“मेक इन इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत ने अपने सुरक्षा निबाद में सुरक्षा आयुध्धी एवं उपकरणों को राष्ट्र की सुरक्षा के लिए समाहित कर उसमें वृद्धि की है।” इस कथन की पुत्रि सुरक्षा अभियांत्रिकी में वैज्ञानिक विकास के आधार कीजिए। [67वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा 2022]
सुरक्षा अभियांत्रिकी और मेक इन इंडिया कार्यक्रम
परिचय
“मेक इन इंडिया” कार्यक्रम के अंतर्गत भारत ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। इस पहल के तहत, भारत में रक्षा उत्पादन और सुरक्षा उपकरणों के विकास को प्रोत्साहित किया गया है। सुरक्षा अभियांत्रिकी में वैज्ञानिक विकास ने भारत को नवीनतम तकनीकों के साथ मजबूत बनाने में सहायक भूमिका निभाई है।
सुरक्षा अभियांत्रिकी में मेक इन इंडिया के अंतर्गत विकास
1. रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता
2. आधुनिक तकनीकी विकास
3. नवीनतम हथियार प्रणाली और उपकरणों का निर्माण
वैज्ञानिक विकास के प्रभाव
निष्कर्ष
मेक इन इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत किए गए वैज्ञानिक और तकनीकी विकास ने भारत की रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। स्वदेशी उत्पादन से न केवल हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिलती है, बल्कि देश की आर्थिक और तकनीकी प्रगति भी होती है। यह कार्यक्रम भारत को रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।