लोकसेवा का परंपरागत गुण तटस्थता रहा है” व्याख्या करें। (125 Words) [UPPSC 2019]
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लोकसेवा का परंपरागत गुण तटस्थता
**1. परिभाषा और महत्व
तटस्थता से तात्पर्य है निष्पक्षता और अराजनीतिकता जो लोक सेवकों को अपनानी चाहिए। यह सुनिश्चित करता है कि उनके निर्णय और क्रियाएँ केवल कानून और नीति पर आधारित हों, न कि राजनीतिक प्रभाव या व्यक्तिगत पूर्वाग्रह पर।
**2. ऐतिहासिक संदर्भ
भारत में ऐतिहासिक रूप से, लोक सेवाओं ने तटस्थता को प्रशासनिक ईमानदारी और जन विश्वास बनाए रखने के लिए अपनाया है। आपातकाल (1975-77) के दौरान, लोक सेवकों को राजनीतिक उथल-पुथल के बावजूद निष्पक्ष रूप से अपने कर्तव्यों का पालन करना पड़ा।
**3. हालिया उदाहरण
हाल के समय में, निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने में तटस्थता का उदाहरण प्रस्तुत किया। 2019 के आम चुनाव के दौरान, लोक सेवकों ने चुनावी सत्यता और अनियमितताओं को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
**4. चुनौतियाँ
तटस्थता बनाए रखना राजनीतिक दबाव और जन सार्वजनिक ध्यान के बावजूद चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
सारांश में, तटस्थता लोक सेवाओं के लिए एक बुनियादी गुण है जो निष्पक्षता और प्रभावी प्रशासन सुनिश्चित करता है।