भारतीय महिलाओं पर भूमण्डलीकरण के प्रभावों की विवेचना उपयुक्त उदाहरणों की सहायता से कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2018]
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भारतीय महिलाओं पर भूमण्डलीकरण के प्रभावों की विवेचना
परिचय: भूमण्डलीकरण ने भारतीय समाज में महिलाओं की स्थिति पर गहरा प्रभाव डाला है, जिसके परिणामस्वरूप कई सकारात्मक और नकारात्मक परिवर्तन हुए हैं।
1. आर्थिक सशक्तिकरण: भूमण्डलीकरण ने महिलाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ाया है, विशेषकर सूचना प्रौद्योगिकी, वस्त्र उद्योग, और सेवाओं में। उदाहरण के लिए, आईटी सेक्टर में काम करने वाली महिलाएं, जैसे बंगलौर और हैदराबाद में, ने आर्थिक स्वतंत्रता और करियर वृद्धि का लाभ उठाया है। इसके अतिरिक्त, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और वैश्विक बाजारों की वृद्धि ने महिलाओं के लिए उद्यमिता के अवसर बढ़ाए हैं।
2. शिक्षा और कौशल विकास: भूमण्डलीकरण ने महिलाओं के लिए शिक्षा और कौशल विकास की पहुंच में सुधार किया है। डिजिटल इंडिया प्रोग्राम जैसी पहलों ने डिजिटल साक्षरता और ऑनलाइन शिक्षा तक पहुंच बढ़ाई है, जो महिलाओं को आधुनिक नौकरियों के लिए आवश्यक कौशल से लैस करती है। स्टेम (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स) क्षेत्रों में महिला सहभागिता को बढ़ावा देने वाले प्रोजेक्ट STEM गर्ल्स जैसे कार्यक्रम भी महत्वपूर्ण हैं।
3. सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तन: भूमण्डलीकरण ने सामाजिक मानदंडों और सांस्कृतिक प्रथाओं में बदलाव किया है, जो लैंगिक समानता को प्रोत्साहित करता है। वैश्विक मीडिया और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संधियों का प्रभाव भारतीय दृष्टिकोण पर पड़ा है। #MeToo आंदोलन जैसे वैश्विक आंदोलनों ने भारत में यौन उत्पीड़न के प्रति जागरूकता बढ़ाई और क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट, 2013 जैसे कानूनी सुधारों को प्रेरित किया है।
4. चुनौतियाँ और असमानताएँ: इन प्रगतियों के बावजूद, भूमण्डलीकरण ने कुछ असमानताओं को बढ़ावा भी दिया है। उदाहरण के लिए, अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को शोषणकारी श्रम प्रथाओं और कम वेतन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में काम करने वाली महिलाएं, जैसे गर्मेट उद्योग में, अक्सर अस्थिर रोजगार स्थितियों और सीमित सुरक्षा का सामना करती हैं।
निष्कर्ष: भूमण्डलीकरण ने भारतीय महिलाओं की स्थिति पर कई सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डाले हैं। जबकि यह आर्थिक अवसरों, शिक्षा, और सामाजिक बदलाव को बढ़ावा देता है, यह असमानताओं और चुनौतियों को भी उजागर करता है। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए इन समस्याओं का समाधान करते हुए भूमण्डलीकरण के लाभों का लाभ उठाना महत्वपूर्ण है।