ड्योढ़ीदार किन्हें कहा जाता था ? (उत्तर सीमा: 15 शब्द,अंक 02) [RPSC 2023]
समसूत्री कोशिका विभाजन की विभिन्न अवस्थाएँ समसूत्री विभाजन (Mitosis) में एक कोशिका अपने गुणसूत्रों को समान रूप से दो नई कोशिकाओं में बाँटती है। इसके विभिन्न चरण निम्नलिखित हैं: प्रोफेज़: गुणसूत्र सघन होते हैं और स्पष्ट दिखने लगते हैं, न्यूक्लियस गायब हो जाता है, और केंद्रक का निर्माण होता है। मेटाफेRead more
समसूत्री कोशिका विभाजन की विभिन्न अवस्थाएँ
समसूत्री विभाजन (Mitosis) में एक कोशिका अपने गुणसूत्रों को समान रूप से दो नई कोशिकाओं में बाँटती है। इसके विभिन्न चरण निम्नलिखित हैं:
- प्रोफेज़: गुणसूत्र सघन होते हैं और स्पष्ट दिखने लगते हैं, न्यूक्लियस गायब हो जाता है, और केंद्रक का निर्माण होता है।
- मेटाफेज़: गुणसूत्र केंद्रक में एक रेखा में स्थिति प्राप्त करते हैं।
- आनाफेज़: गुणसूत्रों की जोड़ी अलग होकर एक दूसरे पोल की ओर बढ़ती है।
- टेलोफेज़: नये न्यूक्लियस का निर्माण होता है और कोशिका विभाजन पूरा होता है।
इस प्रक्रिया से शरीर में कोशिकाएँ बढ़ती और मरती रहती हैं।
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परिभाषा: ड्योढ़ीदार एक ऐसा व्यक्ति होता है जो किसी विशेष स्थान या भवन के द्वार की देखरेख करता है। विशेषताएँ: द्वार का रक्षक: ड्योढ़ीदार मुख्यतः द्वार पर निगरानी रखता है। अतिथियों का स्वागत: वह आगंतुकों का स्वागत करता है और उनकी पहचान करता है। उदाहरण: पुराने समय में राजा-महाराजाओं के दरवाजे पर ड्योढ़Read more
परिभाषा: ड्योढ़ीदार एक ऐसा व्यक्ति होता है जो किसी विशेष स्थान या भवन के द्वार की देखरेख करता है।
विशेषताएँ:
उदाहरण:
इस प्रकार, ड्योढ़ीदार का कार्य महत्वपूर्ण और जिम्मेदारी भरा होता था।
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