परीक्षण कीजिए कि भारत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के डिजिटल रूपांतरण ने इसे बाधित करने वाली चुनौतियों का समाधान करने में कैसे मदद की है। (150 शब्दों में उत्तर दें)
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भारत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) का डिजिटल रूपांतरण कई चुनौतियों को हल करने में सहायक रहा है। डिजिटल पहल जैसे ई-पॉस (E-POS) और आधार-आधारित भुगतान प्रणाली ने पारदर्शिता और कुशल वितरण सुनिश्चित किया है। आधार आधारित पहचान से लाभार्थियों की सही पहचान सुनिश्चित होती है, जिससे कुप्रबंधन और भ्रामक आवंटन में कमी आई है।
डिजिटल रजिस्टर और ट्रैकिंग सिस्टम ने गोदामों में अनाज की वास्तविक स्थिति की निगरानी को आसान बनाया है, जिससे भंडारण और वितरण में सुधार हुआ है। साथ ही, डिजिटल रिपोर्टिंग ने भ्रष्टाचार और खाद्यान्न की चोरी को कम किया है।
हालांकि, डिजिटल रूपांतरण ने कई समस्याओं का समाधान किया है, लेकिन तकनीकी और इंफ्रास्ट्रक्चर की सीमाओं, और डिजिटल साक्षरता की कमी जैसे नए चुनौतियाँ भी सामने आई हैं। इन चुनौतियों का समाधान भी महत्वपूर्ण है ताकि PDS की प्रभावशीलता और समावेशिता बढ़ सके।
भारत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के डिजिटल रूपांतरण ने कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं जो चुनौतियों को संबोधित करने में मदद कर रहे हैं:
इन उपायों से PDS की प्रभावशीलता और पहुंच में सुधार हुआ है, जिससे लाभार्थियों को बेहतर सेवाएं मिल रही हैं।