- संख्या: 2024 में, भारतीय प्रवासी समुदाय में 35 मिलियन से अधिक लोग शामिल हैं।
- महत्व: यह समुदाय भारत के लिए आर्थिक चालक, सांस्कृतिक राजदूत और रणनीतिक सहयोगी के रूप में कार्य करता है।
प्रवासी भारतीय दिवस (PBD)
- तारीख: 9 जनवरी को द्विवार्षिक रूप से मनाया जाता है।
- उद्देश्य: प्रवासी भारतीयों के योगदान को मान्यता देना, जैसे कि 2024 में 129.1 बिलियन डॉलर का धन प्रेषण।
प्रवासी भारतीयों की श्रेणियाँ
- प्रवासी भारतीय (NRI): अस्थायी रूप से विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिक।
- भारतीय मूल के व्यक्ति (PIO): भारतीय मूल के विदेशी नागरिक।
- OCI कार्ड धारक: भारतीय मूल के व्यक्ति जिन्हें विशेषाधिकार प्राप्त हैं।
आर्थिक योगदान
- धन प्रेषण: 2024 में भारत को 129.1 बिलियन डॉलर का प्रेषण मिला, जो वैश्विक प्रेषण का 14.3% है।
- GDP में योगदान: प्रेषण का भारत के GDP में योगदान 3.3% है।
प्रशासनिक और सांस्कृतिक भूमिका
- सांस्कृतिक राजदूत: प्रवासी भारतीय भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देते हैं और भारत की सॉफ्ट पावर को मजबूत करते हैं।
- राजनैतिक प्रभाव: प्रवासी भारतीय अमेरिकी और ब्रिटिश राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
सरकार की पहल
- ई-माइग्रेट: सुरक्षित रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए।
- MADAD पोर्टल: विदेश में भारतीयों के लिए शिकायत निवारण तंत्र।
- प्रवासी भारतीय बीमा योजना: दुर्घटनावश मृत्यु या विकलांगता के लिए बीमा कवरेज।
चुनौतियाँ
- आर्थिक: नौकरी की असुरक्षा और वित्तीय स्थिरता की कमी।
- सामाजिक: सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने की चुनौतियाँ।
- राजनैतिक: सख्त आव्रजन नीतियाँ और कानूनी मुद्दे।
भविष्य की राह
- आर्थिक रणनीतियाँ: कौशल विकास और प्रवासी निवेश को प्रोत्साहित करना।
- सांस्कृतिक एकीकरण: प्रवासी बच्चों के लिए भारतीय भाषाएँ सिखाने के कार्यक्रम।
- नीतिगत सुधार: प्रवासी भारतीयों के लिए मतदान प्रक्रिया को सरल बनाना।
निष्कर्ष
- प्रवासी भारतीय भारत की वैश्विक पहचान के स्तंभ हैं और उनकी सक्रिय भागीदारी से समृद्धि सुनिश्चित की जा सकती है।