Roadmap for Answer Writing Introduction Define Social Accountability: Outline what social accountability entails, emphasizing citizen involvement in holding public officials accountable. State the Importance: Briefly mention the significance of social accountability in governance and service delivery. Challenges and Vulnerabilities Resistance to Reform Fact: Social accountability initiatives ...
मॉडल उत्तर परिचय भारत में पोषण सुरक्षा, जो कि सभी के लिए पर्याप्त, सुरक्षित और पोषक भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास है, एक महत्वपूर्ण चुनौती बनी हुई है। खाद्य उपलब्धता के बावजूद, कई प्रणालीगत अंतराल हैं जो पोषण असुरक्षा को बढ़ा रहे हैं। पोषण असुरक्षा में योगदान देने वाले प्रमुख मुद्दे बालRead more
मॉडल उत्तर
परिचय
भारत में पोषण सुरक्षा, जो कि सभी के लिए पर्याप्त, सुरक्षित और पोषक भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का प्रयास है, एक महत्वपूर्ण चुनौती बनी हुई है। खाद्य उपलब्धता के बावजूद, कई प्रणालीगत अंतराल हैं जो पोषण असुरक्षा को बढ़ा रहे हैं।
पोषण असुरक्षा में योगदान देने वाले प्रमुख मुद्दे
- बाल कुपोषण और एनीमिया: NFHS-5 (2019-21) के अनुसार, 36% बच्चे अविकसित हैं और 57% महिलाएँ एनीमिया से पीड़ित हैं। यह दर्शाता है कि पोषण सुरक्षा के परिणाम संतोषजनक नहीं हैं।
- कुपोषण का दोहरा बोझ: शहरीकरण और खान-पान की बदलती आदतों के कारण मोटापा और अन्य गैर-संक्रामक रोगों की वृद्धि हो रही है। भारत में लगभग 77 मिलियन लोग मधुमेह से पीड़ित हैं।
- लैंगिक और सामाजिक असमानताएँ: महिलाएँ, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में, अक्सर पोषण के मामले में उपेक्षित रहती हैं। सरकारी कार्यक्रम मुख्यतः गर्भवती महिलाओं पर केंद्रित हैं, जिससे अन्य कमजोर समूहों की अनदेखी होती है।
- जलवायु परिवर्तन: चरम मौसम की घटनाएँ, जैसे हीटवेव और अनियमित मॉनसून, खाद्य उत्पादन को प्रभावित कर रही हैं, जिससे खाद्य असुरक्षा बढ़ रही है।
- कमज़ोर कार्यान्वयन: पोषण कार्यक्रमों में लीकेज और कार्यान्वयन की समस्याएँ उनके प्रभाव को कमजोर कर रही हैं।
- आर्थिक असमानता: आर्थिक मंदी और बढ़ती खाद्य कीमतें निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए पोषण में बाधा डाल रही हैं।
समग्र पोषण कल्याण सुनिश्चित करने के लिए बहुआयामी रणनीति
- स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों का सुदृढ़ीकरण: पोषण सेवाओं को मातृ स्वास्थ्य से आगे बढ़ाकर किशोरों और बुजुर्गों तक पहुँचाना आवश्यक है।
- स्थानीय खाद्य प्रणालियों का सुधार: मध्याह्न भोजन योजना में क्षेत्रीय, पोषक खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
- फोर्टिफिकेशन कार्यक्रम: मुख्य खाद्य पदार्थों के फोर्टिफिकेशन को बढ़ावा देना चाहिए ताकि प्रच्छन्न भुखमरी से निपटा जा सके।
- शहरी खाद्य वातावरण को स्वस्थ बनाना: अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों पर कराधान और फास्ट-फूड दुकानों पर ज़ोनिंग कानून लागू करना चाहिए।
- सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का विस्तार: पोषण पर्याप्तता पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, विशेषकर गरीब वर्ग के लिए।
- पोषण साक्षरता अभियान: एक व्यापक जागरूकता अभियान चलाना चाहिए जो संतुलित आहार और खाद्य लेबलिंग के महत्व को उजागर करे।
आगे की राह
भारत को खाद्य सुरक्षा से आगे बढ़कर समग्र पोषण कल्याण की ओर जाना चाहिए। यह एक समुदाय-आधारित और जलवायु-अनुकूल दृष्टिकोण अपनाने से ही संभव होगा, जिससे सभी के लिए सतत पोषण सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। SDGs के साथ संरेखण इस दिशा में महत्वपूर्ण है।
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Model Answer Introduction Social accountability initiatives are crucial for enhancing governance and empowering citizens. However, their implementation faces significant challenges that necessitate adequate measures for effective institutionalization. Challenges and Vulnerabilities Resistance to RefRead more
Model Answer
Introduction
Social accountability initiatives are crucial for enhancing governance and empowering citizens. However, their implementation faces significant challenges that necessitate adequate measures for effective institutionalization.
Challenges and Vulnerabilities
Policy Measures for Institutionalization
To effectively address these challenges, several policy measures are necessary:
Conclusion
In conclusion, addressing the vulnerabilities in social accountability is essential for enhancing governance and empowering citizens. Implementing these measures will foster an environment conducive to accountability, ultimately improving service delivery and democratic engagement.
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