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भारतीय मिथक, कला और वास्तुकला में सिंह एवं वृषभ की आकृतियों के महत्व पर विचार करें। (250 words) [UPSC 2022]
भारतीय मिथक, कला और वास्तुकला में सिंह और वृषभ की आकृतियों का महत्व सिंह की आकृति: मिथकीय महत्व: सिंह भारतीय मिथक और धर्म में शक्ति, संरक्षण, और साहस का प्रतीक है। सिंह भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार में प्रकट हुआ, जो अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। यह आकृति सिंहासनों, मंदिरों और राजसी प्रतीकों मेRead more
भारतीय मिथक, कला और वास्तुकला में सिंह और वृषभ की आकृतियों का महत्व
सिंह की आकृति:
वृषभ की आकृति:
निष्कर्ष: सिंह और वृषभ की आकृतियाँ भारतीय मिथक, कला और वास्तुकला में गहरी सांस्कृतिक और धार्मिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ये आकृतियाँ शक्ति, सुरक्षा, समृद्धि, और भक्ति के प्रतीक हैं, जो भारतीय सांस्कृतिक विरासत की विविधता और गहराई को दर्शाती हैं।
See lessभारतीय परम्परा और संस्कृति में गुप्त-काल और चोल-काल के योगदान पर चर्चा करें। (250 words) [UPSC 2022]
भारतीय परम्परा और संस्कृति में गुप्त-काल और चोल-काल के योगदान गुप्त-काल (4वीं-6वीं सदी): साहित्य और कला का उत्कर्ष: गुप्त काल को भारतीय कला और साहित्य का स्वर्ण युग माना जाता है। इस काल में कालिदास जैसे महान कवि और वराहमिहिर जैसे विद्वान पैदा हुए। "कुमारसंभव" और "अभिज्ञानशाकुंतलम्" जैसी रचनाएँ इस काRead more
भारतीय परम्परा और संस्कृति में गुप्त-काल और चोल-काल के योगदान
गुप्त-काल (4वीं-6वीं सदी):
चोल-काल (9वीं-13वीं सदी):
निष्कर्ष: गुप्त काल और चोल काल ने भारतीय परम्परा और संस्कृति को विभिन्न दृष्टिकोणों से समृद्ध किया। गुप्त काल में साहित्य और विज्ञान की उपलब्धियाँ और चोल काल में वास्तुकला और सांस्कृतिक समन्वय, दोनों ने भारतीय सभ्यता की विविधता और गहराई को दर्शाया।
See lessउपभोक्ता संस्कृति के विशेष परिप्रेक्ष्य में नव मध्यवर्ग के उभार से टीयर 2 शहरों का विकास किस तरह सम्बन्धित है ? (150 words)[UPSC 2022]
नव मध्यवर्ग और टीयर 2 शहरों का विकास नव मध्यवर्ग का उभार: भारत में नव मध्यवर्ग का उभार उपभोक्ता संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस वर्ग की बढ़ती क्रय शक्ति और उपभोक्तावाद ने टीयर 2 शहरों में खुदरा, आवासीय और सेवा क्षेत्रों में वृद्धि को प्रेरित किया है। टीयर 2 शहरों का विकास: उपRead more
नव मध्यवर्ग और टीयर 2 शहरों का विकास
नव मध्यवर्ग का उभार: भारत में नव मध्यवर्ग का उभार उपभोक्ता संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस वर्ग की बढ़ती क्रय शक्ति और उपभोक्तावाद ने टीयर 2 शहरों में खुदरा, आवासीय और सेवा क्षेत्रों में वृद्धि को प्रेरित किया है।
टीयर 2 शहरों का विकास:
निष्कर्ष: नव मध्यवर्ग के उभार ने टीयर 2 शहरों में व्यापक विकास को प्रेरित किया है, जिससे उपभोक्ता संस्कृति, आर्थिक गतिविधियाँ, और इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार हुआ है। इस विकास से इन शहरों की महत्वाकांक्षा और समृद्धि में वृद्धि हुई है।
See lessभारत में पवन ऊर्जा की संभावना का परीक्षण कीजिए एवं उनके सीमित क्षेत्रीय विस्तार के कारणों को समझाइए । (150 words)[UPSC 2022]
भारत में पवन ऊर्जा की संभावना संभावना: भारत में पवन ऊर्जा की व्यापक संभावनाएं हैं। भारतीय उपमहाद्वीप के तटीय क्षेत्रों और पहाड़ी क्षेत्रों में अच्छा पवन ऊर्जा पोटेंशियल मौजूद है। तमिलनाडु, गुजरात, और कर्नाटका में पवन ऊर्जा परियोजनाएं सफल रही हैं। तमिलनाडु में, मरीना के पास पवन फार्म से पर्याप्त ऊर्जRead more
भारत में पवन ऊर्जा की संभावना
संभावना: भारत में पवन ऊर्जा की व्यापक संभावनाएं हैं। भारतीय उपमहाद्वीप के तटीय क्षेत्रों और पहाड़ी क्षेत्रों में अच्छा पवन ऊर्जा पोटेंशियल मौजूद है। तमिलनाडु, गुजरात, और कर्नाटका में पवन ऊर्जा परियोजनाएं सफल रही हैं। तमिलनाडु में, मरीना के पास पवन फार्म से पर्याप्त ऊर्जा प्राप्त होती है, जबकि गुजरात और कर्नाटका में भी कई प्रमुख परियोजनाएं संचालित हैं।
सीमित क्षेत्रीय विस्तार के कारण:
निष्कर्ष: हालांकि भारत में पवन ऊर्जा की संभावनाएँ उच्च हैं, लेकिन पवन ऊर्जा का क्षेत्रीय विस्तार भौगोलिक और नीतिगत कारणों से सीमित है। बेहतर नीतिगत समर्थन और तकनीकी नवाचार इस क्षेत्र की वृद्धि में सहायक हो सकते हैं।
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