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एक समावेशी, निम्न-उत्सर्जन वाली और जलवायु अनुकूल विकास एजेंडा को अपनाने से भारत के घरेलू सार्वजनिक व्यय की प्रभावशीलता में काफी वृद्धि होगी। भारत में जलवायु परिवर्तन अनुकूल बजटिंग के संदर्भ में चर्चा कीजिए। (250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
भारत में जलवायु परिवर्तन अनुकूल बजटिंग (Climate-Resilient Budgeting) को अपनाने से घरेलू सार्वजनिक व्यय की प्रभावशीलता में महत्वपूर्ण सुधार हो सकता है। इस संदर्भ में भारत ने कई महत्वपूर्ण पहल की हैं: जलवायु अनुकूल योजनाएँ: भारत ने बजट योजनाओं में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए विशेषRead more
भारत में जलवायु परिवर्तन अनुकूल बजटिंग (Climate-Resilient Budgeting) को अपनाने से घरेलू सार्वजनिक व्यय की प्रभावशीलता में महत्वपूर्ण सुधार हो सकता है। इस संदर्भ में भारत ने कई महत्वपूर्ण पहल की हैं:
इन पहलुओं के माध्यम से भारत ने एक समावेशी, निम्न-उत्सर्जन वाली और जलवायु अनुकूल विकास एजेंडा को अपनाने में सफलता प्राप्त की है, जिससे सार्वजनिक व्यय की प्रभावशीलता और जलवायु परिवर्तन के प्रति देश की संवेदनशीलता में वृद्धि हुई है।
See lessप्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) भारत के आर्थिक विकास के लिए गैर-ऋण वित्त के एक महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में कार्य कर सकता है। भारत में FDI को बढ़ावा देने हेतु उठाए गए कदमों के संदर्भ में चर्चा कीजिए। (250 शब्दों में उत्तर दीजिए)
भारत ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं ताकि आर्थिक विकास को गति मिल सके और विभिन्न क्षेत्रों में पूंजी निवेश आकर्षित हो सके। इन कदमों में शामिल हैं: नियमों में सरलता: भारत सरकार ने FDI नीति को सरल और स्पष्ट बनाने के लिए कई सुधार किए हैं। इसमें विभिन्न कRead more
भारत ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं ताकि आर्थिक विकास को गति मिल सके और विभिन्न क्षेत्रों में पूंजी निवेश आकर्षित हो सके। इन कदमों में शामिल हैं:
इन पहलों ने भारत को एक निवेश अनुकूल वातावरण प्रदान किया है और विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया है, जिससे देश की आर्थिक वृद्धि और रोजगार सृजन में योगदान हुआ है।
See lessपरीक्षण कीजिए कि भारत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के डिजिटल रूपांतरण ने इसे बाधित करने वाली चुनौतियों का समाधान करने में कैसे मदद की है। (150 शब्दों में उत्तर दें)
भारत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के डिजिटल रूपांतरण ने कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं जो चुनौतियों को संबोधित करने में मदद कर रहे हैं: पारदर्शिता: ई-पॉस और राशन कार्ड सॉफ्टवेयर के माध्यम से डिजिटल ट्रैकिंग ने अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को कम किया है। लक्षित वितरण: आधार लिंकिंग और डिजिटल राशन कार्डRead more
भारत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के डिजिटल रूपांतरण ने कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं जो चुनौतियों को संबोधित करने में मदद कर रहे हैं:
इन उपायों से PDS की प्रभावशीलता और पहुंच में सुधार हुआ है, जिससे लाभार्थियों को बेहतर सेवाएं मिल रही हैं।
See lessपशुधन रोगों से उत्पन्न चुनौतियों के आलोक में सरकार द्वारा उनके समाधान के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें)
पशुधन रोगों से उत्पन्न चुनौतियाँ जैसे रोगों के फैलने से पशुधन की मृत्यु, उत्पादन में कमी, और आर्थिक क्षति होती है। इन चुनौतियों के समाधान के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं: टीकाकरण अभियान: पशुधन के लिए नियमित टीकाकरण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जैसे ब्रुसेलोसिस और पारवोवायरस के खिलाफ। रोग निRead more
पशुधन रोगों से उत्पन्न चुनौतियाँ जैसे रोगों के फैलने से पशुधन की मृत्यु, उत्पादन में कमी, और आर्थिक क्षति होती है। इन चुनौतियों के समाधान के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:
इन कदमों से पशुधन रोगों की रोकथाम और नियंत्रण में मदद मिल रही है, जिससे किसानों और आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण लाभ हो रहा है।
See lessएकीकृत कीट प्रबंधन (IPM) क्या है? IPM के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए, इसके विभिन्न घटकों पर चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें)
एकीकृत कीट प्रबंधन (IPM) एक प्रणालीगत दृष्टिकोण है जो कीटों के नियंत्रण के लिए विभिन्न विधियों को मिलाकर पर्यावरणीय, आर्थिक, और स्वास्थ्य पर न्यूनतम प्रभाव डालता है। IPM का उद्देश्य कीटों के प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ फसलों की सुरक्षा और पर्यावरण की रक्षा करना है। उद्देश्य: कीट नियंत्रण: कीटों की जRead more
एकीकृत कीट प्रबंधन (IPM) एक प्रणालीगत दृष्टिकोण है जो कीटों के नियंत्रण के लिए विभिन्न विधियों को मिलाकर पर्यावरणीय, आर्थिक, और स्वास्थ्य पर न्यूनतम प्रभाव डालता है। IPM का उद्देश्य कीटों के प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ फसलों की सुरक्षा और पर्यावरण की रक्षा करना है।
उद्देश्य:
घटक:
IPM की विधियाँ एक साथ मिलकर एक संतुलित और प्रभावी कीट प्रबंधन प्रणाली को सुनिश्चित करती हैं।
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