प्रश्न का उत्तर अधिकतम 300 शब्दों में दीजिए। यह प्रश्न 15 अंक का है। [MPPSC 2019]
भारतीय संविधान के मूल संरचना सिद्धान्त के उद्भव और विकास पर विस्तृत चर्चा कीजिए ।
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भारतीय संविधान के मूल संरचना सिद्धांत का उद्भव
मूल संरचना सिद्धांत भारतीय संविधान के महत्वपूर्ण सिद्धांतों में से एक है, जिसे भारतीय न्यायपालिका ने समय-समय पर परिभाषित और स्थापित किया है। इसका मुख्य विचार यह है कि संविधान के कुछ बुनियादी तत्व या संरचनाएँ ऐसी हैं जिन्हें संसद द्वारा संशोधित नहीं किया जा सकता, चाहे संसद के पास संविधान संशोधन का अधिकार हो। इस सिद्धांत का विचार न्यायपालिका ने अपनी संवैधानिक भूमिका में समय-समय पर किया।
1. उद्भव
2. विकास
3. सिद्धांत के तत्व
निष्कर्ष
मूल संरचना सिद्धांत भारतीय संविधान के स्थिरता और संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है। यह सिद्धांत यह सुनिश्चित करता है कि संविधान के बुनियादी ढांचे को किसी भी परिस्थिति में प्रभावित नहीं किया जा सकता। इसके द्वारा भारतीय लोकतंत्र की बुनियादी संरचनाओं की सुरक्षा होती है, और यह संविधान की स्थिरता और निरंतरता सुनिश्चित करता है।