कत्यूरी शासक राजा ब्रह्मदेव की मृत्यु के बाद यह राज्य किनके मध्य विभक्त हो गया था ? विवरण दीजिए । [उत्तर सीमा: 250 शब्द] [UKPSC 2023]
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कत्यूरी शासक राजा ब्रह्मदेव की मृत्यु के बाद, उनका राज्य 12वीं शताब्दी में कई हिस्सों में विभक्त हो गया। ब्रह्मदेव के बाद, उनके उत्तराधिकारियों में राज्य की सत्ता को लेकर संघर्ष बढ़ गया, जिससे राजनैतिक अस्थिरता उत्पन्न हुई। उनके उत्तराधिकारियों में से विभिन्न शासकों ने क्षेत्रीय शक्तियों के रूप में उभरना शुरू किया।
राज्य मुख्यतः दो भागों में विभाजित हुआ: काशीपुर और द्यूर। काशीपुर क्षेत्र पर राजा भैरवचंद्र ने शासन किया, जबकि द्यूर क्षेत्र का नियंत्रण राजा सुमित्र द्वारा किया गया। इन दोनों शाखाओं के बीच सत्ता की लड़ाई ने राज्य को और भी कमजोर कर दिया, और परिणामस्वरूप, कत्यूरी साम्राज्य का प्रभाव क्षेत्र में कमज़ोर होने लगा।
इस विभाजन के परिणामस्वरूप, अन्य साम्राज्य जैसे गढ़वाल और चंदेल भी क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने लगे। इससे स्थानीय राजनैतिक परिदृश्य में परिवर्तन आया और क्षेत्र में अलग-अलग राजनैतिक शक्तियों का उदय हुआ। यह प्रक्रिया धीरे-धीरे कत्यूरी साम्राज्य के पतन की दिशा में बढ़ी, जो अंततः उनकी शक्ति और प्रभाव को समाप्त कर गई।
इस प्रकार, राजा ब्रह्मदेव की मृत्यु के बाद का यह विभाजन न केवल कत्यूरी साम्राज्य के लिए, बल्कि उत्तराखंड के समग्र राजनीतिक इतिहास के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ था।