राजीव एक आदर्शवादी है। उसका विश्वास है कि “मानवता की सेवा ईश्वर की सेवा है।” एक दिन वह सरकारी नौकरी के लिए साक्षात्कार देने जा रहा था। उसने सड़क पर एक व्यक्ति को गम्भीर रूप से घायल अवस्था में पड़े देखा जो सहायता मांग रहा था। कोई सहायता के लिए सामने नहीं आया। राजीव घायल व्यक्ति को अस्पताल ले गया और उसके जीवन की रक्षा की। लेकिन इस कारण उसने सरकारी नौकरी प्राप्त करने के अवसर को खो दिया। उपर्युक्त परिस्थिति के प्रकाश में राजीव के निर्णय पर टिप्पणी कीजिए । (200 Words) [UPPSC 2023]
राजीव का निर्णय उसके आदर्शवाद और नैतिक मूल्यों को प्रकट करता है। “मानवता की सेवा ईश्वर की सेवा है” के अपने विश्वास के अनुसार, उसने एक गंभीर रूप से घायल व्यक्ति की मदद करने का निर्णय लिया, भले ही इसके परिणामस्वरूप उसे सरकारी नौकरी प्राप्त करने का अवसर खोना पड़ा।
राजीव का यह निर्णय उसे एक नैतिक दृष्टिकोण से अत्यंत प्रशंसा योग्य बनाता है। उसकी प्राथमिकता मानव जीवन और समाज की भलाई थी, जिसने उसे व्यक्तिगत लाभ की तुलना में बड़े मानवीय मूल्य को महत्व देने के लिए प्रेरित किया। इस स्थिति में, राजीव ने यह दिखाया कि उसके लिए व्यक्तिगत लाभ की तुलना में किसी की जान की सुरक्षा अधिक महत्वपूर्ण है।
इसके अतिरिक्त, राजीव का कार्य एक मजबूत सामाजिक संदेश देता है कि नैतिकता और मानवता के मूल्यों को अपनाना कितनी महत्वपूर्ण है। जबकि यह निर्णय उसे तुरंत लाभकारी परिणाम नहीं दे सकता, लेकिन यह उसकी आंतरिक संतोष और समाज में नैतिकता के लिए एक महत्वपूर्ण उदाहरण स्थापित करता है।
संक्षेप में, राजीव का निर्णय दर्शाता है कि आदर्शवादी मूल्य और मानवता की सेवा सबसे बड़े व्यक्तिगत और सामाजिक पुरस्कार हो सकते हैं, भले ही उन्हें तत्काल फलस्वरूप लाभ न मिले।