अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन नियम सभी देशों को अपने भूभाग के ऊपर के आकाशी क्षेत्र (एयरस्पेस) पर पूर्ण और अनन्य प्रभुता प्रदान करते हैं। आप ‘आकाशी क्षेत्र’ से क्या समझते हैं? इस आकाशी क्षेत्र के ऊपर के आकाश के लिए इन नियमों के क्या निहितार्थ हैं? इससे प्रसूत चुनौतियों पर चर्चा कीजिए और खतरे को नियंत्रण करने के तरीके सुझाइए। (200 words) [UPSC 2014]
आकाशी क्षेत्र (Airspace) की परिभाषा:
आकाशी क्षेत्र: आकाशी क्षेत्र वह वायुमंडल होता है जो एक देश के भूभाग और उसके समुद्री क्षेत्रों के ऊपर स्थित होता है। अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन नियमों के तहत, सभी देशों को अपने क्षेत्र के ऊपर के आकाश पर पूर्ण और अनन्य प्रभुता प्राप्त होती है, जिससे वे अपने आकाशी क्षेत्र का नियंत्रण और प्रबंधन कर सकते हैं।
नियमों के निहितार्थ:
चुनौतियाँ:
खतरे को नियंत्रण करने के तरीके:
हाल के उदाहरण:
निष्कर्ष: आकाशी क्षेत्र पर पूर्ण प्रभुता देशों को अपनी सुरक्षा और वायु यातायात प्रबंधन का अधिकार देती है। अनधिकृत घुसपैठ, स्पेस डेब्री, और तकनीकी चुनौतियों के समाधान के लिए उन्नत निगरानी, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, अद्यतन नियम, और सार्वजनिक-निजी भागीदारी की आवश्यकता है। इन उपायों से आकाशी क्षेत्र और इसके ऊपर के स्थान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।