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सुशासन और प्रशासन के लिए संवेगात्मक बुद्धि की भूमिका की व्याख्या कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
सुशासन और प्रशासन में संवेगात्मक बुद्धि की भूमिका 1. संवेगात्मक बुद्धि (Emotional Intelligence) की परिभाषा संवेगात्मक बुद्धि से तात्पर्य स्वयं की भावनाओं और दूसरों की भावनाओं को समझने और प्रबंधित करने की क्षमता से है। इसमें आत्म-जागरूकता, आत्म-नियंत्रण, सहानुभूति, और सामाजिक कुशलता शामिल होती है। 2.Read more
सुशासन और प्रशासन में संवेगात्मक बुद्धि की भूमिका
1. संवेगात्मक बुद्धि (Emotional Intelligence) की परिभाषा
2. सुशासन में भूमिका
निष्कर्ष: संवेगात्मक बुद्धि सुशासन और प्रशासन में सहानुभूति, संचार कुशलता, और भावनात्मक समझ को बढ़ावा देती है, जो प्रभावी और संवेदनशील प्रशासन को सुनिश्चित करती है।
See lessसिविल सेवकों के बीच उदारता और वस्तुनिष्ठता को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है? अपना सुझाब दीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
सिविल सेवकों के बीच उदारता और वस्तुनिष्ठता को बढ़ावा देने के सुझाव 1. प्रशिक्षण और कार्यशालाएँ नैतिक और पेशेवर प्रशिक्षण: सिविल सेवकों के लिए नैतिकता, उदारता, और वस्तुनिष्ठता पर प्रशिक्षण आयोजित करें। आखिरी मील की सेवाओं के लिए संवेदनशीलता प्रशिक्षण जैसे नीति और नियमन को समझना, जैसे आयुष्मान भारत योRead more
सिविल सेवकों के बीच उदारता और वस्तुनिष्ठता को बढ़ावा देने के सुझाव
1. प्रशिक्षण और कार्यशालाएँ
2. पारदर्शिता और जवाबदेही
3. नेतृत्व और उदाहरण
4. फीडबैक और मूल्यांकन
निष्कर्ष: सिविल सेवकों के बीच उदारता और वस्तुनिष्ठता को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण, पारदर्शिता, नेतृत्व, और मूल्यांकन जैसे उपाय प्रभावी हो सकते हैं, जो उन्हें अपने कर्तव्यों को नैतिक और प्रभावी ढंग से निभाने में मदद करेंगे।
See lessकिन्हीं दो महत्वपूर्ण गुणों की विवेचना कीजिए जिन्हें आप लोक सेवक के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं। तर्कसंगत व्याख्या कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
लोक सेवक के लिए महत्वपूर्ण गुण 1. ईमानदारी परिभाषा: ईमानदारी का मतलब है सच्चाई, नैतिकता और सत्यता के साथ कार्य करना। महत्त्व: ईमानदारी लोक सेवकों को भ्रष्टाचार से बचाती है और जनता में भरोसा निर्माण करती है। उदाहरण के लिए, आईपीएस अधिकारी संजीव कुमार ने अपनी ईमानदारी और सच्चाई के लिए भ्रष्टाचार विरोधीRead more
लोक सेवक के लिए महत्वपूर्ण गुण
1. ईमानदारी
2. संवेदनशीलता
निष्कर्ष: ईमानदारी और संवेदनशीलता जैसे गुण लोक सेवकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये उनके कार्यों को नैतिकता और प्रभावशीलता प्रदान करते हैं, और जनता के साथ एक सकारात्मक संबंध स्थापित करते हैं।
See lessअभिवृत्ति के विभिन्न अवयवों का वर्णन कीजिए तथा अभिवृत्ति निर्माण को प्रभावित करने वाले कारकों का विवेचन कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
अभिवृत्ति के विभिन्न अवयव और निर्माण को प्रभावित करने वाले कारक 1. अभिवृत्ति के अवयव संज्ञानात्मक अवयव: यह धारणाएं और विचार होते हैं, जो किसी वस्तु या व्यक्ति के प्रति हमारी सोच को दर्शाते हैं। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति का मानना कि स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना चाहिए, उसकी संज्ञानात्मक अभिवृत्ति है।Read more
अभिवृत्ति के विभिन्न अवयव और निर्माण को प्रभावित करने वाले कारक
1. अभिवृत्ति के अवयव
2. अभिवृत्ति निर्माण को प्रभावित करने वाले कारक
निष्कर्ष: अभिवृत्ति के अवयवों में संज्ञानात्मक, भावनात्मक, और व्यवहारिक तत्व शामिल होते हैं, और इन्हें प्रभावित करने वाले कारकों में परिवार, शिक्षा, और मीडिया शामिल हैं।
See less"वैश्वीकरण के युग में राष्ट्रों के मध्य शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय नीतिशास्त्र समय की मांग है।", आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
वैश्वीकरण और अन्तर्राष्ट्रीय नीतिशास्त्र 1. वैश्वीकरण की चुनौतियाँ सम्बद्धता और जटिलताएँ: वैश्वीकरण ने राष्ट्रों के बीच आर्थिक, राजनीतिक, और सांस्कृतिक सम्बद्धता को बढ़ाया, जिससे विवाद और सहमति दोनों की संभावना बढ़ी। उदाहरण के लिए, चाइना-यूएस ट्रेड वार ने वैश्विक व्यापार नीतियों में तनाव उत्पन्न कियRead more
वैश्वीकरण और अन्तर्राष्ट्रीय नीतिशास्त्र
1. वैश्वीकरण की चुनौतियाँ
2. अन्तर्राष्ट्रीय नीतिशास्त्र की आवश्यकता
निष्कर्ष: वैश्वीकरण के युग में अन्तर्राष्ट्रीय नीतिशास्त्र शांति और स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है, क्योंकि यह राष्ट्रों के बीच संवाद, सहयोग, और विवाद समाधान में सहायक होती है।
See less"सूचना का छिपाव सार्वजनिक पहुंच और भागीदारी को बाधित करता है।", इस कथन के आलोक में सरकार में सूचना साझा करने और पारदर्शिता के महत्व पर चर्चा करें। (125 Words) [UPPSC 2023]
सूचना साझा करने और पारदर्शिता का महत्व 1. सूचना साझा करने की आवश्यकता सार्वजनिक पहुंच: सूचना का छिपाव जनता की जानकारी तक पहुंच को बाधित करता है, जिससे सरकार की नीतियों और कार्यों के प्रति विश्वास कम होता है। उदाहरण के लिए, RTI (Right to Information) Act ने सरकारी निर्णयों और प्रक्रियाओं में पारदर्शिRead more
सूचना साझा करने और पारदर्शिता का महत्व
1. सूचना साझा करने की आवश्यकता
2. प्रभावी सार्वजनिक भागीदारी
निष्कर्ष: सूचना का छिपाव सार्वजनिक पहुंच और भागीदारी को बाधित करता है, जबकि सूचना साझा करने और पारदर्शिता से जनता की जानकारी, भरोसा, और भागीदारी बढ़ती है।
See less"बालक अपने चतुर्दिक जो देखता है, उससे मूल्यों को सीखता है" इस कथन के आलोक में मूल्यों के निर्माण में परिवार और समाज की भूमिका की विवेचना कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
परिवार और समाज की भूमिका में मूल्यों का निर्माण 1. परिवार का प्रभाव प्रारंभिक शिक्षा: परिवार बच्चे को प्रारंभिक मूल्यों और आचार-व्यवहार का पहला सबक सिखाता है। उदाहरण के लिए, अच्छे आदर्श और सच्चाई की शिक्षा से बच्चे में नैतिक गुण विकसित होते हैं, जैसा कि सिंधु स्वाति, एक प्रसिद्ध शिक्षिका, ने अपने बचRead more
परिवार और समाज की भूमिका में मूल्यों का निर्माण
1. परिवार का प्रभाव
2. समाज का प्रभाव
निष्कर्ष: परिवार और समाज दोनों मिलकर मूल्यों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो बच्चों के समाजिक और नैतिक विकास को दिशा प्रदान करते हैं।
See lessनैतिक अन्तर्दृष्टि से आप क्या समझते हैं? लोकसेवकों की नैतिक परिस्थिति में यह किस प्रकार सहायक है ? (125 Words) [UPPSC 2023]
नैतिक अन्तर्दृष्टि का अर्थ नैतिक अन्तर्दृष्टि से तात्पर्य नैतिक और नैतिकता से संबंधित गहन समझ और आंतरिक जागरूकता से है, जो एक व्यक्ति को सही और गलत के बीच अंतर करने में मदद करती है। यह व्यक्तित्व के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और निर्णय लेने में स्पष्टता प्रदान करती है। लोकसेवकों की नैतिकRead more
नैतिक अन्तर्दृष्टि का अर्थ
नैतिक अन्तर्दृष्टि से तात्पर्य नैतिक और नैतिकता से संबंधित गहन समझ और आंतरिक जागरूकता से है, जो एक व्यक्ति को सही और गलत के बीच अंतर करने में मदद करती है। यह व्यक्तित्व के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और निर्णय लेने में स्पष्टता प्रदान करती है।
लोकसेवकों की नैतिक परिस्थिति में सहायता
इस प्रकार, नैतिक अन्तर्दृष्टि लोकसेवकों को सही निर्णय लेने और उनके कार्यों को नैतिक रूप से सही दिशा में मार्गदर्शित करने में सहायक होती है।
See lessDescribe the strategies that civil servants can employ to overcome resistance to change and effectively persuade stakeholders to support new policies and initiatives. (200 Words) [UPPSC 2023]
Strategies for Civil Servants to Overcome Resistance to Change and Persuade Stakeholders 1. Engage in Effective Communication Transparent Information: Clearly articulate the benefits and necessity of the new policies or initiatives. For example, during the rollout of the Goods and Services Tax (GST)Read more
Strategies for Civil Servants to Overcome Resistance to Change and Persuade Stakeholders
1. Engage in Effective Communication
2. Build Trust and Credibility
3. Involve Stakeholders Early
4. Address Concerns and Provide Incentives
5. Foster Collaboration and Build Alliances
In summary, civil servants can overcome resistance to change by employing strategies such as effective communication, building trust, involving stakeholders, addressing concerns, and fostering collaboration. These approaches help in persuading stakeholders to support new policies and initiatives.
See less"Non-performance of duty by a public servant is a type of corruption". Do you agree with this statement? Explain logically. (200 Words) [UPPSC 2023]
Non-Performance of Duty as a Type of Corruption 1. Definition of Non-Performance of Duty Non-Performance of Duty: This refers to the failure or negligence of a public servant to carry out their responsibilities effectively and diligently. Example: An officer neglecting their duty to address public gRead more
Non-Performance of Duty as a Type of Corruption
1. Definition of Non-Performance of Duty
2. Corruption and Non-Performance
3. Examples of Non-Performance Leading to Corruption
4. Impact on Governance
In conclusion, non-performance of duty can be considered a type of corruption as it compromises the integrity of public service and can often be linked to the abuse of power or negligence for personal gain. Effective accountability and performance measures are crucial to combating this form of corruption.
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