Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
पेयजल में अशुद्धियों के प्रमुख स्रोत क्या हैं? उनका प्रबंधन कैसे किया जा सकता है?
पेयजल में अशुद्धियों के प्रमुख स्रोत पेयजल में अशुद्धियाँ कई स्रोतों से आती हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं। प्रमुख स्रोत 1. कृषि रसायन उदाहरण: कीटनाशक और उर्वरक। ये रसायन वर्षा के पानी के साथ नदियों और भूजल में मिल सकते हैं। 2. औद्योगिक अपशिष्ट उदाहरण: फैक्ट्रियों से निकलने वालेRead more
पेयजल में अशुद्धियों के प्रमुख स्रोत
पेयजल में अशुद्धियाँ कई स्रोतों से आती हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं।
प्रमुख स्रोत
1. कृषि रसायन
2. औद्योगिक अपशिष्ट
3. गृह उपयोग
प्रबंधन
1. जल उपचार संयंत्र
2. जन जागरूकता
3. सख्त नियम
निष्कर्ष
पेयजल में अशुद्धियों के स्रोतों का प्रबंधन करने से न केवल जल गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि यह मानव स्वास्थ्य को भी सुरक्षित रखेगा।
See lessमालवा पठार की भौगोलिक विशेषताओं का विवरण दीजिए।
प्रमुख विशेषताएँ 1. स्थलाकृति ऊंचाई: यह पठार समुद्र तल से लगभग 500 से 600 मीटर की ऊँचाई पर है। लहरदार भूभाग: यहाँ की भौगोलिक संरचना लहरदार और ऊबड़-खाबड़ है, जो इसे अन्य क्षेत्रों से अलग बनाती है। 2. जलवायु मौसमी परिवर्तन: मालवा पठार की जलवायु गर्म और शुष्क होती है, जिसमें गर्मियों में तापमान काफी बढRead more
प्रमुख विशेषताएँ
1. स्थलाकृति
2. जलवायु
3. मिट्टी
4. जलस्रोत
निष्कर्ष
मालवा पठार की भौगोलिक विशेषताएँ इसे एक अनोखा क्षेत्र बनाती हैं, जो कृषि, जलवायु और प्राकृतिक संसाधनों के लिए महत्वपूर्ण है। यह क्षेत्र न केवल प्राकृतिक सौंदर्य में समृद्ध है, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
मध्य प्रदेश में सीमेंट उद्योग के स्थानीयकरण एवं वितरण को स्पष्ट कीजिए।
मध्य प्रदेश में सीमेंट उद्योग का स्थानीयकरण एवं वितरण मध्य प्रदेश का सीमेंट उद्योग राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहाँ सीमेंट उत्पादन का स्थानीयकरण और वितरण कुछ खास कारणों से होता है। स्थानीयकरण के कारण कच्चा माल: मध्य प्रदेश में चूना पत्थर, बलुई मिट्टी और अन्य कच्चे माल की पRead more
मध्य प्रदेश में सीमेंट उद्योग का स्थानीयकरण एवं वितरण
मध्य प्रदेश का सीमेंट उद्योग राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहाँ सीमेंट उत्पादन का स्थानीयकरण और वितरण कुछ खास कारणों से होता है।
स्थानीयकरण के कारण
प्रमुख क्षेत्रों का वितरण
निष्कर्ष
मध्य प्रदेश में सीमेंट उद्योग का स्थानीयकरण और वितरण कच्चे माल, जलवायु और भौगोलिक विशेषताओं पर निर्भर करता है। यह उद्योग न केवल रोजगार के अवसर प्रदान करता है, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देता है।
See lessप्रवास क्या है? भारत में ग्रामीण क्षेत्रों से नगरों की ओर प्रवास के प्रभावों की व्याख्या कीजिए।
प्रवास क्या है? प्रवास का अर्थ है लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना। यह आमतौर पर बेहतर जीवनस्तर, रोजगार और शिक्षा की तलाश में किया जाता है। भारत में ग्रामीण क्षेत्रों से नगरों की ओर प्रवास के प्रभाव सकारात्मक प्रभाव आर्थिक अवसर: ग्रामीण लोग शहरों में बेहतर नौकरी की तलाश में जाते हैं, जिससे उनRead more
प्रवास क्या है?
प्रवास का अर्थ है लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना। यह आमतौर पर बेहतर जीवनस्तर, रोजगार और शिक्षा की तलाश में किया जाता है।
भारत में ग्रामीण क्षेत्रों से नगरों की ओर प्रवास के प्रभाव
सकारात्मक प्रभाव
नकारात्मक प्रभाव
निष्कर्ष
ग्रामीण क्षेत्रों से नगरों की ओर प्रवास भारत की आर्थिक और सामाजिक संरचना को प्रभावित करता है। इसके सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव हैं, जिन्हें समझना आवश्यक है।
See lessभारत के उत्तरी मैदान की प्रमुख भौगोलिक विशेषताओं का विवरण दीजिए।
भारत के उत्तरी मैदान की प्रमुख भौगोलिक विशेषताएँ भारत के उत्तरी मैदान, जिसे "गंगा-यमुना का मैदान" भी कहा जाता है, अनेक भौगोलिक विशेषताओं से संपन्न है। प्रमुख विशेषताएँ स्थान: यह मैदान हिमालय पर्वत के दक्षिण में स्थित है और भारत के उत्तर-पश्चिम से पूर्वी क्षेत्रों तक फैला हुआ है। आकार और विस्तार: यहRead more
भारत के उत्तरी मैदान की प्रमुख भौगोलिक विशेषताएँ
भारत के उत्तरी मैदान, जिसे “गंगा-यमुना का मैदान” भी कहा जाता है, अनेक भौगोलिक विशेषताओं से संपन्न है।
प्रमुख विशेषताएँ
निष्कर्ष
उत्तरी मैदान भारत की कृषि और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनकी भौगोलिक विशेषताएँ इस क्षेत्र के विकास में योगदान करती हैं।
See lessचक्रवात क्या है? उष्ण कटिबंधीय चक्रवातों की मुख्य विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
चक्रवात क्या है? चक्रवात एक तीव्र वायुमंडलीय तूफान है जो घूर्णन करने वाले बादलों और तेज़ हवाओं के साथ जुड़ा होता है। यह मुख्यतः समुद्र में उत्पन्न होता है और इसमें शक्तिशाली वायु धाराएँ होती हैं, जो भारी बारिश और तूफान का कारण बन सकती हैं। उष्ण कटिबंधीय चक्रवातों की मुख्य विशेषताएँ उत्पत्ति: ये चक्रRead more
चक्रवात क्या है?
चक्रवात एक तीव्र वायुमंडलीय तूफान है जो घूर्णन करने वाले बादलों और तेज़ हवाओं के साथ जुड़ा होता है। यह मुख्यतः समुद्र में उत्पन्न होता है और इसमें शक्तिशाली वायु धाराएँ होती हैं, जो भारी बारिश और तूफान का कारण बन सकती हैं।
उष्ण कटिबंधीय चक्रवातों की मुख्य विशेषताएँ
निष्कर्ष
उष्ण कटिबंधीय चक्रवातों का मौसम और पर्यावरण पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इनकी विशेषताओं को समझना, इनसे होने वाले नुकसान को कम करने में मदद कर सकता है।
See lessज्वालामुखी क्या है? विश्व में ज्वालामुखियों का वितरण समझाइए।
विश्व में ज्वालामुखियों का वितरण विभाजन: ज्वालामुखी मुख्यतः टेक्टोनिक प्लेटों के सीमाओं पर पाए जाते हैं। प्रमुख क्षेत्र: पैसिफिक रिंग: यहाँ पर कई सक्रिय ज्वालामुखी हैं, जैसे कि माउंट फिजी। आइसलैंड: यह ज्वालामुखी गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है। इंडोनेशिया: यहाँ कई सक्रिय ज्वालामुखी, जैसे कि माउंट क्रकRead more
विश्व में ज्वालामुखियों का वितरण
निष्कर्ष
ज्वालामुखी पृथ्वी की भूगर्भीय गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनका अध्ययन जलवायु और पर्यावरण पर प्रभाव डाल सकता है।
भूस्थैतिक उपग्रह की ऊँचाई एवं गति लिखिए।
भूस्थैतिक उपग्रह की ऊँचाई एवं गति ऊँचाई: लगभग 35,786 किलोमीटर। गति: लगभग 11,000 किलोमीटर प्रति घंटा। उदाहरण ये उपग्रह मौसम की जानकारी और संचार सेवाओं के लिए स्थिर रहते हैं। इस ऊँचाई पर, उपग्रह पृथ्वी के घूर्णन के साथ तालमेल रखते हैं।
भूस्थैतिक उपग्रह की ऊँचाई एवं गति
उदाहरण
ये उपग्रह मौसम की जानकारी और संचार सेवाओं के लिए स्थिर रहते हैं। इस ऊँचाई पर, उपग्रह पृथ्वी के घूर्णन के साथ तालमेल रखते हैं।
See lessसुदूर संवेदन में कितने प्रकार के प्लेटफॉर्म होते हैं?
सुदूर संवेदन में प्लेटफॉर्म के प्रकार सुदूर संवेदन में मुख्यतः तीन प्रकार के प्लेटफॉर्म होते हैं: 1. उपग्रह प्लेटफॉर्म उदाहरण: मौसम उपग्रह, जो मौसम की जानकारी प्रदान करते हैं। 2. हवाई प्लेटफॉर्म उदाहरण: ड्रोन, जो विशेष क्षेत्रों की उच्च गुणवत्ता वाली छवियाँ लेते हैं। 3. भूमि आधारित प्लेटफॉर्म उदाहरणRead more
सुदूर संवेदन में प्लेटफॉर्म के प्रकार
सुदूर संवेदन में मुख्यतः तीन प्रकार के प्लेटफॉर्म होते हैं:
1. उपग्रह प्लेटफॉर्म
2. हवाई प्लेटफॉर्म
3. भूमि आधारित प्लेटफॉर्म
इन प्लेटफार्मों का उपयोग विभिन्न अनुप्रयोगों में किया जाता है।
See lessएन०डी०एम०ए० क्या है?
एन०डी०एम०ए० क्या है? परिभाषा एन०डी०एम०ए० का अर्थ है राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण। उद्देश्य आपदाओं का प्रबंधन: यह प्राधिकरण आपदाओं के प्रभाव को कम करने और राहत कार्यों को संचालित करने के लिए जिम्मेदार है। नीतियों का निर्माण: आपदा प्रबंधन के लिए नीतियाँ और योजनाएँ बनाना। उदाहरण जब भूकंप या बाढ़ आतRead more
एन०डी०एम०ए० क्या है?
परिभाषा
एन०डी०एम०ए० का अर्थ है राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण।
उद्देश्य
उदाहरण