
निष्कर्ष
पवनों का अध्ययन जलवायु और मौसम की भविष्यवाणी में महत्वपूर्ण है। विभिन्न प्रकार के पवन विश्व के पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित रखने में मदद करते हैं।
See lessउष्णकटिबंधीय चक्रवातों की उत्पत्ति तथा विशेषताओं को बताइये ।
उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की उत्पत्ति उष्णकटिबंधीय चक्रवात, जिसे उष्णकटिबंधीय तूफान भी कहा जाता है, समुद्र के गर्म जल से उत्पन्न होते हैं। ये आमतौर पर 5° से 30° उत्तरी और दक्षिणी अक्षांशों के बीच के क्षेत्रों में बनते हैं। इनकी उत्पत्ति के लिए निम्नलिखित शर्तें आवश्यक हैं: गर्म समुद्री जल: पानी का तापमRead more
उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की उत्पत्ति
उष्णकटिबंधीय चक्रवात, जिसे उष्णकटिबंधीय तूफान भी कहा जाता है, समुद्र के गर्म जल से उत्पन्न होते हैं। ये आमतौर पर 5° से 30° उत्तरी और दक्षिणी अक्षांशों के बीच के क्षेत्रों में बनते हैं। इनकी उत्पत्ति के लिए निम्नलिखित शर्तें आवश्यक हैं:
उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की विशेषताएँ
उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की कई महत्वपूर्ण विशेषताएँ हैं:
उदाहरण
उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के प्रसिद्ध उदाहरण हैं:
उष्णकटिबंधीय चक्रवात मौसम के सबसे खतरनाक घटनाओं में से एक हैं, जो मानव जीवन और संपत्ति पर गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं।
See lessबघेल रियासत के बारे में आप क्या जानते हैं ?
बघेल रियासत का संक्षिप्त विवरण बघेल रियासत मध्यप्रदेश का एक ऐतिहासिक हिस्सा था, जिसे बघेलखंड के नाम से भी जाना जाता है। प्रमुख विशेषताएँ: स्थापना: यह रियासत 14वीं शताब्दी में स्थापित हुई थी। शासन: यहाँ के शासक बघेल वंश के थे, जिन्होंने स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा दिया। वास्तुकला: बघेल रियRead more
बघेल रियासत का संक्षिप्त विवरण
बघेल रियासत मध्यप्रदेश का एक ऐतिहासिक हिस्सा था, जिसे बघेलखंड के नाम से भी जाना जाता है।
प्रमुख विशेषताएँ:
बघेल रियासत का इतिहास आज भी क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर में महत्वपूर्ण है।
See lessमध्याह्न भोजन योजना के लिए कौन सा मंत्रालय उत्तरदायी है ?
मध्याह्न भोजन योजना उत्तरदायी मंत्रालय: मध्याह्न भोजन योजना के लिए भारत सरकार का मानव संसाधन विकास मंत्रालय उत्तरदायी है। यह योजना बच्चों को स्कूल में पौष्टिक भोजन प्रदान करने के लिए बनाई गई है।
मध्याह्न भोजन योजना
उत्तरदायी मंत्रालय: मध्याह्न भोजन योजना के लिए भारत सरकार का मानव संसाधन विकास मंत्रालय उत्तरदायी है।
यह योजना बच्चों को स्कूल में पौष्टिक भोजन प्रदान करने के लिए बनाई गई है।
See lessमध्यप्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र की प्रमुख जनजाति तथा उसकी उप-जनजातियों के नाम लिखिए ।
मध्यप्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र की प्रमुख जनजाति प्रमुख जनजाति: पश्चिमी मध्यप्रदेश में प्रमुख जनजाति भील है। उप-जनजातियाँ: काठिया खांडेशी सारिया यह जनजातियाँ अपनी सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं के लिए जानी जाती हैं।
मध्यप्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र की प्रमुख जनजाति
प्रमुख जनजाति: पश्चिमी मध्यप्रदेश में प्रमुख जनजाति भील है।
उप-जनजातियाँ:
यह जनजातियाँ अपनी सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं के लिए जानी जाती हैं।
See lessकस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय का क्या उद्देश्य है ?
कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय का उद्देश्य उद्देश्य: कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय का उद्देश्य ग्रामीण और कमजोर वर्ग की लड़कियों को शिक्षा प्रदान करना है। उदाहरण: यह विद्यालय लड़कियों के सर्वांगीण विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और संस्कार प्रदान करता है।
कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय का उद्देश्य
उद्देश्य: कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय का उद्देश्य ग्रामीण और कमजोर वर्ग की लड़कियों को शिक्षा प्रदान करना है।
उदाहरण:
सही क्रम में आश्रमों के नाम लिखिए।
आश्रमों के नाम सही क्रम में आश्रम: ब्रह्मचर्य आश्रम (छात्र जीवन) गृहस्थ आश्रम (पारिवारिक जीवन) वानप्रस्थ आश्रम (सेवानिवृत्ति) सन्यास आश्रम (अध्यात्मिक जीवन) उदाहरण: ये आश्रम जीवन के चार मुख्य चरणों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो व्यक्ति के विकास में सहायक होते हैं।
आश्रमों के नाम
सही क्रम में आश्रम:
उदाहरण:
पुरुषार्थों के नाम लिखिए ।
पुरुषार्थ पुरुषार्थों के नाम: धर्म: धार्मिक और नैतिक कार्य। अर्थ: आर्थिक संसाधनों का अर्जन। काम: प्रेम और आनंद का अनुभव। मोक्ष: मोक्ष या मुक्ति की प्राप्ति। उदाहरण: ये चारों पुरुषार्थ व्यक्ति के जीवन को संतुलित और पूर्ण बनाते हैं।
पुरुषार्थ
पुरुषार्थों के नाम:
उदाहरण:
जन्म से पूर्व कौन से संस्कार मनाये जाते हैं ?
जन्म से पूर्व संस्कार मुख्य संस्कार: गर्भाधान संस्कार: जब माता-पिता संतान के लिए प्रयास करते हैं। पुंसवन संस्कार: गर्भ में शिशु के स्वास्थ्य और लिंग के लिए आशीर्वाद दिया जाता है। उदाहरण: इन संस्कारों के दौरान विशेष पूजा और अनुष्ठान किए जाते हैं, जो स्वस्थ और सुखद जीवन की कामना करते हैं।
जन्म से पूर्व संस्कार
मुख्य संस्कार:
उदाहरण:
बाल श्रम (प्रतिषेध और विनियमन) अधिनियम, 1986 के अनुसार बाल श्रम क्या है ?
बाल श्रम (प्रतिषेध और विनियमन) अधिनियम, 1986 बाल श्रम की परिभाषा: अधिनियम के अनुसार, 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को किसी भी प्रकार का श्रम करना बाल श्रम माना जाता है। मुख्य बिंदु: यह अधिनियम बच्चों के शोषण को रोकने और उनकी शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है।
बाल श्रम (प्रतिषेध और विनियमन) अधिनियम, 1986
बाल श्रम की परिभाषा:
मुख्य बिंदु: