“मिशन शक्ति’ के साथ भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अंतरिक्ष शक्ति बन गया है।” इस कथन पर चर्चा कीजिये। [65वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा 2019]
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
“मिशन शक्ति” और भारत की अंतरिक्ष शक्ति की स्थिति
“मिशन शक्ति” भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुआ, जो 2019 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा लॉन्च किया गया था। इस मिशन के तहत भारत ने अपनी “एंटी-सैटेलाइट” (ASAT) क्षमताओं का प्रदर्शन किया और एक सक्रिय उपग्रह को नष्ट किया, जिससे भारत ने अंतरिक्ष शक्ति के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया। इस मिशन के साथ भारत ने खुद को विश्व की चौथी सबसे बड़ी अंतरिक्ष शक्ति के रूप में स्थापित किया।
1. मिशन शक्ति का महत्व
1.1. ASAT परीक्षण की सफलता
मिशन शक्ति ने भारत को “शक्तिशाली अंतरिक्ष शक्ति” के रूप में पहचान दिलाई, क्योंकि यह क्षमता केवल कुछ देशों के पास ही थी। भारत के साथ अमेरिका, रूस और चीन ही इस तरह के ASAT परीक्षण को सफलतापूर्वक अंजाम दे पाए थे। इस परीक्षण ने भारत की अंतरिक्ष सुरक्षा में नया आयाम जोड़ा, जिससे देश को किसी भी संभावित अंतरिक्ष युद्ध या संघर्ष से निपटने की शक्ति मिली।
1.2. वैज्ञानिक और तकनीकी उपलब्धि
मिशन शक्ति न केवल एक सैन्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण से भी बहुत बड़ा कदम था। इस परीक्षण में ISRO के वैज्ञानिकों ने उपग्रहों को निशाना बनाने वाली अत्याधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया, जो इस तरह के मिशन के लिए आवश्यक होती हैं।
2. भारत की अंतरिक्ष शक्ति की स्थिति
2.1. वैश्विक प्रतिस्पर्धा में स्थान
मिशन शक्ति के साथ, भारत ने अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम को विश्व में महत्वपूर्ण स्थान दिलवाया। अब भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अंतरिक्ष शक्ति बन चुका है, और उसकी प्रतिस्पर्धा अमेरिका, रूस और चीन से की जा सकती है।
2.2. नागरिक और सैन्य उपयोग
भारत ने अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम का उपयोग नागरिक और सैन्य दोनों उद्देश्यों के लिए किया है। जहां एक ओर ISRO द्वारा चंद्रयान और मंगलयान जैसे मिशन भारतीय विज्ञान को प्रोत्साहित करते हैं, वहीं दूसरी ओर मिशन शक्ति जैसे सैन्य मिशन भारत की सुरक्षा को मजबूत करते हैं।
3. निष्कर्ष
मिशन शक्ति ने भारत को अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक नया मुकाम दिया और उसे विश्व की चौथी सबसे बड़ी अंतरिक्ष शक्ति के रूप में स्थापित किया। इसने भारत की वैज्ञानिक, तकनीकी और सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन किया और देश की सुरक्षा को एक नई दिशा दी। भारत अब अंतरिक्ष में एक महाशक्ति बनने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है, जो भविष्य में और अधिक अंतरिक्ष अभियानों और मिशनों के साथ अपनी स्थिति को और मजबूत करेगा।