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किस आधार पर पृथ्वी के बाहरी कोर को तरल माना जाता है ?
पृथ्वी के बाहरी कोर को तरल क्यों माना जाता है? पृथ्वी के बाहरी कोर को तरल माना जाता है क्योंकि वहां का तापमान और दबाव इतना उच्च है कि धातुएं पिघल कर तरल अवस्था में रहती हैं। आधार: सिस्मोग्राफ: बाहरी कोर के द्वारा उत्पन्न तरंगें, सिस्मोग्राफ में तरल अवस्था के संकेत देती हैं। तापमान और दबाव: अत्यधिक गRead more
पृथ्वी के बाहरी कोर को तरल क्यों माना जाता है?
पृथ्वी के बाहरी कोर को तरल माना जाता है क्योंकि वहां का तापमान और दबाव इतना उच्च है कि धातुएं पिघल कर तरल अवस्था में रहती हैं।
आधार:
यह तरल अवस्था पृथ्वी के आंतरिक संरचना के अध्ययन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
See less"आर्कोज" क्या है ?
आर्कोज क्या है? आर्कोज एक प्रकार की बलुई चट्टान है, जिसमें मुख्य रूप से क्वार्ट्ज, फेल्डस्पार और मिका होते हैं। यह चट्टान निर्माण में उपयोगी है। उदाहरण: आर्कोज बलुआ पत्थर: यह निर्माण और इमारतों की दीवारों में काम आता है। क्वार्ट्ज और फेल्डस्पार: आर्कोज में मुख्य रूप से इन खनिजों का मिश्रण पाया जाताRead more
आर्कोज क्या है?
आर्कोज एक प्रकार की बलुई चट्टान है, जिसमें मुख्य रूप से क्वार्ट्ज, फेल्डस्पार और मिका होते हैं। यह चट्टान निर्माण में उपयोगी है।
उदाहरण:
आर्कोज का उपयोग भवन निर्माण और सड़क निर्माण में किया जाता है।
See less"अयस्क" क्या है ?
अयस्क क्या है? अयस्क एक प्राकृतिक खनिज है, जिसमें धातु की उचित मात्रा होती है, जिसे हम धातु प्राप्त करने के लिए उपयोग करते हैं। उदाहरण: लोहा अयस्क: जैसे हेमेटाइट, जिसे लोहे का उपयोग प्राप्त करने के लिए खनन किया जाता है। बॉक्साइट: यह अयस्क से एल्युमिनियम प्राप्त होता है। अयस्क खनन उद्योग में एक महत्वRead more
अयस्क क्या है?
अयस्क एक प्राकृतिक खनिज है, जिसमें धातु की उचित मात्रा होती है, जिसे हम धातु प्राप्त करने के लिए उपयोग करते हैं।
उदाहरण:
अयस्क खनन उद्योग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
See lessभारतीय संविधान का अनुच्छेद 311 क्या कहता है ?
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 311 क्या कहता है? परिचय अनुच्छेद 311 भारतीय प्रशासनिक सेवा के कर्मचारियों की सुरक्षा और अनुशासन से संबंधित है। मुख्य बिंदु सेवा से बर्खास्तगी: यह अनुच्छेद कहता है कि किसी सरकारी कर्मचारी को बिना उचित कारण और जांच के नौकरी से नहीं निकाला जा सकता। अनुशासनात्मक कार्रवाई: कर्मRead more
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 311 क्या कहता है?
परिचय
अनुच्छेद 311 भारतीय प्रशासनिक सेवा के कर्मचारियों की सुरक्षा और अनुशासन से संबंधित है।
मुख्य बिंदु
उदाहरण
निष्कर्ष
अनुच्छेद 311 सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा करता है और उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई से बचाने के लिए उचित प्रक्रिया सुनिश्चित करता है।
See lessभारत में प्रथम बार केन्द्रीय स्तर पर लोकपाल स्थापित करने का प्रस्ताव किसने रखा था ?
भारत में प्रथम बार केन्द्रीय स्तर पर लोकपाल स्थापित करने का प्रस्ताव किसने रखा था? परिचय भारत में केन्द्रीय स्तर पर लोकपाल स्थापित करने का प्रस्ताव अन्ना हजारे ने 2011 में रखा था। मुख्य बिंदु अन्ना हजारे का आंदोलन: अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जन जागरूकता बढ़ाई और लोकपाल के लिए आन्दोलन शुरू किRead more
भारत में प्रथम बार केन्द्रीय स्तर पर लोकपाल स्थापित करने का प्रस्ताव किसने रखा था?
परिचय
भारत में केन्द्रीय स्तर पर लोकपाल स्थापित करने का प्रस्ताव अन्ना हजारे ने 2011 में रखा था।
मुख्य बिंदु
उदाहरण
निष्कर्ष
अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकपाल की स्थापना के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया, जिससे शासन में पारदर्शिता बढ़ी।
See lessभारत में 'वॉच डॉग' के नाम से किसे जाना जाता है ?
भारत में 'वॉच डॉग' के नाम से किसे जाना जाता है? परिचय भारत में मीडिया और पत्रकारिता को 'वॉच डॉग' के नाम से जाना जाता है। यह शब्द पत्रकारिता के निगरानी और उत्तरदायित्व की भूमिका को दर्शाता है। मुख्य बिंदु पत्रकारिता की भूमिका: मीडिया और पत्रकार समाज में भ्रष्टाचार, अव्यवस्था और अन्य गलत कार्यों का परRead more
भारत में ‘वॉच डॉग’ के नाम से किसे जाना जाता है?
परिचय
भारत में मीडिया और पत्रकारिता को ‘वॉच डॉग’ के नाम से जाना जाता है। यह शब्द पत्रकारिता के निगरानी और उत्तरदायित्व की भूमिका को दर्शाता है।
मुख्य बिंदु
उदाहरण
निष्कर्ष
‘वॉच डॉग’ के रूप में मीडिया लोकतंत्र की रक्षा करता है और सत्ता की गलतियों पर नजर रखता है।
See lessकेन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सी.बी.आई.) के तीन प्रमुख विभागों को लिखिए।
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सी.बी.आई.) के तीन प्रमुख विभागों को लिखिए परिचय सी.बी.आई. भारत का प्रमुख जांच एजेंसी है, जो अपराधों की जांच और कानूनी मामलों में समाधान करता है। प्रमुख विभाग आर्थिक अपराध विभाग: इस विभाग का काम भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और वित्तीय अपराधों की जांच करना है। विशेष अपराध विभाग: यह वRead more
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सी.बी.आई.) के तीन प्रमुख विभागों को लिखिए
परिचय
सी.बी.आई. भारत का प्रमुख जांच एजेंसी है, जो अपराधों की जांच और कानूनी मामलों में समाधान करता है।
प्रमुख विभाग
उदाहरण
निष्कर्ष
सी.बी.आई. के ये तीन प्रमुख विभाग देश में विभिन्न प्रकार के अपराधों की जांच और समाधान में अहम भूमिका निभाते हैं।
See lessभ्रष्टाचार के विभिन्न रूपों को कौन-सी भारतीय पुस्तक संदर्भित करती है और पुस्तक के लेखक कौन है ?
भ्रष्टाचार के विभिन्न रूपों को कौन-सी भारतीय पुस्तक संदर्भित करती है और पुस्तक के लेखक कौन हैं? परिचय भारत में भ्रष्टाचार के विभिन्न रूपों का उल्लेख "जय हो भ्रष्टाचार की" पुस्तक में किया गया है, जिसके लेखक डॉ. सत्येन्द्र शर्मा हैं। मुख्य बिंदु भ्रष्टाचार के रूप: यह पुस्तक भ्रष्टाचार के आर्थिक, राजनीRead more
भ्रष्टाचार के विभिन्न रूपों को कौन-सी भारतीय पुस्तक संदर्भित करती है और पुस्तक के लेखक कौन हैं?
परिचय
भारत में भ्रष्टाचार के विभिन्न रूपों का उल्लेख “जय हो भ्रष्टाचार की” पुस्तक में किया गया है, जिसके लेखक डॉ. सत्येन्द्र शर्मा हैं।
मुख्य बिंदु
उदाहरण
निष्कर्ष
“जय हो भ्रष्टाचार की” पुस्तक भ्रष्टाचार के विभिन्न पहलुओं को उजागर करती है और समाज में इसके प्रभावों को समझाती है।
See lessसार्वजनिक कर्मियों की नैतिक दुविधा क्या है ?
सार्वजनिक कर्मियों की नैतिक दुविधा क्या है? परिचय सार्वजनिक कर्मियों की नैतिक दुविधा तब होती है जब उन्हें दो विरोधी नैतिकताओं के बीच चयन करना होता है। मुख्य बिंदु लोकहित और व्यक्तिगत लाभ: सार्वजनिक कर्मी को अक्सर अपने व्यक्तिगत लाभ और सार्वजनिक हित के बीच चयन करना पड़ता है। नैतिकता और कर्तव्य: कभी-कRead more
सार्वजनिक कर्मियों की नैतिक दुविधा क्या है?
परिचय
सार्वजनिक कर्मियों की नैतिक दुविधा तब होती है जब उन्हें दो विरोधी नैतिकताओं के बीच चयन करना होता है।
मुख्य बिंदु
उदाहरण
निष्कर्ष
सार्वजनिक कर्मियों की नैतिक दुविधा मुख्य रूप से सही और गलत के बीच चयन करने से जुड़ी होती है।
See lessशासन में उच्च मूल्यों को कैसे प्राप्त किया जा सकता है ?
शासन में उच्च मूल्यों को कैसे प्राप्त किया जा सकता है? परिचय शासन में उच्च मूल्यों को प्राप्त करने के लिए नैतिक नेतृत्व, पारदर्शिता और जिम्मेदारी की आवश्यकता होती है। मुख्य बिंदु नैतिक नेतृत्व: नेताओं को ईमानदार, जिम्मेदार और न्यायप्रिय होना चाहिए। पारदर्शिता: शासन में हर निर्णय पारदर्शी होना चाहिएRead more
शासन में उच्च मूल्यों को कैसे प्राप्त किया जा सकता है?
परिचय
शासन में उच्च मूल्यों को प्राप्त करने के लिए नैतिक नेतृत्व, पारदर्शिता और जिम्मेदारी की आवश्यकता होती है।
मुख्य बिंदु
उदाहरण
निष्कर्ष
उच्च मूल्यों को प्राप्त करने के लिए शासन में नैतिक नेतृत्व, पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देना आवश्यक है।
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