Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
ग्रामीण क्षेत्रों में कृषीतर रोज़गार और आय का प्रबन्ध करने में पशुधन पालन की बड़ी संभाव्यता है। भारत में इस क्षेत्रक की प्रोन्नति करने के उपयुक्त उपाय सुझाते हुए चर्चा कीजिए । (200 words) [UPSC 2015]
पशुधन पालन ग्रामीण क्षेत्रों में कृषीतर रोज़गार और आय का प्रबन्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस क्षेत्र की प्रोन्नति के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं: प्रशिक्षण और शिक्षा: किसानों और पशुपालकों को आधुनिक पशुधन पालन तकनीकों, पशु स्वास्थ्य प्रबंधन, और बेहतर आहार प्रथाओं पर प्रशिक्षणRead more
पशुधन पालन ग्रामीण क्षेत्रों में कृषीतर रोज़गार और आय का प्रबन्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस क्षेत्र की प्रोन्नति के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
इन उपायों को अपनाकर भारत में पशुधन पालन क्षेत्र की संभावनाओं को साकार किया जा सकता है।
See less"Inclusive growth has now become the central point of developmental strategy." Discuss the statement in the context of India. Also suggest remedial actions to achieve this growth. (200 Words) [UPPSC 2022]
Inclusive Growth as a Central Point of Developmental Strategy in India Discussion: Inclusive growth emphasizes equitable distribution of the benefits of economic growth across all sections of society. In India, the focus has shifted from mere economic growth to ensuring that the fruits of developmenRead more
Inclusive Growth as a Central Point of Developmental Strategy in India
Discussion:
Inclusive growth emphasizes equitable distribution of the benefits of economic growth across all sections of society. In India, the focus has shifted from mere economic growth to ensuring that the fruits of development reach the marginalized and economically disadvantaged communities.
Key Aspects:
Remedial Actions:
In conclusion, inclusive growth is crucial for achieving sustainable and equitable development in India. It requires a comprehensive approach that addresses economic disparities and ensures that all sections of society benefit from development initiatives.
See lessWhat are the types of disasters? Elucidate its management in India. (125 Words) [UPPSC 2022]
Types of Disasters and Their Management in India Types of Disasters: Natural Disasters: Geological: Earthquakes, volcanic eruptions. Meteorological: Cyclones, floods, heatwaves. Hydrological: Tsunamis, landslides. Climatological: Droughts. Man-Made Disasters: Technological: Industrial accidents, nucRead more
Types of Disasters and Their Management in India
Types of Disasters:
Management in India:
Effective disaster management in India involves coordination between various government agencies and community participation to mitigate and manage the impact of disasters.
See lessAnalyse Government of India's 'Agniveer plan in the light of India's defense needs. (125 Words) [UPPSC 2022]
Analysis of Government of India's 'Agniveer' Plan Overview: The 'Agniveer' plan, launched in 2022, is an innovative recruitment scheme for the Indian Armed Forces, aimed at modernizing the defense forces by employing younger personnel for a short tenure of four years. Relevance to India's Defense NeRead more
Analysis of Government of India’s ‘Agniveer’ Plan
Overview: The ‘Agniveer’ plan, launched in 2022, is an innovative recruitment scheme for the Indian Armed Forces, aimed at modernizing the defense forces by employing younger personnel for a short tenure of four years.
Relevance to India’s Defense Needs:
Challenges:
In conclusion, the ‘Agniveer’ plan aligns with India’s evolving defense needs but requires careful management to address potential challenges related to retention and training costs.
See lessई-प्रदूषण तथा अन्तरिक्ष प्रदूषण को समझाइये। इसके प्रबन्धन के लिए क्या सुझाव दिए गए हैं? (125 Words) [UPPSC 2022]
ई-प्रदूषण और अन्तरिक्ष प्रदूषण: समझ और प्रबंधन ई-प्रदूषण: ई-प्रदूषण, इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट (ई-वेस्ट) से होने वाला प्रदूषण है, जिसमें पुरानी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज, जैसे कंप्यूटर और मोबाइल फोन, शामिल होते हैं। इसमें लेड, मर्करी, और कैडमियम जैसी विषाक्त सामग्री होती है, जो पर्यावरण और स्वास्थ्य को हानि पहRead more
ई-प्रदूषण और अन्तरिक्ष प्रदूषण: समझ और प्रबंधन
ई-प्रदूषण: ई-प्रदूषण, इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट (ई-वेस्ट) से होने वाला प्रदूषण है, जिसमें पुरानी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज, जैसे कंप्यूटर और मोबाइल फोन, शामिल होते हैं। इसमें लेड, मर्करी, और कैडमियम जैसी विषाक्त सामग्री होती है, जो पर्यावरण और स्वास्थ्य को हानि पहुंचाती है।
प्रबंधन सुझाव:
अन्तरिक्ष प्रदूषण: अंतरिक्ष प्रदूषण, या स्पेस डेब्री, अंतरिक्ष में废弃 उपग्रहों और रॉकेट के चरणों का जमा होना है, जो सक्रिय उपग्रहों और अंतरिक्ष मिशनों को खतरे में डालता है।
प्रबंधन सुझाव:
इन सुझावों से ई-प्रदूषण और अंतरिक्ष प्रदूषण के प्रभाव को कम किया जा सकता है, जिससे पर्यावरण और अंतरिक्ष संचालन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
See lessराष्ट्रीय सुरक्षा में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका की विवेचना कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2022]
राष्ट्रीय सुरक्षा में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका 1. रक्षा प्रणालियाँ: विज्ञान और प्रौद्योगिकी उन्नत रक्षा प्रणालियों जैसे मिसाइल डिफेंस, ड्रोन, और सुपर-सोनिक वेपन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। DRDO द्वारा विकसित अग्नि मिसाइल प्रणाली इसका उदाहरण है। 2. साइबर सुरक्षा: साइबर सुरक्षाRead more
राष्ट्रीय सुरक्षा में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका
1. रक्षा प्रणालियाँ: विज्ञान और प्रौद्योगिकी उन्नत रक्षा प्रणालियों जैसे मिसाइल डिफेंस, ड्रोन, और सुपर-सोनिक वेपन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। DRDO द्वारा विकसित अग्नि मिसाइल प्रणाली इसका उदाहरण है।
2. साइबर सुरक्षा: साइबर सुरक्षा तकनीकें महत्वपूर्ण हैं, जो डेटा सुरक्षा और क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा करती हैं। साइबर सुरक्षा प्रोटोकॉल और एन्क्रिप्शन तकनीकें साइबर हमलों से रक्षा करती हैं।
3. खगोल विज्ञान और इंटेलिजेंस: सैटेलाइट इमेजिंग और सिग्नल इंटेलिजेंस का उपयोग खुफिया संग्रहण और रोज़गार की निगरानी के लिए किया जाता है, जिससे उन्नत निगरानी और प्रारंभिक चेतावनी मिलती है।
4. सीमावर्ती सुरक्षा: बायोमैट्रिक सिस्टम्स और स्मार्ट सेंसर्स सीमाओं की निगरानी और अनधिकृत प्रवृत्तियों को पहचानने में मदद करते हैं।
सारांश में, विज्ञान और प्रौद्योगिकी राष्ट्रीय सुरक्षा को सशक्त, सुरक्षित और प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
See lessभारत सरकार की वर्तमान औद्योगिक नीति का 'मेक इन इन्डिया' तथा 'स्टैण्ड अप इन्डिया' के विशेष संदर्भ में मूल्यांकन कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2022]
भारत सरकार की वर्तमान औद्योगिक नीति: 'मेक इन इंडिया' और 'स्टैंड अप इंडिया' 'मेक इन इंडिया': उद्देश्य: 2014 में शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य भारत को वैश्विक विनिर्माण हब बनाना है। सफलताएँ: इसने FDI (विदेशी प्रत्यक्ष निवेश) को आकर्षित किया और उद्योगों के विकास को बढ़ावा दिया। उदाहरण के लिए, भारत केRead more
भारत सरकार की वर्तमान औद्योगिक नीति: ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्टैंड अप इंडिया’
‘मेक इन इंडिया’:
‘स्टैंड अप इंडिया’:
मूल्यांकन: ये नीतियाँ औद्योगिक वृद्धि और सामाजिक समावेश को बढ़ावा देती हैं, लेकिन कार्यान्वयन में सुधार और चुनौतियों को दूर करने की आवश्यकता है।
See lessवित्तीय समावेशन, सामाजिक न्याय प्राप्त करने के लिए विकास प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिम्सा है। टिप्पणी कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2022]
वित्तीय समावेशन और सामाजिक न्याय टिप्पणी: वित्तीय समावेशन, विकास प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो सामाजिक न्याय प्राप्त करने में सहायक है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी सामाजिक और आर्थिक वर्गों को बैंकिंग सेवाओं, क्रेडिट, बीमा और निवेश अवसरों की पहुंच हो, विशेषकर गरीब और हाशिए पर रहने वRead more
वित्तीय समावेशन और सामाजिक न्याय
टिप्पणी:
वित्तीय समावेशन, विकास प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो सामाजिक न्याय प्राप्त करने में सहायक है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी सामाजिक और आर्थिक वर्गों को बैंकिंग सेवाओं, क्रेडिट, बीमा और निवेश अवसरों की पहुंच हो, विशेषकर गरीब और हाशिए पर रहने वाले समुदायों को।
लाभ:
इस प्रकार, वित्तीय समावेशन सामाजिक न्याय को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे समग्र विकास और समाज में समानता सुनिश्चित होती है।
See lessपीएम गति शक्ति योजना के स्तम्भों को बताइये आपके विचार में क्या इससे प्रतियोगिता नेयाविष्ठ संयोजकता जनित होगी ? विवेचना कीजिए। (125 Words) [UPPSC 2022]
पीएम गति शक्ति योजना के स्तम्भ और उनकी विवेचना स्तम्भ: आधारभूत ढांचा: सड़कों, रेलवे, बंदरगाहों, और हवाई अड्डों का एकीकृत विकास, जो “राष्ट्रीय मास्टर प्लान” के तहत किया जाएगा। समन्वय और एकीकरण: विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग। प्रौद्योगRead more
पीएम गति शक्ति योजना के स्तम्भ और उनकी विवेचना
स्तम्भ:
विचार: पीएम गति शक्ति योजना से प्रतिस्पर्धात्मकता और संयोजकता में वृद्धि होने की संभावना है क्योंकि यह आधारभूत ढांचा और विभिन्न क्षेत्रों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करती है। यह योजना क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर लॉजिस्टिक कुशलता को बढ़ाकर व्यापार और औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करेगी। सड़क, रेलवे, और अन्य परिवहन नेटवर्क के एकीकृत विकास से आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता बढ़ेगी, जिससे आर्थिक विकास में तेजी आएगी।
इस प्रकार, योजना भारत में समग्र संयोजकता और प्रतिस्पर्धात्मकता को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
See lessआपूर्ति श्रृंखला प्रबन्धन क्या है भारत में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के सन्दर्भ में इसके महत्व पर प्रकाश डालिए । (125 Words) [UPPSC 2022]
परिभाषा: आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन (SCM) उन सभी गतिविधियों की योजना और नियंत्रण है जो कच्चे माल से लेकर अंतिम उत्पाद तक के सभी चरणों को शामिल करती हैं। इसमें स्रोत (procurement), उत्पादन, लॉजिस्टिक्स, और वितरण शामिल हैं। महत्व भारत में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के संदर्भ में: कुशल संसाधन प्रबंधन: SCM कRead more
परिभाषा: आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन (SCM) उन सभी गतिविधियों की योजना और नियंत्रण है जो कच्चे माल से लेकर अंतिम उत्पाद तक के सभी चरणों को शामिल करती हैं। इसमें स्रोत (procurement), उत्पादन, लॉजिस्टिक्स, और वितरण शामिल हैं।
महत्व भारत में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के संदर्भ में:
इस प्रकार, SCM खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में कुशल प्रबंधन, गुणवत्ता सुधार, और लागत में कमी के लिए महत्वपूर्ण है।
See less