Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
ग्लोबल साउथ द्वारा सामना की जाने वाली नवीन और आगामी चुनौतियों के आलोक में, ग्लोबल साउथ की आवाज को मजबूती देने में भारत द्वारा निभाई जा सकने वाली भूमिका पर चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
ग्लोबल साउथ (विकासशील देशों का समूह) की नवीन और आगामी चुनौतियों के आलोक में, भारत एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है: नीति निर्माण में नेतृत्व: भारत ग्लोबल साउथ की आवाज को मजबूती देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सक्रिय भूमिका निभा सकता है, जैसे कि ब्रिक्स, जी-77, और संयुक्त राष्ट्र। भारत के नेतृत्Read more
ग्लोबल साउथ (विकासशील देशों का समूह) की नवीन और आगामी चुनौतियों के आलोक में, भारत एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है:
इस प्रकार, भारत ग्लोबल साउथ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए वैश्विक स्तर पर समान विकास और सहयोग को प्रोत्साहित कर सकता है।
See lessप्रवासी भारतीय दिवस नई संभावनाओं को फिर से जोड़ने और पुनः परिकल्पना करने का क्षण है तथा यह परिवर्तन लाने, नए संबंधों की खोज करने एवं नवीन विचारों को विकसित करने का एक नेटवर्क है। टिप्पणी कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
प्रवासी भारतीय दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो प्रवासी भारतीयों और भारत के बीच संबंधों को सशक्त बनाने का काम करता है। यह दिवस न केवल भारतीय प्रवासियों को अपनी जड़ों से जोड़ता है बल्कि उन्हें भारतीय समाज के विकास में योगदान देने के नए अवसर भी प्रदान करता है। नई संभावनाओं की खोज: यह दिवस प्रवासी भारतीयोRead more
प्रवासी भारतीय दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो प्रवासी भारतीयों और भारत के बीच संबंधों को सशक्त बनाने का काम करता है। यह दिवस न केवल भारतीय प्रवासियों को अपनी जड़ों से जोड़ता है बल्कि उन्हें भारतीय समाज के विकास में योगदान देने के नए अवसर भी प्रदान करता है।
सारांश में, प्रवासी भारतीय दिवस एक नेटवर्क के रूप में कार्य करता है जो भारत और उसके प्रवासी नागरिकों के बीच सहयोग और संवाद को बढ़ावा देता है, जिससे विकास की नई दिशा मिलती है।
See lessसौर ऊर्जा की पूर्ण क्षमता का दोहन करने में अंतरर्राष्ट्रीय समुदाय की मदद करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) द्वारा निभाई जा सकने वाली भूमिका पर चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) की भूमिका सौर ऊर्जा की पूर्ण क्षमता का दोहन करने में महत्वपूर्ण है। तकनीकी सहयोग और ज्ञान साझाकरण: ISA सदस्य देशों को सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों, शोध और विकास में सहायता प्रदान करता है। यह नए और उन्नत सौर पैनल और सिस्टम्स की जानकारी साझा करता है, जिससे तकनीकी उन्नति कोRead more
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) की भूमिका सौर ऊर्जा की पूर्ण क्षमता का दोहन करने में महत्वपूर्ण है।
इस प्रकार, ISA अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देकर सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ा सकता है और वैश्विक ऊर्जा संकट को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
See lessचरित्र को अनुनय का लगभग सबसे प्रभावी साधन कहा जा सकता है।" अरस्तू (150 शब्दों में उत्तर दें)
अरस्तू का यह उद्धरण बताता है कि चरित्र, यानी एक व्यक्ति की नैतिक गुणवत्ता और अखंडता, अनुनय (प्रेरणा और मनाने की कला) का सबसे प्रभावी साधन हो सकता है। चरित्र की भूमिका: विश्वसनीयता और विश्वास: एक मजबूत और नैतिक चरित्र व्यक्ति को विश्वसनीय बनाता है, जिससे उसके विचार और प्रस्ताव अधिक प्रभावी ढंग से स्वRead more
अरस्तू का यह उद्धरण बताता है कि चरित्र, यानी एक व्यक्ति की नैतिक गुणवत्ता और अखंडता, अनुनय (प्रेरणा और मनाने की कला) का सबसे प्रभावी साधन हो सकता है।
चरित्र की भूमिका:
अनुनय का प्रभाव:
अरस्तू का यह विचार इस बात को रेखांकित करता है कि चरित्र और नैतिकता के आधार पर अनुनय की शक्ति को बेहतर तरीके से समझा और लागू किया जा सकता है, जो समाज और व्यक्तिगत संबंधों में सकारात्मक प्रभाव डालता है।
See less"एक लोकप्रिय सरकार, बिना लोकप्रिय जानकारी के, या इसे प्राप्त करने के साधनों के, एक डोंग की शुरुआत या एक त्रासदी; या संभवतः दोनों है।" जेम्स मैडिसन (150 शब्दों में उत्तर)
जेम्स मैडिसन का यह उद्धरण दर्शाता है कि एक लोकप्रिय और लोकतांत्रिक सरकार की सफलता न केवल जनता के समर्थन पर निर्भर करती है, बल्कि इसके कार्यों की पारदर्शिता और सूचना के अधिकार पर भी आधारित है। लोकप्रिय जानकारी का महत्व: सूचना की स्वतंत्रता: जनता को सटीक और संपूर्ण जानकारी प्रदान करना आवश्यक है ताकि वRead more
जेम्स मैडिसन का यह उद्धरण दर्शाता है कि एक लोकप्रिय और लोकतांत्रिक सरकार की सफलता न केवल जनता के समर्थन पर निर्भर करती है, बल्कि इसके कार्यों की पारदर्शिता और सूचना के अधिकार पर भी आधारित है।
लोकप्रिय जानकारी का महत्व:
डोंग और त्रासदी का संकेत:
इस प्रकार, मैडिसन का यह उद्धरण स्पष्ट करता है कि प्रभावी और जिम्मेदार शासन के लिए जानकारी की उपलब्धता और पारदर्शिता अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
See lessभारत में पुलिस की कार्य संस्कृति को अनिर्णय, अक्षमता और सहानुभूति की कमी के रूप में जाना जाता है। चर्चा कीजिए। साथ ही, इस संदर्भ में उपचारात्मक उपायों का भी सुझाव दीजिए।(150 शब्दों में उत्तर दें)
भारत में पुलिस की कार्य संस्कृति अक्सर अनिर्णय, अक्षमता, और सहानुभूति की कमी के रूप में जानी जाती है। चुनौतियाँ: अनिर्णय: अक्सर पुलिस कर्मी निर्णय लेने में संकोच करते हैं या जटिल परिस्थितियों में स्पष्टता की कमी होती है, जिससे अपराध की रोकथाम और न्याय वितरण में बाधाएँ आती हैं। अक्षमता: सीमित प्रशिक्Read more
भारत में पुलिस की कार्य संस्कृति अक्सर अनिर्णय, अक्षमता, और सहानुभूति की कमी के रूप में जानी जाती है।
चुनौतियाँ:
उपचारात्मक उपाय:
इन उपायों को अपनाकर पुलिस की कार्य संस्कृति में सुधार लाया जा सकता है, जो समाज में बेहतर सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित कर सके।
See lessसार्वजनिक जीवन में ईमानदारी (प्रोबिटी) और कुछ नहीं बल्कि निजी जीवन में सत्यनिष्ठा (इंटीब्रिटी) का ही प्रतिबिंब है। चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें)
सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी और निजी जीवन में सत्यनिष्ठा एक-दूसरे का प्रतिबिंब हैं। एक व्यक्ति की सच्चाई और नैतिकता उनके सार्वजनिक और निजी जीवन दोनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी: विश्वसनीयता और विश्वास: सार्वजनिक पदों पर कार्यरत व्यक्ति की ईमानदारी समाज में विश्वास औरRead more
सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी और निजी जीवन में सत्यनिष्ठा एक-दूसरे का प्रतिबिंब हैं। एक व्यक्ति की सच्चाई और नैतिकता उनके सार्वजनिक और निजी जीवन दोनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी:
निजी जीवन में सत्यनिष्ठा:
इस प्रकार, ईमानदारी और सत्यनिष्ठा एक दूसरे के पूरक हैं और दोनों मिलकर व्यक्तित्व की सम्पूर्णता और नैतिकता को दर्शाते हैं।
See lessएक नैतिक कार्य संस्कृति न केवल संगठन के लिए सकारात्मकत्मक परिणाम उत्पन्न करती है बल्कि कर्मचारियों की प्रगति में भी मदद करती है। चर्चा कीजिए।(150 शब्दों में उत्तर दें)
एक नैतिक कार्य संस्कृति संगठन के लिए सकारात्मक परिणाम उत्पन्न करने के साथ-साथ कर्मचारियों की प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। संगठन के लाभ: विश्वसनीयता और छवि: नैतिक कार्य संस्कृति संगठन की साख और विश्वसनीयता को मजबूत करती है, जिससे ग्राहक और भागीदारों का विश्वास बढ़ता है। न्याय और पारदर्शRead more
एक नैतिक कार्य संस्कृति संगठन के लिए सकारात्मक परिणाम उत्पन्न करने के साथ-साथ कर्मचारियों की प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
संगठन के लाभ:
कर्मचारियों की प्रगति:
सारांश में, एक नैतिक कार्य संस्कृति संगठन को स्थिरता और सफलता की दिशा में मार्गदर्शन करती है और कर्मचारियों को उनकी पूर्ण क्षमता तक पहुंचने में सक्षम बनाती है।
See lessभारत में दिव्यांगजनों (PwDs) द्वारा सामना की जाने वाली बहुसंख्य चुनौतियों पर चर्चा कीजिए। साथ ही, दिव्यांगजनों के लिए उपबंधित विधायी प्रावधानों और समाज के इस वर्ग के उत्थान के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई पहलों का भी उल्लेख कीजिए। (250 शब्दों में उत्तर दें)
भारत में दिव्यांगजनों (PwDs) द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियाँ: सुविधाओं की कमी: सार्वजनिक स्थानों, परिवहन, और शिक्षा संस्थानों में दिव्यांगजनों के लिए उचित सुविधाओं की कमी होती है, जैसे कि रampe, ब्रेल सिस्टम, और विशेष शैक्षिक सामग्री। भेदभाव और सामाजिक अज्ञानता: समाज में दिव्यांगजनों के प्रति पूRead more
भारत में दिव्यांगजनों (PwDs) द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियाँ:
विधायी प्रावधान और सरकारी पहलों:
इन पहलुओं और प्रावधानों के बावजूद, दिव्यांगजनों के पूर्ण सशक्तिकरण के लिए निरंतर सुधार और समाज में जागरूकता की आवश्यकता है। सरकार की नीतियाँ और योजनाएँ दिव्यांगजनों के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, लेकिन समाज को भी उनके अधिकारों और सम्मान के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।
See lessकृषि के नारीकरण को प्रेरित करने वाले कारकों को सूचीबद्ध कीजिए तथा इसके प्रभावों पर चर्चा कीजिए। साथ ही, उन तरीकों का भी वर्णन कीजिए जिनके माध्यम से महिलाओं को इस संदर्भ में सशक्त बनाया जा सकता है। (250 शब्दों में उत्तर दें)
कृषि के नारीकरण के प्रेरक कारक निम्नलिखित हैं: आवश्यकता और पारंपरिक भूमिका: ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की पारंपरिक भूमिकाओं के कारण वे कृषि कार्यों में सक्रिय भागीदार होती हैं। कृषि कार्य में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी उनके आर्थिक योगदान को दर्शाती है। आर्थिक सशक्तिकरण: महिलाओं को कृषि में शामिल कRead more
कृषि के नारीकरण के प्रेरक कारक निम्नलिखित हैं:
कृषि के नारीकरण के प्रभाव:
महिलाओं को सशक्त बनाने के तरीके:
इन उपायों के माध्यम से महिलाओं को कृषि क्षेत्र में सशक्त बनाया जा सकता है, जो न केवल उनकी व्यक्तिगत भलाई को बेहतर बनाएगा बल्कि पूरे समुदाय और देश की समृद्धि में भी योगदान देगा।
See less