लोक सेवकों की अपने कार्य के प्रति प्रदर्शित दो अलग-अलग प्रकारों की अभिवृत्तियों की पहचान अधिकारीतंत्रीय अभिवृत्ति और लोकतांत्रिक अभिवृत्ति के रूप में की गई है।
a. इन दो पदों के बीच विभेदन कीजिए और उनके गुणो-अवगुणों को बताइए।
b. अपने देश का तेजी से विकास की दृष्टि से बेहतर प्रशासन के निर्माण के लिए क्या दोनों में संतुलन स्थापित करना संभव है ? (150 words) [UPSC 2015]
अधिकारीतंत्रीय और लोकतांत्रिक अभिवृत्तियों का विभेदन
a. अधिकारीतंत्रीय और लोकतांत्रिक अभिवृत्तियों का विभेदन:
b. संतुलन स्थापित करना:
तेजी से विकास की दृष्टि से:
इस प्रकार, दोनों दृष्टिकोणों के बीच संतुलन से प्रशासनिक कार्यक्षमता और विकास को बढ़ावा मिल सकता है।