साख नियन्त्रण क्या है? साख नियन्त्रण की गुणात्मक विधियाँ कौन-कौन सी है ? [उत्तर सीमा: 125 शब्द] [UKPSC 2023]
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साख नियंत्रण एक प्रक्रिया है, जिसके तहत वित्तीय संस्थाएँ और ऋणदाता यह सुनिश्चित करते हैं कि ऋण या वित्तीय सहायता केवल योग्य और विश्वसनीय ग्राहकों को प्रदान की जाए। इसका उद्देश्य संभावित वित्तीय जोखिमों को कम करना और पूंजी की सुरक्षा करना है।
साख नियंत्रण की गुणात्मक विधियाँ निम्नलिखित हैं:
1. **क्रेडिट एनालिसिस**: ग्राहकों की वित्तीय स्थिति, व्यवसाय की क्षमता और भुगतान की इतिहास का विश्लेषण।
2. **क्रेडिट स्कोरिंग**: ग्राहक के क्रेडिट स्कोर का उपयोग कर जोखिम का मूल्यांकन।
3. **दस्तावेज़ीकरण**: आवश्यक दस्तावेज़ों की जांच, जैसे आय प्रमाण, संपत्ति की जानकारी आदि।
4. **साक्षात्कार**: ग्राहकों से सीधे बातचीत कर उनकी आवश्यकताओं और क्षमताओं को समझना।
5. **बाजार का अध्ययन**: उद्योग और क्षेत्र की स्थिति का मूल्यांकन कर संभावित जोखिमों का निर्धारण।
इन विधियों से साख नियंत्रण में सुधार और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित की जा सकती है।