1765 से 1833 तक ब्रिटिश राज के साथ ईस्ट इंडिया कंपनी के संबंधों के विकास का पता लगाइए।(उत्तर 200 शब्दों में दें)
प्राचीन भारतीय वैज्ञानिकों ने गणित और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। आर्यभट्ट: आर्यभट्ट ने गणित में भूमिका निभाई और सूर्य सिद्धांत को विकसित किया। उन्होंने ग्रहों की गति के लिए शून्य की पहली परिभाषा प्रस्तुत की। ब्रह्मगुप्त: ब्रह्मगुप्त ने अलग-अलग प्रकार के समीकरणों और परिवर्तनों काRead more
प्राचीन भारतीय वैज्ञानिकों ने गणित और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- आर्यभट्ट: आर्यभट्ट ने गणित में भूमिका निभाई और सूर्य सिद्धांत को विकसित किया। उन्होंने ग्रहों की गति के लिए शून्य की पहली परिभाषा प्रस्तुत की।
- ब्रह्मगुप्त: ब्रह्मगुप्त ने अलग-अलग प्रकार के समीकरणों और परिवर्तनों का सिद्धांत विकसित किया। उन्होंने अंकगणित में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- चाणक्य: चाणक्य ने राजनीति, अर्थशास्त्र और गणित में अपने सूत्रों के माध्यम से विशेष योगदान दिया।
- सुष्रुत: सुष्रुत ने भारतीय चिकित्सा विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान किया। उन्होंने शल्यचिकित्सा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण सिद्धांतों की खोज की।
इन महान वैज्ञानिकों ने अपने क्षेत्र में अद्वितीय और अग्रणी योगदान दिया और भारतीय विज्ञान और गणित की धारा को बढ़ावा दिया।
See less
1765 से 1833 तक, ब्रिटिश राज के साथ ईस्ट इंडिया कंपनी के संबंधों का विकास एक महत्वपूर्ण अध्याय था। इस अवधि में कंपनी ने भारत में अपनी धार्मिक, सामाजिक, और आर्थिक शक्ति को मजबूत किया। 1765 में कंपनी को बिहार, उड़ीसा, और बंगाल के सम्राट की दरबारी आदेश से व्यवस्था करने का अधिकार मिला। इससे कंपनी की आर्Read more
1765 से 1833 तक, ब्रिटिश राज के साथ ईस्ट इंडिया कंपनी के संबंधों का विकास एक महत्वपूर्ण अध्याय था। इस अवधि में कंपनी ने भारत में अपनी धार्मिक, सामाजिक, और आर्थिक शक्ति को मजबूत किया।
1765 में कंपनी को बिहार, उड़ीसा, और बंगाल के सम्राट की दरबारी आदेश से व्यवस्था करने का अधिकार मिला। इससे कंपनी की आर्थिक शक्ति में वृद्धि हुई।
1784 में पास हुए पिट्स अधिनियम के बाद कंपनी का शासनिक अधिकार कम हो गया और ब्रिटिश सरकार की निगरानी में आ गई।
कंपनी के साथ संबंध अधिक दक्षिण भारत में मजबूत थे। इस अवधि में कंपनी ने व्यापार, कृषि, और राजनीति में अपनी उपस्थिति को मजबूत किया।
1833 में गोलीय कानून के बाद, ब्रिटिश सरकार ने ईस्ट इंडिया कंपनी के सारे शासन को खत्म कर दिया और भारत पर सीधा नियंत्रण स्थापित किया।
See less