वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में भारत के विदेशी व्यापार की स्थिति को समझाइये। किस प्रकार से भारत के व्यापार को सुधारा जा सकता है ? [उत्तर सीमा: 250 शब्द] [UKPSC 2023]
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वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में भारत के विदेशी व्यापार की स्थिति चुनौतीपूर्ण और अवसरपूर्ण है। वैश्विक महामारी के बाद, भारत ने अपने निर्यात में सुधार किया है, लेकिन आयात में वृद्धि भी देखी गई है, जिससे व्यापार घाटा बढ़ा है। भारत की प्रमुख निर्यात वस्तुओं में औद्योगिक उत्पाद, कृषि वस्तुएँ, और सेवा क्षेत्र शामिल हैं। चीन, अमेरिका, और यूएई जैसे देशों के साथ व्यापार संबंध मजबूत हैं, लेकिन भारत को अपने निर्यात में विविधता लाने की आवश्यकता है।
भारत के व्यापार को सुधारने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
1. नीति सुधार: निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं का पुनर्गठन और व्यापार नीतियों में सुधार किया जाना चाहिए ताकि व्यापारियों को बेहतर समर्थन मिल सके।
2. आधुनिक अवसंरचना: बंदरगाहों, एयरपोर्ट और लॉजिस्टिक सुविधाओं के विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जिससे माल की गति में सुधार हो सके।
3. विपणन रणनीतियाँ: वैश्विक बाजारों में भारतीय उत्पादों की पहचान बढ़ाने के लिए विपणन अभियानों का आयोजन करना आवश्यक है।
4. सहयोगी व्यापार समझौते: विभिन्न देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (FTAs) पर हस्ताक्षर करके बाजारों तक पहुँच बढ़ाई जा सकती है।
5. कौशल विकास: उद्योग के अनुसार प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर उत्पादकता में वृद्धि की जा सकती है।
इन उपायों से भारत के विदेशी व्यापार को सुदृढ़ किया जा सकता है, जिससे आर्थिक विकास को गति मिलेगी।