नीतिशास्त्र तथा मानवीय सह-संबंध
नीतिशास्त्र का सार तत्व
Editor’s Pick
मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र के निर्धारक और परिणाम
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- दोहरे प्रभाव का सिद्धांत इस विचार पर आधारित है कि यदि किसी व्यक्ति का व्यवहार या आचरण किसी ऐसे लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए है जो नैतिक रूप से सही है, लेकिन उसके परिणामस्वरूप एक नैतिक दुष्प्रभाव भी पड़ता है, तब भी उस विशेष व्यवहार या आचरण को अपनाना स्वीकार्य होगा। यह सिद्धांत कठिन नैतिक स्थितियों को सुलझाने में कहां तक सहायता कर सकता है? उपयुक्त उदाहरणों के साथ चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें) 10
- भारत में वैवाहिक बलात्कार की धारणा और इसके प्रति अनुक्रिया को आकार देने में नैतिक अभिवृत्ति की भूमिका का विश्लेषण कीजिए। देश में वैवाहिक बलात्कार को अपराध घोषित करने में विद्यमान नैतिक मुद्दों की व्याख्या कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें) 10
- नैतिक निर्णय के लिए चेतना के अलावा विवेक का होना भी आवश्यक है। उपयुक्त उदाहरणों सहित व्याख्या कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें) 10
नीतिशास्त्र के आयाम
Editor’s Pick
- नीतिशास्त्र के विभिन्न आयामों का समाज और राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है? इन आयामों की व्याख्या करते हुए उनके सामाजिक मूल्य को समझाएँ।
- आचार विचार और नीतिशास्त्र के बीच संबंध का क्या महत्व है? यह कैसे व्यक्तिगत और सामूहिक निर्णयों को प्रभावित करता है?
- विभिन्न नीतिशास्त्रीय सिद्धांतों जैसे कि अधिकार सिद्धांत और उपयोगितावाद का क्या अंतर है? इनके प्रभाव का मूल्यांकन करें और उनके उपयोग की संभावनाएँ बताएँ।
- नीतिशास्त्र में सांस्कृतिक विविधता का क्या स्थान है? यह कैसे विभिन्न सामाजिक समूहों के नैतिक मूल्यों को प्रभावित करता है और क्या चुनौतियाँ प्रस्तुत करता है?
निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र
Editor’s Pick
मानवीय मूल्य
महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों से शिक्षा
Editor’s Pick
- गुरु नानक देव की महत्वपूर्ण शिक्षाओं पर चर्चा कीजिए जो बाज के युवाओं के लिए प्रासंगिक हैं। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
- भारतीय गणराज्य ने सारनाथ स्थित सम्राट अशोक के सिंह शीर्ष को अपने राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में चुना, ताकि वैसी ही सद्भावना को प्रतिबिंबित किया जा सके जैसी सम्राट अशोक द्वारा हासिल की गई थी और आधुनिक भारतीय राष्ट्र के लोगों के लिए उनके द्वारा लागू की गई मानवीय नीतियों की निरंतरता बनी रहे। इस पृष्ठभूमि में, उन नैतिक शिक्षाओं पर चर्चा कीजिए जो सम्राट अशोक के जीवन में प्रतिलक्षित होती हैं। (150 शब्दों में उत्तर दें) 10
UPSC PYQs
- जीवन में नैतिक आचरण के सन्दर्भ में आपको किस विख्यात व्यक्तित्व ने सर्वाधिक प्रेरणा दी है? उसकी शिक्षाओं का सार प्रस्तुत कीजिए। विशिष्ट उदाहरण देते हुए वर्णन कीजिए कि आप अपने नैतिक विकास के लिए उन शिक्षाओं को किस प्रकार लागू कर पाए हैं।(150 words) [UPSC 2014]
- “मेरा दृढ़ विश्वास है कि यदि किसी राष्ट्र को भ्रष्टाचार मुक्त और सुंदर मनों वाला बनाना है, तो उसमें समाज के तीन प्रमुख लोग अंतर ला सकते हैं। वे हैं पिता, माता एवं शिक्षक ।” – ए.पी.जे. अब्दुल कलाम । विश्लेषण कीजिए । (150 words) [UPSC 2017]
- “नियुक्ति के लिए व्यक्तियों की खोज करते समय आप तीन गुणों को खोजते हैं: सत्य-निष्ठा, बुद्धिमत्ता और ऊर्जा । यदि उनमें पहला गुण नहीं है, तो अन्य दो गुण आपको समाप्त कर देंगे।” – वॉरेन बफेट
- शिक्षा एक निषेधाज्ञा नहीं है, यह व्यक्ति के समग्र विकास और सामाजिक बदलाव के लिए एक प्रभावी और व्यापक साधन है।” उपरोक्त कथन के आलोक में नई शिक्षा नीति, 2020 (एन.इ.पी., 2020) का परीक्षण कीजिए । (150 words) [UPSC 2020]
- गुरु नानक की प्रमुख शिक्षाएँ क्या थी ? समकालीन दुनिया में उनकी प्रासंगिकता की व्याख्या कीजिए । (150 words)[UPSC 2023]
मूल्य विकसित करने में परिवार, समाज, और शैक्षणिक संस्थाओं की भूमिका
Editor’s Pick
- सामाजिक समूहों जैसे कि परिवार एवं अपने समकक्षों के साथ सीधी बातचीत लोगों को सिखाती है कि दूसरे उनसे कैसा व्यवहार करने की उम्मीद करते हैं। इसी तरह, एक संपूर्ण समाज अपने मानदंडों, संस्थानों, मीडिया और सामूहिक व्यवहार के माध्यम से मूल्यों को सुदृढ़ करता है और उन्हें आकार देता है। उदाहरण सहित चर्चा कीजिए कि किसी समाज की औपचारिक गौर अनौपचारिक संस्थाएं उसकी आबादी का समाजीकरण कैसे करती हैं। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
- क्या आपको लगता है कि प्रौद्योगिकी एक मूल्य-केंद्रित आधुनिक समाज की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है? समालोचनात्मक परीक्षण कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
UPSC PYQs
अभिवृत्ति
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UPSC PYQs
- जीवन, कार्य, अन्य व्यक्तियों एवं समाज के प्रति हमारी अभिवृत्तियाँ आमतौर पर अनजाने में परिवार एवं उस सामाजिक परिवेश के द्वारा रूपित हो जाती हैं, जिसमें हम बड़े होते हैं। अनजाने में प्राप्त इनमें से कुछ अभिवृत्तियाँ एवं मूल्य अक्सर आधुनिक लोकतांत्रिक एवं समतावादी समाज के नागरिकों के लिए अवांछनीय होते हैं।
- सकारात्मक अभिवृत्ति एक लोक सेवक की अनिवार्य विशेषता मानी जाती है जिसे प्रायः नितान्त दबाव में कार्य करना पड़ता है। एक व्यक्ति की सकारात्मक अभिवृत्ति में क्या योगदान देता है ? (150 words) [UPSC 2020]
- घृणा व्यक्ति की बुद्धिमत्ता और अन्तःकरण के लिए संहारक है जो राष्ट्र के चित् को विषाक्त कर सकती है।’ क्या आप इस विचार से सहमत हैं? अपने उत्तर की तर्कसंगत व्याख्या करें। (150 words) [UPSC 2020]
- अभिवृत्ति एक महत्त्वपूर्ण घटक है, जो मानव के विकास में निवेश (इन्पुट) का काम करता है। ऐसी उपयुक्त अभिवृत्ति का विकास कैसे करें, जो एक लोक सेवक के लिए आवश्यक है? (150 words) [UPSC 2021]
- सामाजिक समस्याओं के प्रति व्यक्ति की अभिवृत्ति (ऐटिट्यूड) के निर्माण में कौन-से कारक प्रभाव डालते हैं? हमारे समाज में अनेक सामाजिक समस्याओं के प्रति विषम अभिवृत्तियाँ व्याप्त हैं। हमारे समाज में जाति प्रथा के बारे में क्या-क्या विषम अभिवृत्तियाँ आपको दिखाई देती हैं? इन विषम अभिवृत्तियों के अस्तित्व को आप किस प्रकार स्पष्ट करते हैं?(150 words) [UPSC 2014]
अभिरूचि
Editor’s Pick
- देश में बदलते सामाजिक परिदृश्य के मद्देनजर, मूल्यों की शिक्षा युवाओं के लिए न केवल कुशल बल्कि नैतिक रूप से मजबूत पेशेवर बनने हेतु तकनीकी शिक्षा के समान ही महत्वपूर्ण है। चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
- हालांकि, निष्पक्षता को लोक सेवा के लिए प्रमुख नैतिक मूल्यों में से एक के रूप में निर्धारित किया गया है, फिर भी इसे लोक सेवाओं में करुणा के प्रति बाधक के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
- पूर्वाग्रह और भेदभाव को जब दूर नहीं किया जाता है तो इनमें संघर्षों को हिंसा में बदलने की क्षमता होती है। उदाहरण सहित चर्चा कीजिए।(150 शब्दों में उत्तर दें)
- अहिंसा मूलभूत नैतिक सद्गुणों का उच्चतम स्वरूप है। टिप्पणी कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें)
UPSC PYQs
सिविल सेवा के लिए बुनियादी मूल्य
Editor’s Pick
- करुणा और सहिष्णुता अनिवार्यताएं हैं, विलासिता नहीं क्योंकि इनके बिना मानवता जीवित नहीं रह सकती। करुणा और सहिष्णुता के मूल्य किसी लोक सेवक के दैनिक काम-काज में कैसे सहायता करते हैं? उपयुक्त उदाहरणों सहित व्याख्या कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें) 10
- बूंद-बूंद से घड़ा भरता है। इसी प्रकार, बुद्धिमान व्यक्ति अच्छाई को थोड़ा-थोड़ा आत्मसात करके, स्वयं को इससे परिपूर्ण कर लेता है।” विवेचना कीजिए।(150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
- यह बहस चल रही है कि सहानुभूति को परिभाषित करने के लिए आवश्यक मुख्य घटक कौन-से हैं। हालांकि, मनोवैज्ञानिकों की परिभाषाओं में सर्वाधिक सामान्य रूप से शामिल तीन घटक प्रभावशाली समझ, भावनात्मक लगाव और संज्ञानात्मक दृष्टिकोण रखना हैं। उपयुक्त उदाहरण प्रस्तुत करते हुए समझाइए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
UPSC PYQs
- सिविल सेवा के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता का परीक्षण कीजिए: (a) पारदर्शिता (b) जवाबदेही (c) निष्पक्षता तथा न्याय (d) दृढ़ विश्वास का साहस (e) सेवा भाव (150 words) [UPSC 2017]
- लोकहित से क्या अभिप्राय है ? सिविल कर्मचारियों द्वारा लोकहित में कौन-कौन से सिद्धांतों और कार्यविधियों का अनुसरण किया जाना चाहिए ? (150 words) [UPSC 2018]
- सिविल सेवाओं के संदर्भ में सार्विक प्रकृति के, तीन आधारिक मूल्यों का कथन कीजिए और उनके महत्त्व को उजागर कीजिए। (150 words) [UPSC 2018]
- क्या सफल लोक सेवक बनने के लिए निष्पक्ष और गैर-पक्षपाती होना अनिवार्य गुण माना जाना चाहिए? दृष्टांत सहित चर्चा कीजिए। (150 words) [UPSC 2021]
- उन दस आधारभूत मूल्यों की पहचान कीजिए, जो एक प्रभावी लोक सेवक होने के लिए आवश्यक है। लोक सेवकों में गैर-नैतिक व्यवहार के निवारण के तरीकों और साधनों का वर्णन कीजिए। (150 words) [UPSC 2021]
- बौद्धिक दक्षता और नैतिक गुणों के अलावा सहानुभूति और करुणा कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण वैशिष्ट्य हैं, जो सिविल सेवकों को निर्णायक मामलों को सुलझाने अथवा महत्त्वपूर्ण निर्णय लेने में अधिक सक्षम बनाते हैं। उपयुक्त उदाहरणों के साथ व्याख्या कीजिए। (150 words) [UPSC 2022]
- “भ्रष्टाचार समाज में बुनियादी मूल्यों की असफलता की अभिव्यक्ति है।” आपके विचार में समाज में बुनियादी मूल्यों के उत्थान के लिए क्या उपाय अपनाए जा सकते हैं ? (150 words)[UPSC 2023]
- “केवल कानून का अनुपालन ही काफ़ी नहीं है, लोक सेवक में, अपने कर्तव्यों के प्रभावी पालन करने के लिए, नैतिक मुद्दों पर एक सुविकसित संवेदन-शक्ति का होना भी आवश्यक है।” क्या आप सहमत हैं? दो उदाहरणों की सहायता से स्पष्ट कीजिए, जहाँ (ⅰ) कृत्य नैतिकतः सही है, परंतु वैध रूप से सही नहीं है तथा (ii) कृत्य वैध रूप से
- क्या कारण है कि निष्पक्षता और अपक्षपातीयता को लोक सेवाओं में, विशेषकर वर्तमान सामाजिक-राजनीतिक संदर्भ में, आधारभूत मूल्य समझना चाहिए ? अपने उत्तर को उदाहरणों के साथ सुस्पष्ट कीजिए । (150 words) [UPSC 2016]
भावनात्मक समझ
Editor’s Pick
- वे कौन-से संकेत हैं जो यह दर्शाते हैं कि एक व्यक्ति भावनात्मक बुद्धिमत्ता के निचले स्तर पर है? प्रौद्योगिकी लोगों, विशेषकर युवा पीढ़ी की भावनात्मक बुद्धिमत्ता में किस हद तक गिरावट ला रही है?(150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- नेतृत्वकर्ताओं के लिए, सफलता हेतु भावनात्मक बुद्धिमत्ता का होना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे उन्हें दूसरों की भावनाओं को सहजता से समझने और उनकी भावनात्मक स्थिति का आकलन करते हुए, अपनी भावनाओं को समझने एवं नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है। हालांकि, वर्तमान परस्पर जुड़ी हुई दुनिया में प्रभावी नेतृत्व के लिए भावनात्मक बुद्धिमत्ता से परे जाने और सांस्कृतिक बुद्धिमत्ता को विकसित करने की आवश्यकता है। उदाहरण सहित चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें) 10
UPSC PYQs
- संवेगात्मक बुद्धि आपके अपने संवेदों से आपके विरुद्ध कार्य करने के बजाय आपके लिए कार्य करवाने का सामर्थ्य है। क्या आप इस विचार से सहमत हैं ? विवेचना कीजिए। (150 words) [UPSC 2019]
- संवेगात्मक बुद्धि के मुख्य घटक क्या हैं? क्या उन्हें सीखा जा सकता है ? विवेचना कीजिए । (150 words) [UPSC 2020]
- उस नैतिकता अथवा नैतिक आदर्श, जिसको आप अंगीकार करते हैं, से समझौता किए बिना क्या भावनात्मक बुद्धि अंतरात्मा के संकट की स्थिति से उबरने में सहायता करती है? आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए। (150 words) [UPSC 2021]
- “सफलता, चरित्र, खुशी और जीवन-भर की उपलब्धियों के लिए वास्तव में जो मायने रखता है वह निश्चित रूप से भावनात्मक कौशलों का एक समूह है आपका ई.क्यू. न कि विशुद्ध रूप से संज्ञानात्मक क्षमताएँ जो पारंपरिक आई. क्यू. परीक्षणों से मापी जाती हैं।” क्या आप इस मत से सहमत हैं? अपने उत्तर के समर्थन में तर्क दीजिए । (150 words)[UPSC 2023]
- इसे कैसे व्यवस्थित एवं नियंत्रित किया जा सकता है ? (150 words) [UPSC 2016]
- चर्चा कीजिए कि यह किस प्रकार नकारात्मक संवेगों और अवांछनीय व्यवहारों को पैदा कर देता है ।
- क्रोध एक हानिकारक नकारात्मक संवेग है। यह व्यक्तिगत जीवन एवं कार्य जीवन दोनों के लिए हानिकर है ।
- प्रशासनिक पद्धतियों में भावनात्मक बुद्धि का आप किस तरह प्रयोग करेंगे ? (150 words) [UPSC 2017]
नैतिक विचारक तथा दार्शनिक
Editor’s Pick
- निम्नलिखित में से प्रत्येक उद्धरण का आपके विचार से क्या अभिप्राय है? (a) “शिक्षा का अंतिम-उत्पाद एक ऐसा स्वतंत्र रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए, जो ऐतिहासिक परिस्थितियों और प्रकृति की प्रतिकूलताओं से लड़ सके।” डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
- “क्षमा कोई कभी-कभार किया जाने वाला कार्य नहीं है। यह एक स्थायी अभिवृत्ति है।” मार्टिन लूथर किंग, जूनियर (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- “यह आवश्यक नहीं है कि सबसे महान नेता वही हो जो महानतम कार्य करता है। यह वह व्यक्ति होता है जो लोगों से महानतम कार्य करवाता है।” रोनाल्ड रीगन (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- निम्नलिखित में से प्रत्येक उद्धरण का आपके लिए क्या अर्थ है?(a) “बुद्धिमानी से कार्य करने के लिए बुद्धिमत्ता से अधिक की आवश्यकता होती है।” (150 शब्दों में उत्तर दें)
- “एक लोकप्रिय सरकार, बिना लोकप्रिय जानकारी के, या इसे प्राप्त करने के साधनों के, एक डोंग की शुरुआत या एक त्रासदी; या संभवतः दोनों है।” जेम्स मैडिसन (150 शब्दों में उत्तर)
- “चरित्र को अनुनय का लगभग सबसे प्रभावी साधन कहा जा सकता है।” अरस्तू (150 शब्दों में उत्तर दें)
UPSC PYQs
- “किसी से घृणा मत कीजिए, क्योंकि जो घृणा आपसे उत्पन्न होगी वह निश्चित ही एक अंतराल के बाद आप तक लौट आएगी। यदि आप प्रेम करेंगे, तो वह प्रेम चक्र को पूरा करता हुआ आप तक वापस आएगा।” स्वामी विवेकानंद
- “लोगों को जागरूक करने के लिए महिलाओं को जागृत होना चाहिए। जैसे ही वे आगे बढ़ती हैं, परिवार आगे बढ़ता है, गाँव आगे बढ़ता है, देश आगे बढ़ता है।” जवाहरलाल नेहरू
- “दयालुता के सबसे सरल कार्य प्रार्थना में एक हज़ार बार झुकने वाले सिरों से कहीं अधिक शक्तिशाली हैं।” महात्मा गाँधी
- “ज्ञान के बिना ईमानदारी कमज़ोर और व्यर्थ है, परन्तु ईमानदारी के बिना ज्ञान ख़तरनाक और भयानक होता है।” इस कथन से आप क्या समझते हैं? आधुनिक सन्दर्भ से उदाहरण लेते हुए अपने अभिमत को स्पष्ट कीजिए।(150 words) [UPSC 2014]
- मैक्स वैबर ने कहा था कि जिस प्रकार के नैतिक प्रतिमानों को हम व्यक्तिगत अंतरात्मा के मामलों पर लागू करते हैं, उस प्रकार के नैतिक प्रतिमानों को लोक प्रशासन पर लागू करना समझदारी नहीं है। इस बात को समझ लेना महत्त्वपूर्ण है कि हो सकता है कि राज्य के अधिकारीतंत्र के पास अपनी स्वयं की स्वतंत्र अधिकारीतंत्रीय नैतिकता हो।” इस कथन का समालोचनापूर्वक विश्लेषण कीजिए । (150 words) [UPSC 2016]
- “भ्रष्टाचार सरकारी राजकोष का दुरुपयोग, प्रशासनिक अदक्षता एवं राष्ट्रीय विकास के मार्ग में बाधा उत्पन्न करता है।” कौटिल्य के विचारों की विवेचना कीजिए । (150 words) [UPSC 2016].
- भारत के संदर्भ में सामाजिक न्याय की जॉन रॉल्स की संकल्पना का विश्लेषण कीजिए । (150 words) [UPSC 2016]
- महात्मा गाँधी की सात पापों की संकल्पना की विवेचना कीजिए । (150 words) [UPSC 2016]
- “बड़ी महत्त्वाकांक्षा महान चरित्र का भावावेश (जुनून) है। जो इससे संपन्न हैं वे या तो बहुत अच्छे अथवा बहुत बुरे कार्य कर सकते हैं। ये सब कुछ उन सिद्धांतों पर आधारित है जिनसे वे निर्देशित होते हैं।” – नेपोलियन बोनापार्ट । उदाहरण देते हुए उन शासकों का उल्लेख कीजिए जिन्होंने (i) समाज व देश का अहित किया है, (ii) समाज व देश के विकास के लिए कार्य किया है। (150 words) [UPSC 2017]
- “जहाँ हृदय में शुचिता है, वहाँ चरित्र में सुन्दरता है। जब चरित्र में सौन्दर्य है, तब घर में समरसता है। जब घर में समरसता है, तब राष्ट्र में सुव्यवस्था है। जब राष्ट्र में सुव्यवस्था है, तब विश्व में शांति है।” – ए. पी. जे. अब्दुल कलाम (150 words) [UPSC 2019]
- बुद्ध की कौन सी शिक्षाएँ आज सर्वाधिक प्रासंगिक हैं और क्यों ? विवेचना कीजिए। (150 words) [UPSC 2020]
लोक प्रशासन में नैतिकता
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- नैतिक आचरण वाले तरुण लोग सक्रिय राजनीति में शामिल होने के लिए उत्सुक नहीं होते हैं। उनको सक्रिय राजनीति में अभिप्रेरित करने के लिए उपाय सुझाइए । (150 words) [UPSC 2017]
- समझौते से पूर्ण रूप से इनकार करना सत्यनिष्ठा की एक परख है। इस संदर्भ में वास्तविक जीवन से उदाहरण देते हुए व्याख्या कीजिए । (150 words) [UPSC 2017]
- अनुशासन में सामान्यतः आदेश पालन और अधीनता निहित है। फिर भी यह संगठन के लिए प्रति-उत्पादक हो सकता है। चर्चा कीजिए। (150 words) [UPSC 2017]
- विश्वसनीयता और सहन-शक्ति के सद्गुण लोक सेवा में किस प्रकार प्रदर्शित होते हैं? उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिए। (150 words) [UPSC 2015]
- लोक-सेवकों पर भारी नैतिक उत्तरदायित्व होता है, क्योंकि वे सत्ता के पदों पर आसीन होते हैं, लोक-निधियों की विशाल राशियों पर कार्रवाई करते हैं, और उनके निर्णयों का समाज और पर्यावरण पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। ऐसे उत्तरदायित्व को निभाने के लिए, अपनी नैतिक सक्षमता पुष्ट करने हेतु आपने क्या कदम उठाए हैं?(150 words) [UPSC 2014]
- सामाजिक पूँजी की व्याख्या कीजिए। यह सुशासन में वृद्धि कैसे करती है ? (150 words)[UPSC 2023]
- उन पाँच नैतिक लक्षणों की पहचान कीजिए, जिनके आधार पर लोक सेवक के कार्य-निष्पादन का आकलन किया जा सकता है। मेट्रिक्स में उनके समावेश का औचित्य सिद्ध कीजिए। (150 words) [UPSC 2021]
नैतिक चिंताएँ और दुविधाएँ
Editor’s Pick
- कानून बुनियादी मूल्य संघर्षों का समाधान करके, व्यक्तिगत विवादों का निपटारा करके और ऐसे नियम, जिनका हमारे शासकों द्वारा भी पालन करना अनिवार्य है, बनाकर सामाजिक नियंत्रण को बढ़ावा देते हैं। लेकिन, कानून हमेशा अपने उद्देश्य को प्राप्त नहीं करता है बल्कि यह समाज को हानि भी पहुंचा सकता है। इस पृष्ठभूमि में, कानून की सीमाओं और शिथिलताओं पर सोदाहरण चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
- सरकार द्वारा विज्ञापनों पर सार्वजनिक धन व्यय करने से जुड़े नैतिक मुद्दों पर चर्चा कीजिए? इन मुद्दों के समाधान के लिए आप क्या उपाय सुझाएंगे? (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
- हालांकि, ‘भी टू मूवमेंट’ ने कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न के संबंध में कुछ असंतोष की ध्वनि पैदा करने में मदद की है, लेकिन यह भारत में कार्य संस्कृति पर स्थायी सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने में विफल रहा है। क्या आप सहमत हैं? (150 शब्दों में उत्तर दें)
UPSC PYQs
- नैतिक दुविधाओं का समाधान करते समय एक लोक अधिकारी को कार्यक्षेत्र के ज्ञान के अलावा नव- परिवर्तनशीलता और उच्च क्रम की रचनात्मकता की भी आवश्यकता होती है। उपयुक्त उदाहरण सहित विवेचन कीजिए। (150 words) [UPSC 2021]
- लोक सेवकों के समक्ष ‘हित संघर्ष (कन्फ्लिक्ट ऑफ इन्टरेस्ट) के मुद्दों का आ जाना संभव होता है। आप ‘हित संघर्ष’ पद से क्या समझते हैं और यह लोक सेवकों के द्वारा निर्णयन में किस प्रकार अभिव्यक्त होता है? यदि आपके सामने हित संघर्ष की स्थिति पैदा हो जाय, तो आप उसका हल किस प्रकार निकालेंगे? उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिए। (150 words) [UPSC 2015]
- सार्वजनिक क्षेत्र में हित-संघर्ष तब उत्पन्न होता है, जब निम्नलिखित की एक-दूसरे के ऊपर प्राथमिकता रखते हैं : (a) पदीय कर्तव्य (b) सार्वजनिक हित (c) व्यक्तिगत हित प्रशासन में इस संघर्ष को कैसे सुलझाया जा सकता है ? उदाहरण सहित वर्णन कीजिए। (150 words) [UPSC 2017]
- लोक प्रशासन में नैतिक दुविधाओं का समाधान करने के प्रक्रम को स्पष्ट कीजिए । (150 words) [UPSC 2018]
- हित-विरोधिता से क्या तात्पर्य है ? वास्तविक और संभावित हित-विरोधिताओं के बीच के अंतर को उदाहरणों द्वारा स्पष्ट कीजिए। (150 words) [UPSC 2018]
- अन्तःकरण का संकट’ का क्या अभिप्राय है ? सार्वजनिक अधिकार क्षेत्र में यह किस प्रकार अभिव्यक्त होता है ? (150 words) [UPSC 2019]
कानून, नियम, विनियम और विवेक
UPSC PYQs
- हमें देश में महिलाओं के प्रति यौन उत्पीड़न के बढ़ते हुए दृष्टांत दिखाई दे रहे हैं। इस कुकृत्य के विरुद्ध विद्यमान विधिक उपबन्धों के होते हुए भी, ऐसी घटनाओं की संख्या बढ़ रही है। इस संकट से निपटने के लिए कुछ नवाचारी उपाय सुझाइए।(150 words) [UPSC 2014]
- विधि और नियम के बीच विभेदन कीजिए। इनके सूत्रीकरण में नीति-शास्त्र की भूमिका का विवेचन कीजिए । (150 words) [UPSC 2020]
- सभी सिविल सेवकों को प्रदान किए गए नियम और विनियम समान हैं, फिर भी प्रदर्शन में अंतर है। सकारात्मक सोच वाले अधिकारी नियमों और विनियमों के मामले के पक्ष में व्याख्या करने और सफलता प्राप्त करने में समर्थ होते हैं, जबकि नकारात्मक सोच वाले अधिकारी मामले के खिलाफ समान नियमों और विनियमों की व्याख्या करके लक्ष्य प्राप्त करने में असमर्थ होते हैं। सोदाहरण विवेचन कीजिए। (150 words) [UPSC 2022]
- नैतिक निर्णय लेने के सन्दर्भ में जब कानून, नियमों और अधिनियमों की तुलना की जाती है तो क्या अंतरात्मा की आवाज़ अधिक विश्वसनीय मार्गदर्शक है? चर्चा कीजिए । (150 words)[UPSC 2023]
जवाबदेही और नैतिक शासन
Editor’s Pick
- सामाजिक जवाबदेही पद से आप क्या समझते हैं? इसके महत्व की व्याख्या कीजिए और किसी भी सामाजिक जवाबदेहिता संबंधी पहल की सफलता हेतु उत्तरदायी प्रमुख कारकों पर चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
- भ्रष्टाचार लोकतंत्र के समक्ष एक चुनौती है और भ्रष्टाचार के बारे में नागरिकों के अनुमान इसकी व्यापकता और नुकसानदेहता के मुख्य मानदंडों में से एक है। चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
UPSC PYQs
- लोक-सेवा के सन्दर्भ में ‘जवाबदेही’ का क्या अर्थ है? लोक-सेवकों की व्यक्तिगत और सामूहिक जवाबदेही को सुनिश्चित करने के लिए क्या उपाय अपनाए जा सकते हैं?(150 words) [UPSC 2014]
- “अच्छा कार्य करने में, वह सब कुछ अनुमत होता है जिसको अभिव्यक्ति के द्वारा या स्पष्ट निहितार्थ के द्वारा निषिद्ध न किया गया हो।” एक लोक सेवक द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के संदर्भ में, इस कथन का उपयुक्त उदाहरणों सहित परीक्षण कीजिए । (150 words) [UPSC 2018]
- “लोक सेवक द्वारा अपने कर्तव्य का अनिष्पादन भ्रष्टाचार का एक रूप है।” क्या आप इस विचार से सहमत हैं ? अपने उत्तर की तर्कसंगत व्याख्या करें। (150 words) [UPSC 2019]
- न्यायपालिका सहित सार्वजनिक सेवा के हर क्षेत्र में निष्पादन, जवाबदेही और नैतिक आचरण सुनिश्चित करने के लिए एक स्वतंत्र और सशक्त सामाजिक अंकेक्षण तंत्र परम आवश्यक है। सविस्तार समझाइए। (150 words) [UPSC 2021]
- सुशासन’ से आप क्या समझते हैं? राज्य द्वारा ई-शासन के मामले में उठाई गई हालिया पहलों ने लाभार्थियों को कहाँ तक सहायता पहुँचाई है? उपयुक्त उदाहरणों के साथ विवेचन कीजिए। (150 words) [UPSC 2022]
शासन व्यवस्था में नैतिक मूल्य
Editor’s Pick
UPSC PYQs
- नैतिक अंतर्ज्ञान’ से ‘नैतिक तर्कशक्ति’ का अन्तर स्पष्ट करते हुए उचित उदाहरण दीजिए । (150 words)[UPSC 2023]
- कार्यवाहियों की नैतिकता के संबंध में एक दृष्टिकोण तो यह है, कि साधन सर्वोपरि महत्त्व के होते हैं और दूसरा दृष्टिकोण यह है कि परिणाम साधनों को उचित सिद्ध करते हैं। आपके विचार में इनमें से कौन-सा दृष्टिकोण अपेक्षाकृत अधिक उपयुक्त है? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क पेश कीजिए । (150 words) [UPSC 2018]
- निम्नलिखित में से प्रत्येक पर 30 शब्दों में संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए : (i) सांविधानिक नैतिकता (ii) हितों का संघर्ष (iii) सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा (iv) डिजिटिकरण की चुनौतियाँ (v) कर्तव्यनिष्ठा
अंतर्राष्ट्रीय संबंधों तथा वित्तपोषण (फंडिंग) में नैतिक मुद्दे
Editor’s Pick
- हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए कई संस्थान कार्यरत हैं, फिर भी, राष्ट्र अपने हितों की पूर्ति हेतु अक्सर नैतिक मूल्यों और इन संस्थानों के दिशा-निर्देशों की उपेक्षा कर देते हैं। उदाहण सहित चर्चा कीजिए।(150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
- विदेशी वित्त पोषित अनुसंधान परियोजना के तहत विकासशील देशों में किए जाने वाले चिकित्सा अनुसंधान से उत्पन्न हो सकने वाले विभिन्न नैतिक मुद्दों पर चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
UPSC PYQs
- संसाधन के अभाव से ग्रस्त’ राष्ट्रों की मदद के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय सहायता’ एक स्वीकृत व्यवस्था है । समसामयिक अंतरराष्ट्रीय सहायता में नैतिकता’ पर टिप्पणी कीजिए। अपने उत्तर को उचित उदाहरणों द्वारा पुष्ट कीजिए । (150 words)[UPSC 2023]
- अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर, अधिकांश राष्ट्रों के बीच द्विपक्षीय संबंध, अन्य राष्ट्रों के हितों का सम्मान किए बिना स्वयं के राष्ट्रीय हित की प्रोन्नति करने की नीति के द्वारा नियंत्रित होते हैं। इससे राष्ट्रों के बीच द्वंद्व और तनाव उत्पन्न होते हैं। ऐसे तनावों के समाधान में नैतिक विचार किस प्रकार सहायक हो सकते हैं? विशिष्ट उदाहरणों के साथ चर्चा कीजिए। (150 words) [UPSC 2015]
- शक्ति, शांति एवं सुरक्षा अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के आधार माने जाते हैं। स्पष्ट कीजिए । (150 words) [UPSC 2017]
- शक्ति की इच्छा विद्यमान है, लेकिन विवेकशीलता और नैतिक कर्त्तव्य के सिद्धांतों से उसे साधित और निर्देशित किया जा सकता है।’ अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्धों के संदर्भ में इस कथन का परीक्षण कीजिए । (150 words) [UPSC 2020]
- पिछले सात महीनों से रूस और युक्रेन के बीच युद्ध जारी है। विभिन्न देशों ने अपने राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए स्वतंत्र स्टैंड लिया है और कार्यवाही की है। हम सभी जानते हैं कि मानव त्रासदी समेत समाज के विभिन्न पहलुओं पर युद्ध का अपना असर रहता है। वे कौन-से नैतिक मुद्दे हैं, जिन पर युद्ध शुरू करते समय और अब तक इसकी निरंतरता पर विचार करना महत्त्वपूर्ण है? इस मामले में दी गई स्थिति में शामिल नैतिक मुद्दों का औचित्यपूर्ण वर्णन कीजिए। (150 words) [UPSC 2022]
कॉरपोरेट शासन व्यवस्था
Editor’s Pick
- घर से काम करने की संस्कृति ने निजी संगठनों में कई नैतिक चिंताएं उत्पन्न की हैं। इसके आलोक में, क्या आपको लगता है कि किसी कर्मचारी के लिए मूनलाइटिंग (दो नौकरियां करना) नैतिक है? चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
- क्या आप इस दृष्टिकोण से सहमत हैं कि पर्यावरण, सामाजिक और अभिशासन (ESG) संबंधी विचार एक निगम के लिए उसके व्यवसाय हेतु अत्यधिक मूल्य सृजित करते हैं? (150 शब्दों में उत्तर दीजिए) 10
UPSC PYQs
- भारत में कॉर्पोरेट शासन के संदर्भ में ‘नैतिक ईमानदारी’ और ‘पेशेवर दक्षता’ से आप क्या समझते हैं ? उपयुक्त उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए । (150 words)[UPSC 2023]
- समकालीन दुनिया में धन और रोजगार उत्पन्न करने में कॉर्पोरेट क्षेत्र का योगदान बढ़ रहा है। ऐसा करने में वे जलवायु, पर्यावरणीय संधारणीयता और मानव की जीवन-स्थितियों पर अप्रत्याशित हमले कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि में, क्या आप पाते हैं कि कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सी० एस० आर०) कॉर्पोरेट जगत् में आवश्यक सामाजिक भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को पूरा करने में सक्षम और पर्याप्त है जिसके लिए सी० एस० आर० अनिवार्य है? विश्लेषणात्मक परीक्षण कीजिए। (150 words) [UPSC 2022]
शासन में ईमानदारी
Editor’s Pick
UPSC PYQs
- सत्यनिष्ठा प्रभावी शासन प्रणाली और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए अनिवार्य है। विवेचना कीजिए । (150 words)[UPSC 2023]
- लोक-जीवन में ‘सत्यनिष्ठा’ से आप क्या अर्थ ग्रहण करते हैं? आधुनिक काल में इसके अनुसार चलने में क्या कठिनाइयाँ हैं? इन कठिनाइयों पर किस प्रकार विजय प्राप्त कर सकते हैं?(150 words) [UPSC 2014]
- शासन में सत्यनिष्ठा से आप क्या समझते हैं ? इस शब्द की आपकी अपनी समझ के आधार पर, सरकार में सत्यनिष्ठा को सुनिश्चित करने के उपाय सुझाइए । (150 words) [UPSC 2019]
- सार्वजनिक जीवन के आधारिक सिद्धांत क्या हैं? इन में से किन्हीं तीन सिद्धांतों को उपयुक्त उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिए। (150 words) [UPSC 2019]
सार्वजनिक सेवा की अवधारणा
UPSC PYQs
- शासन’, ‘सुशासन’ और ‘नैतिक शासन’ शब्दों से आप क्या समझते हैं ? (150 words) [UPSC 2016]
- सार्वजनिक जीवन के आधारिक सिद्धांत क्या हैं? इन में से किन्हीं तीन सिद्धांतों को उपयुक्त उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिए। (150 words) [UPSC 2019]
शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार
Editor’s Pick
सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार
- डेटा संचालित प्रौद्योगिकियों पर अत्यधिक निर्भरता के परिणामस्वरूप डेटा उपनिवेशीकरण और डिजिटल तानाशाही की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस संदर्भ में उत्पन्न होने वाले विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कीजिए और उपचारात्मक उपायों का सुझाव दीजिए।(150 शब्दों में उत्तर दें)
- जवाबदेही के लिए पारदर्शिता एक अनिवार्य शर्त है, लेकिन यह स्वतः जवाबदेही की गारंटी नहीं देती है। चर्चा कीजिए। किन परिस्थितियों में पारदर्शिता जवाबदेही की ओर ले जाती है? (150 शब्दों में उत्तर दें) 10
UPSC PYQs
- नागरिकों के अधिकारपत्र (चार्टर) आंदोलन के मूलभूत सिद्धांतों को स्पष्ट कीजिए और उसके महत्त्व को उजागर कीजिए । (150 words) [UPSC 2019]
- एक विचार यह है कि शासकीय गुप्त बात अधिनियम सूचना के अधिकार अधिनियम के क्रियान्वयन में एक बाधा है। क्या आप इस विचार से सहमत हैं? विवेचना कीजिए । (150 words) [UPSC 2019]
- “सूचना का अधिकार अधिनियम केवल नागरिकों के सशक्तिकरण के बारे में ही नहीं है, अपितु यह आवश्यक रूप से जवाबदेही की संकल्पना को पुनःपरिभाषित करता है।” विवेचना कीजिए । (150 words) [UPSC 2018]
नैतिक संहिता और आचार संहिता
Editor’s Pick
- भारत में, कुछ आचरण नियम हैं, जो एक अधिकारी के व्यवहार और आचरण को नियंत्रित करते हैं। इनमें केंद्रीय सिविल सेवा (आचरण) नियमावली, 1964,अखिल भारतीय सिविल सेवा (आचरण) नियमावली, 1968 आदि शामिल हैं। क्या आपको लगता है कि भारत में सिविल सेवकों के लिए एक पृथक आचार संहिता की आवश्यकता है? ऐसी आचार संहिता में कौन-से महत्वपूर्ण मूल्य शामिल होने चाहिए? (150 शब्दों में उत्तर दीजिए)
- सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी (प्रोबिटी) और कुछ नहीं बल्कि निजी जीवन में सत्यनिष्ठा (इंटीब्रिटी) का ही प्रतिबिंब है। चर्चा कीजिए। (150 शब्दों में उत्तर दें)
UPSC PYQs
- उपयुक्त उदाहरणों सहित “सदाचार-संहिता” और “आचार संहिता” के बीच विभेदन कीजिए । (150 words) [UPSC 2018]
- उदाहरण देते हुए यह बताइए कि ये दोनों अपने उपागमों में किस प्रकार एक-दूसरे से भिन्न हैं। (150 words) [UPSC 2016]
- चर्चा कीजिए कि वे इस उद्देश्य की किस प्रकार पूर्ति करते हैं।
- विधि एवं आचारनीति मानव आचरण को नियन्त्रित करने वाले दो उपकरण माने जाते हैं ताकि आचरण को सभ्य सामाजिक अस्तित्व के लिए सहायक बनाया जा सके ।
कार्य संस्कृति
Editor’s Pick
- एक नैतिक कार्य संस्कृति न केवल संगठन के लिए सकारात्मकत्मक परिणाम उत्पन्न करती है बल्कि कर्मचारियों की प्रगति में भी मदद करती है। चर्चा कीजिए।(150 शब्दों में उत्तर दें)
- भारत में पुलिस की कार्य संस्कृति को अनिर्णय, अक्षमता और सहानुभूति की कमी के रूप में जाना जाता है। चर्चा कीजिए। साथ ही, इस संदर्भ में उपचारात्मक उपायों का भी सुझाव दीजिए।(150 शब्दों में उत्तर दें)
सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता
Editor’s Pick
- सरकारी सेवाओं में सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए कौन-कौन से मानक निर्धारित किए जा सकते हैं? इन मानकों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करें।
- सेवा में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है? इसके लाभ और चुनौतियों पर चर्चा करें।
- नागरिकों की संतोषजनक सेवा के लिए प्रशासनिक उत्तरदायित्व का क्या महत्व है? इसके कार्यान्वयन में आने वाली बाधाओं का विश्लेषण करें।
- विभिन्न सरकारी योजनाओं में सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता का मूल्यांकन कैसे किया जा सकता है? इस प्रक्रिया में कौन से मापदंड महत्वपूर्ण हैं?
लोक निधि का उपयोग
Editor’s Pick
- लोक निधि के सही उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए कौन-कौन से नियंत्रण तंत्र आवश्यक हैं? इन तंत्रों की प्रभावशीलता का विश्लेषण करें।
- लोक निधि का दुरुपयोग किस प्रकार होता है? इसके रोकथाम के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
- लोक निधि के उपयोग में पारदर्शिता और जवाबदेही का क्या महत्व है? इसके अभाव में कौन से समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं?
- विभिन्न विकास योजनाओं में लोक निधि के उपयोग का प्रभाव क्या है? यह किस प्रकार समाज के सभी वर्गों को प्रभावित करता है?
भ्रष्टाचार की चुनौतियां
Editor’s Pick
- भ्रष्टाचार के मुख्य कारण क्या हैं? इन कारणों की पहचान करने और उन्हें समाप्त करने के लिए क्या उपाय सुझाए जा सकते हैं?
- भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सरकारी नीतियों का क्या महत्व है? क्या वर्तमान नीतियाँ प्रभावी हैं, और यदि नहीं, तो क्यों?
- भ्रष्टाचार के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों का क्या विश्लेषण किया जा सकता है? यह विकास और सामाजिक न्याय को किस प्रकार प्रभावित करता है?
- सामाजिक जागरूकता और शिक्षा का भ्रष्टाचार से लड़ने में क्या योगदान है? इसके माध्यम से भ्रष्टाचार को कैसे कम किया जा सकता है?
नीतिशास्त्र केस स्टडीज
Editor’s Pick
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